Sunday, December 22

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़31 जनवरी :

                   राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया दूहन ने हरियाणा के राज्य मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा है कि संदीप सिंह अगर हिसार, कैथल, जींद व भिवानी जिलों में आएंगे तो उनका विरोध किया जाएगा। 

                   आज चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में सोनिया दूहन ने कहा कि मीडिया के दबाव में चंडीगढ़ पुलिस ने 31 दिसंबर की रात संदीप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आज इस घटनाक्रम को एक माह बीत चुका है लेकिन पुलिस ने संदीप सिंह को गिरफ्तार नहीं किया है। सोनिया दूहन ने कहा कि पीडि़त महिला कोच को एक माह बाद भी इंसाफ नहीं मिला है। 

                   महिला कोच इंसाफ के लिए भटक रही है। बीती 26 जनवरी को उन्होंने पिहोवा में जाकर जब संदीप सिंह के झंडा फहराने का विरोध किया तो संदीप सिंह के समर्थकों ने उनके साथ भी अभद्रता की। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ठंडे बस्ते में चली गई है। यह कमेटी संदीप सिंह को बचाने और महिला कोच को फंसाने के लिए बनाई गई है। इसलिए इस एसआईटी को तुरंत प्रभाव से भंग किया जाए।
                   सोनिया दूहन ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री अपने मंत्री को बचाते हैं तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई को प्रत्येक हरियाणवी लडक़ी और प्रत्येक लडक़ी के माता-पिता के अपमान के रूप में देखा जाएगा। मुख्यमंत्री को इस दुस्साहस का परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।  


                   इस अवसर पर बोलते हुए सतरोल खाप के प्रवक्ता धर्मपाल बडाला, सूबे सिंह विर्क, किसान नेता रामफल चाहल, जाट संघर्ष समिति की युवा इकाई के अध्यक्ष आशीष फौजदार व जगीर मोर ने कहा कि वह मुख्यमंत्री मनोहर लाल को 15 दिन का समय देते हैं। इस बीच अगर संदीप सिंह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त नहीं किया गया तो समूचे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा। जिसमें खाप पंचायतें, किसान संगठन तथा महिला संगठन भाग लेंगे।

                   यह हरियाणा की बेटियों की मान-मर्यादा और इज्जत की लड़ाई है। अब यह मुख्यमंत्री तय करेंगे कि उन्हें संदीप सिंह को छोडऩा है या अपनी पीठ पर लादकर डूबना है। सोनिया दूहन व खाप नेताओं ने कहा कि जल्द ही संदीप सिंह और इसे बचाने वाले मुख्यमंत्री के खिलाफ हिसार, जींद, भिवानी तथा कैथल में पंचायतों का आयोजन किया जाएगा।