Sunday, December 22

हिसार/पवन सैनी  
राइट टू रिकॉल व ई—टेंडरिंग के खिलाफ हिसार के खंड विकास कार्यालय में सरपंचों का धरना 15वें दिन भी जारी रहा। धरना की अध्यक्षता हिसार सरपंच एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष व प्रधान आजाद सिंह हिंदुस्तानी एवं गंगवा सरपंच भगवान दास ने की। धरने पर किसान सभा नेता सतबीर रुहिल, रणधीर सिंह बामल, सज्जन कुमार, बलराज, पृथ्वी सिंह पूनिया, सन्दीप धीरनवास, बलराज मलिक, नरेंद्र मलिक, बीडीसी प्रदीप बेनीवाल, सुरेंद्र मान, सूबे सिंह बूरा, रमेश मिरकां, ईश्वर सिंह फोगाट, भगवान दास, नफे सिंह, कैलाश ग?वाल व बलजीत सिंह सरसाना सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारी पहुंचे और आंदोलन का समर्थन किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में आजाद सिंह हिन्दुस्तानी ने कहा कि राज्य कमेटी के फैसले के अनुसार अब राज्य के गांवों में जाने पर सरकार के सांसदों, विधायकों व मंत्रियों का विरोध किया जाएगा।  उन्होंने कहा कि राइट टू रिकॉल भी सरकार का मनमाना फैसला है। इस फैसले से केवल सरपंचों पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंचायती राज अधिनियम 1994 के तहत मिले अधिकारों में कटौती करके सरकार पंचायतों के पर काटने जैसे काम कर रही है।