शांडिल्य ने गुरमीत राम रहीम के सत्संग का विरोध करने वालों को गिरफ्तार करने के लिए राज्यपाल,सीएम मान व डीजीपी को भेजा पत्र
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, अम्बाला – 29 जनवरी :
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने आज पंजाब के महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब के डीजीपी को पत्र भेजा और मांग की कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम कानूनी प्रक्रिया के तहत जेल से पैरोल पर आयें है और उन्हें सरकार या देश की किसी अदालत ने सत्संग करने से नहीं रोका हुआ है लेकिन पंजाब में खालिस्तानी एवं कट्टरपंथी माहौल खराब करने के लिए पंजाब की अमन और शांति भंग करने के लिए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के पंजाब में होने वाले सत्संग में विरोध करने वाले है जो बिलकुल गलत बात है और ऐसा कर कट्टरपंथी पंजाब में दहशत फैलाने की साजिश रच रहे है l
शांडिल्य ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को सेशन अदालत पंचकूला ने सजा दी हुई है लेकिन उनकी अपील पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन है l वहीँ शांडिल्य ने कहा कि कट्टरपंथी यह कह रहे है कि बंदी सिखों को जेल में रखा हुआ है जबकि सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पैरोल दे दी गई उन्होंने कहा पैरोल राम रहीम का अधिकार है और राम रहीम का अपराध देशद्रोह नहीं है और संत गुरमीत राम रहीम ने ना ही किसी मुख्यमंत्री को मारा , ना ही सिविल सचिवालय में घुसकर किसी की हत्या की और ना ही डेरा प्रमुख पर बम रखने पर या जेल में सुरंग खोदने का आरोप है और बंदी सिखों की रिहाई का मामला कानून व पंजाब सरकार का है उस कारण संत गुरमीत राम रहीम के सत्संग का विरोध कट्टरपंथी क्यों और किसके इशारे पर कर रहे है यह उच्च स्तरीय जांच का विषय है l
शांडिल्य ने महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री पंजाब व डीजीपी पंजाब को भेजे पत्र में प्रार्थना की है कि पंजाब में खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाला की सोच का प्रचार करने वाले पंजाब का माहौल खराब कर रहे है पंजाब सरकार की छवि खराब कर रहे है और सुधीर सूरी और डेरा से जुड़े निर्दोष व्यक्ति की हत्या कर कट्टरपंथियों ने दहशत फैलाने की कोशिश की और इसलिए राज्यपाल व मुख्यमंत्री पंजाब की अमन और शांति के लिए ऐसे कट्टरपंथियों को सलाखों में पीछे डाले जो पंजाब की एकता और अखंडता के लिए बड़ा खतरा है और पंजाब में माहौल खराब करने की सबसे बड़ी साजिश अमृतपाल सिंह कर रहा है जिसे समय रहते ना रोका गया तो नतीजे पंजाब व देश की शांति के लिए खतरनाक होंगे