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डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – राशिफल, 28 जनवरी 2023 :
नोटः आज रथसप्तमी व्रत है। भाष्माष्टमी व्रत, आरोग्य व्रत, पुत्र सप्तमी है।
आज रथसप्तमी व्रत है : माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को सूर्य सप्तमी,अचला सप्तमी,रथ आरोग्य सप्तमी इत्यादि नामों से जाना जाता है | विशेषकर जब यह सप्तमी रविवार के दिन हो तो इसे अचला भानू सप्तमी के नाम से पुकारा जाता है और इस दिन पड़ने के कारण इसका महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है | वर्ष 2023 में यह त्योहार 28 जनवरी, (शनिवार) को मनाया जाएगा।
आज आरोग्य व्रत है : आज है भानु सप्तमी, इस व्रत को करने से होती है आरोग्य की प्राप्ति, इस व्रत को आरोग्य व्रत भी कहा जाता है। किसी भी मास में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को यह व्रत किया जाता है। मन को शुद्ध और असाध्य रोगों से मुक्ति दिलाने वाला आशा दशमी व्रत बहुत पावन व्रत माना जाता है। इस व्रत को आरोग्य व्रत भी कहा जाता है।
आज संतान सप्तमी व्रत है : यह व्रत संतान प्राप्ति एवम उनकी रक्षा के उद्देश्य से किया जाता हैं. ऐसा माना जाता है कि संतान सप्तमी के व्रत के प्रभाव से संतान के समस्त दुःख, परेशानीयों का निवारण होता है।
आज भीष्माष्टमी व्रत है : भीष्माष्टमी अथवा ‘भीष्म अष्टमी’ का व्रत माघ माह में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है। महाभारत में वर्णन है कि भीष्म पितामह को इच्छामृत्यु का वरदान था। माघ शुक्लाष्टमी तिथि को बाल ब्रह्मचारी भीष्म पितामह ने सूर्य के उत्तरायण होने पर अपने प्राण छोड़े थे। उनकी पावन स्मृति में यह पर्व मनाया जाता है।
विक्रमी संवत्ः 2079,
शक संवत्ः 1944,
मासः माघ,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः सप्तमी प्रातः काल 08.44 तक है,
वारः शनिवार।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।
नक्षत्रः अश्विनी, सांय कालः 07.06 तक है,
योगः साध्य प्रातः काल 11.54 तक,
करणः वणिज,
सूर्य राशिः मकर, चंद्र राशिः मेष,
राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,
सूर्योदयः 07.15, सूर्यास्तः 05.53 बजे।