सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 27 जनवरी :
बसंत पंचमी के पावन अवसर पर गांव गोविंदपुरी के भगवान परशुराम समुदायिक केंद्र में होलिका दहन के लिए झंडा पूजन की रस्म अदा की गई। होलिका दहन से 40 दिन पहले यह विशेष पूजन किया जाता है और उस दिन से ही होलिका का निर्माण शुरू हो जाता है तब ब्रज क्षेत्र में इस दिन से ही विभिन्न स्थानों पर होली उत्सव मनाया जाने लगता है।
इस मौके पर गांव वासी मनोज त्यागी, गौरव त्यागी, अरुण त्यागी, राकेश त्यागी कुकुला, अजय त्यागी, सुबोध त्यागी, पंडित श्याम लाल, परीक्षित त्यागी, अक्षित तथा वीरेंद्र त्यागी द्वारा विशेष विधि विधान से पूजन करवाया गया। शिव मंदिर के मुख्य पुजारी चित्रकूट से आए पंडित जी महाराज पूजन करवाते हुए बताया कि अलग-अलग इलाकों में होलिका दहन के लिए अलग-अलग परंपरा है। इस क्षेत्र की परंपरा के अनुसार होलिका दहन की शुरुआत बसंत पंचमी पर होलिका दहन वाले स्थान पर ध्वज लगाकर होती हैं। इस मौके पर उन्होंने होली उत्सव के बारे में भी विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि यह आपसी भाईचारे तथा प्यार व सौहार्द का त्यौहार है।
हर किसी को मर्यादा में रहते हुए इस त्योहार को मनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि अब हर रोज 40 दिनों तक किसी स्थान पर होलिका के लिए सामग्री एकत्रित की जाएगी और होली के दिन विशेष पूजन के द्वारा होलिका दहन किया जाएगा। इस मौके पर ग्राम वासियों का कहना था कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी होलिका पूजन के लिए ध्वज लगाया गया।
गांव व परिवार के युवा सदस्य साहिल त्यागी के निधन से गांव वासियों में इस कार्यक्रम को लेकर बिल्कुल भी उत्साह नहीं था लेकिन परंपरा को निभाते हुए साधारण तरीके से यह पूजन किया गया।