नेक इंसान थे चौधरी मित्रसेन आर्य : कमलेश ढांडा
स्व. चौधरी मित्रसेन आर्य की पुण्यतिथि के अवसर पर क्षेत्र के प्रतिभावान छात्रों को किया सम्मानित
हिसार/पवन सैनी
वैदिक पथ के पथिक चौधरी मित्रसेन आर्य की पुण्यतिथि शुक्रवार को उनके पैतृक गांव खांडाखेड़ी में मनाई गई। कार्यक्रम में बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा मुख्य अतिथि थी। इस अवसर पर 500 से अधिक प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की गई। अपने संबोधन में कमलेश ढांडा ने कहा कि स्वर्गीय चौधरी मित्रसेन के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए कि कैसे उन्होंने संघर्ष से परिवार को आगे बढ़ाया और पूरे समाज के लिए प्रेरणा बने। कार्यक्रम में उन्होंने सैंकड़ों प्रतिभावान छात्रों को सम्मानित किया और कहा कि स्वर्गीय चौधरी मित्रसेन आर्य नेक इंसान थे। उन्होंने समाज में रहकर अनेक ऐसे कार्य किए जो कि आज भी याद किए जा रहे हैं। कम पढ़े लिखे होने के बावजूद भी उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कार्य करते हुए प्रदेश में ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेशों में भी गुरुकुल खोले जिनमें आज उनमें हजारों छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्हीं के पद चिन्हों पर उनका परिवार भी चलकर अनेक सामाजिक कार्य करने में जुटा हुआ है। राजनीति में कैप्टन अभिमन्यु हमेशा मुझे हौसला देते रहे हैं और उन्हीं के हौसले से मैं इस मुकाम पर पहुंची हूं। उन्होंने हलके में इतने विकास कार्य किए थे जिनकी पूरे प्रदेश में चर्चा थी, वह लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
परम मित्र मानव निर्माण संस्थान के अध्यक्ष कैप्टन रूद्रसेन ने बताया कि हम पिताजी के जीवन का अवलोकन करते हैं तो बचपन से आखिर तक उनकी मेहनत व विवेक की याद आती है। वो कर्तव्य के पथ पर चलते थे और उन्हीं के पदचिन्हों पर हम चलकर उनके कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं। परम मित्र मानव निर्माण संस्थान से हम अच्छे मानव के निर्माण करने की सोच पर कार्य कर रहे हैं। छात्र पुरस्कार योजना भी उनके विचारों से ही शुरू की थी ताकि छात्र सम्मानित होकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करें और उनके पदचिन्हों पर चल सके। उन्होंने छात्रों को शिक्षा देने के लिए अनेक प्रदेशों में गुरुकुल खोलें और अब हमने भी दो प्रदेशों में और गुरुकुल खोलें हैं ताकि वहां पर छात्र शिक्षा ग्रहण कर सकें।
राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने बताया कि जब मानवीय मूल्यों का जिक्र होता है तो मैं हमेशा चौधरी मित्रसेन की चर्चा करता हूं। जब मैंने उनसे जीवन मैं संगठित होने का सूत्र मांगा तो वह बोले परिवार एक सूत्र में बना रहे।