Sunday, December 22

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट,  पंचकूला – 24 जनवरी :

                        आज आम आदमी पार्टी(आ.आ.पा. ) का कहना है कि बहुमत न होने के बावजूद सत्ता हथियाने की अपनी पुरानी आदत के चलते भाजपा बार बार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। पार्टी का कहना है कि नई दिल्ली नगर निगम चुनावों में भाजपा से अपना 15 साल पुराना गढ़ ढह जाने का दुख बर्दाश्त नहीं हो रहा है, यही वजह है कि भाजपा वहां 151 वोटों का बहुमत होने के बाद भी आम आदमी पार्टी का महापौर न बन पाये इसके लिए तरह तरह के ओछे हथकंडे अपनाकर चुनाव प्रक्रिया में बाधा पहुंचा रही है तथा महापौर का चयन नहीं होने दे रही।

                         आज यहां जारी एक ब्यान में आ.आ.पा. के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि  भाजपा का लोकतंत्र में कतई विश्वास नहीं है। इसी लिए तो वह जनादेश का बार बार अपमान करती है तथा छलबल से सत्ता पर काबिज होने का प्रयास करती है फिर चाहे विधानसभा के चुनाव हों अथवा नगर निगम के चुनाव। उन्होंने कहा कि इसका ताजा उदाहरण आज का दिल्ली का नगर निगम में महापौर का चुनाव कार्यक्रम कहा जा सकता है।

                        उन्होंने कहा कि भाजपा को पता था कि उसके पास बहुत नहीं है मगर सत्ता की भूख के चलते भाजपा के नेता आज नगर निगम में कब्जा करने के लिए लाठी डंडों के साथ पैरामिलिट्री फोर्स को लेकर आये थे। क्या किसी सदन में ये देखा है ? लोकतंत्र के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है।

                        उन्होंने कहा कि क्या भाजपा डरा-धमकाकर जबरदस्ती एमसीडी पर कब्जा करना चाहती है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी आम आदमी की पार्टी है और उसके चुने हुए प्रतिनिधि एमसीडी में भाजपा का डंडा लोकतंत्र चलने नही देंगे।

                        उन्होंने कहा कि संवैधानिक तरीका यह है कि पहले चुनाव जीतकर आए पार्षदों को शपथ दिलाई जाए, बाद में मनोनीत पार्षदों को। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि भाजपा महापौर के चुनाव से भाग रही है,क्योंकि उसे पता है कि आप का महापौर बनते ही हर उस काम में तेजी लाई जाएगी जो बीजेपी नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आज नहीं तो कल महापौर तो आप का ही बनेगा क्योकि बहुमत उसके पास है। उन्होंने कहा कि भाजपा जो बार बार इस तरह के हथकंडे अपना कर समय ले रही है ताकि आप के पार्षदों को तोड़ा जा सके उसके यह मंसूबे कभी सफल नहीं होंगे।