दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत माँग कर भारतीय सेना पर उठाए सवाल, जयराम रमेश ने और बोलने से रोका

                कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, जिन्होंने 26/11 को हिंदू आतंकवाद के रूप में गढ़ दिया था। वह, अब सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत माँग रहे हैं। ये अपना मुँह सिर्फ पाकिस्तान के लिए ही खोलते हैं। अब उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत माँगकर सेना के पराक्रम पर सवाल उठाया है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि सरकार सर्जिकल स्ट्राइक की बात करती है लेकिन अब तक सबूत पेश नहीं किए। वहीं, दिग्विजय के इस बयान के बाद, भाजपा ने कॉन्ग्रेस ने को ‘पाकिस्तान परस्त पार्टी’ करार दिया। भाजपा की सरकार केवल झूठ फैला रही है। हमारे 40 जवान पुलवामा में शहीद हो गए। CRPF के डायरेक्टर ने मांग की थी कि यह संवेदनशील जोन है। जवानों को हवाई जहाज से श्रीनगर भेजा जाए, लेकिन मोदी जी ने मना कर दिया। सरकार ने जानकर ऐसा किया। वहां हर गाड़ी की चेकिंग होती है तो फिर स्कॉर्पियो गाड़ी की जांच क्यों नहीं हुई, जिसके टकराने से ब्लास्ट हुआ।

digvijay singh live
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान स्पीच देते दिग्विजय सिंह।
  • भारत जोड़ो यात्रा में पहुंचे कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह
  • मध्य प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने मांगे सबूत
  • पुलवामा हमले को लेकर भी लगाए पीएम मोदी पर आरोप
  • सिर्फ कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मे बनाकर फैला रहे नफरत

डेमोक्रेटिक फ्रंट, जम्मू ब्यूरो – 23 जनवरी :

                   राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू-कश्मीर पहुंची हैं। सोमवार को यात्रा में शामिल हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं कि हमने इतने लोग मार गिराए, लेकिन प्रमाण कुछ नहीं। केवल झूठ के पुलिंदे पर यह राज कर रहे हैं। यह देश सबका है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाए जाने के बावजूद आतंकवाद खत्म नहीं होने के बात कही और बीजेपी पर जमकर बरसे। उन्होंने पुलवामा हमले को लेकर भी पीएम मोदी का नाम लेकर निशाना साधा है।

                उन्होंने यह भी कहा है, “हुकूमत यहाँ (जम्मू कश्मीर) का फैसला नहीं कराना चाहती। यहाँ की समस्या का निदान नहीं करना चाहती। यह समस्या कायम रखना चाहती है, ताकि कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्म बनती रहें और लोगों में हिंदू-मुसलमान में नफरत फैलाते रहें।”

                वहीं, दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद जब मीडिया द्वारा उनसे सवाल किया गया तो कॉन्ग्रेस नेता जयराम रमेश रिपोर्टर के बीच में आ गए। यही नहीं, उन्होंने रिपोर्टर से दिग्विजय सिंह को डायवर्ट न करने की बात कह दी। इसके बाद, जब रिपोर्टर ने उनसे दोबारा बात करने की कोशिश की तो जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह को रिपोर्टर से दूर ले जाते दिखे।

                BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा गैरजिम्मेदाराना बयान देना कांग्रेस पार्टी का चरित्र है। हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ बोलने वाले किसी को भी देश बर्दाश्त नहीं करेगा। पीएम मोदी से नफरत के कारण राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह में अब देशभक्ति नहीं बची है। जब भी हमारी वीर सेना अपना पराक्रम दिखाती है तो सबसे अधिक दर्द उस देश को होता है जिसको सबक सिखाया जाता है, जो विश्व में अपनी आतंकी गतिविधियों को लेकर जाना जाता है। लेकिन यह दुखद है कि दर्द भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को होता है।

                दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद भाजपा कॉन्ग्रेस पर हमलावर है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर कहा है, “सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर कॉन्ग्रेस ने एक बार फिर पुलवामा को लेकर पाकिस्तान की भाषा बोली है। दिग्विजय सिंह ने 26/11 के लिए भारत को भी जिम्मेदार ठहराया था। राहुल गाँधी ने कहा था सेना की पिटाई हो गई।यह INC (भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस) नहीं बल्कि PPP – पाक परास्त पार्टी है जो हमारी सेना के मनोबल पर हमला करना पसंद करती है। यह शर्मनाक है।”

                उन्होंने अगले ट्वीट में कहा है, “जिस दिन हम पराक्रम दिवस मनाते हैं। नेताजी की विरासत को सलाम करते हैं और हमारे बहादुरों का सम्मान करते हैं। उसी दिन कॉन्ग्रेस हमारी सेना के मनोबल पर हमला करती है। पिटाई हो गई से लेकर खून की दलाली तक, सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट पर शक करना और आतंक को क्लीन चिट देने के उद्देश्य से कॉन्ग्रेस पुलवामा के लिए भारत को दोष दे रही है। यह शर्मनाक है।”

                वहीं, भाजपा नेता प्रीति गाँधी ने कहा है, “कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, जिन्होंने 26/11 को हिंदू आतंकवाद के रूप में गढ़ दिया था। वह, अब सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत माँग रहे हैं। ये अपना मुँह सिर्फ पाकिस्तान के लिए ही खोलते हैं।”