चंडीगढ़ में खोले जा रहे 9 आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर
सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ के लोगों इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। शहवासियों को घर के पास ही इलाज मिलेगा। हालांकि चंडीगढ़ में पीजीआइ, जीएमसीएच-32 और जीएमएस-19 जैसे बड़े चिकित्सा संस्थान हैं, लेकिन इन बड़े अस्पतालों में मरीजों की भीड़ ज्यादा रहती है। ऐसे में छोटी मोटी बीमारियों व टेस्ट के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। शहर के लोगों को घर के नजदीक ही इलाज की सुविधा मिलेगी।
शहर के किशनगढ़, पलसौरा, मक्खन माजरा, मनी माजरा, सारंगपुर, रायपुर कलां और हल्लो माजरा में पुरानी स्कूल बिल्डिंग्स में यह UHWC स्थापित होंगे।
बता दें कि आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत चंडीगढ़ में कुल 16 UHWC खोले जाने की मंजूरी प्राप्त हुई थी। अभी शहर में कुल 9 UHWC पूरी तरह से फंक्शनल हैं। यह रायपुर खुर्द, किशनगढ़, बडेहड़ी, इंदिरा कॉलोनी, खुड्डा लाहौरा, सेक्टर 44, सेक्टर 25, पलसौरा और सेक्टर 52 में बने हुए हैं।
शहर में मेडिकल एवं हेल्थ जरूरतों को देखते हुए 34 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स(HWCs) चल रहे हैं। इनमें से 29 एलोपैथी आधारित हैं और 5 आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, युनानी, सिद्ध और होम्योपैथी(AYUSH) आधारित हैं। आयुष्मान भारत निवारक, प्रोत्साहक, उपचारात्मक, पुनर्वास और उपशामक देखभाल विस्तृत रूप से लोगों तक पहुंचाने को लेकर एक चयनात्मक दृष्टिकोण को लेकर एक प्रयास है।
इस प्रकार के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स के निर्माण से लोगों को अपनी छोटी-मोटी बीमारियों को लेकर घर से दूर बड़े अस्पताल में आने की जरूरत नहीं पड़ती। वह पास के हेल्थ सेंटर्स में ही ट्रीटमेंट ले सकते हैं। इसे लेकर शहर में हेल्थ सेवाओं को बढ़ाया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक इन पुरानी स्कूल बिल्डिंग्स में बड़े क्लास रुम हैं। यहां हवा और रोशनी भी पर्याप्त है। इन बिल्डिंग्स में रैनोवेशन, पेंटिग्स, रिपेअर वर्क, उचित ड्रेनेज और सेनिटेशन की व्यवस्था की जाएगी। वहीं पीने के पानी की सुविधा और जरूरत के मुताबिक बाकी बदलाव कर इन्हें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स का रूप दिया जाएगा।
यह सेवाएं मिलेंगी
- प्रेग्नेंसी और चाइल्ड बर्थ से जुड़ी केयर
- नियोनेटल और नवजात की हेल्थ केयर सेवाएं
- चाइल्ड एवं किशोर हेल्थ केयर सेवाएं
- फैमिली प्लानिंग, गर्भ निरोधक, प्रजनन हेल्थ केयर सेवाएं
- सामान्य संचारी रोग एवं सामान्य रोगों की आउट-पेशेंट केयर
- गैर-संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, प्रिवेंशन, कंट्रोल और प्रबंधन
- टीबी और कुष्ठ रोग जैसे क्रोनिक संचारी रोगों की केयर
- दांतों से जुड़ी बीमारियों की केयर
- आंखों और ENT से जुड़ी सामान्य बीमारियों की केयर
- बुजुर्गों को होने वाली बीमारियों में उन्हें केयर