Sunday, December 22

मंत्री ने अधिकारियों को फरवरी महीने के अंत तक जी-20 शिखर सम्मेलन से सम्बन्धित सभी काम मुकम्मल करने के दिए निर्देश

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : अमृतसर शहर में होने वाले जी-20 सम्मेलन की तैयारियों का जायज़ा लेते हुये स्थानीय निकाय मंत्री ने ज़िला अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में उन्होंने अधिकारियों को हिदायत की कि जी-20 से सम्बन्धित सभी विकास कार्य फरवरी महीने के अंत तक मुकम्मल किये जाएं।

इस सम्बन्ध में और ज्यादा जानकारी देते हुये स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. निज्जर ने बताया कि मार्च 2023 में जी-20 सम्मेलन पवित्र शहर अमृतसर में होने जा रहा है, जिसमें प्रमुख देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि भी शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के लिए यह बड़े गौरव की बात है कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का समागम पंजाब में होने जा रहा है।

डॉ. निज्जर ने अमृतसर के सौंदर्यीकरण से सम्बन्धित विकास कामों का जायज़ा लिया और इस कार्य से सम्बन्धित अधिकारियों को हिदायतें दीं कि जी-20 सम्मेलन के सम्बन्ध में अमृतसर शहर के विकास कामों में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। मंत्री ने अधिकारियों को यह भी कहा कि राज्य के अमृतसर शहर को भारत की तरफ़ से विश्व के नक्शे पर पेश करना है, इसलिए अमृतसर के सौंदर्यीकरण के लिए विकास कामों में लापरवाही करने वाले किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जायेगा।

उन्होंने अधिकारियों को यह भी यकीनी बनाने के लिए कहा कि जो भी विकास कार्य करवाए जा रहे हैं, वे अच्छी गुणवत्ता के हों। उन्होंने कहा कि यह विकास कार्य सिर्फ़ समागमों के लिए नहीं हैं, बल्कि लोगों की ज़रूरतों के अनुसार किये जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को यह भी हिदायत की कि शहर की सड़कों के किनारे, चौराहों और ऐलीवेटिड रोडों के नीचे वाले स्थानों को सुंदर बनाने के लिए उन पर पंजाबी सभ्याचार पेश किया जाये।

मंत्री ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार राज्य में पंजाबी भाषा को पहल दे रही है। इसलिए उन्होंने अधिकारियों को यह यकीनी बनाने के लिए कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर जो भी लिखा जाये, वह पंजाबी भाषा में ही लिखा जाये।

इस मौके पर उन्होंने कमिश्नर कारपोरेशन श्री सन्दीप ऋषि की तरफ से शहर की सुंदरता के लिए तैयार की गई कलाकृतियों को भी देखा।

इस मीटिंग में डिप्टी कमिश्नर हरप्रीत सिंह सूदन, पुलिस कमिश्नर जसकरन सिंह, एस. डी. एम हरप्रीत सिंह, एस. डी. एम मनकंवल सिंह, एस. डी. एम बाबा बकाला अलका कालिया, डी. सी. पी परमिन्दर सिंह भंडाल और अलग-अलग विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।