देश के खिलाड़ियों द्वारा कुश्ती महासंघ के अधिकारियों पर लगे संगीन आरोपों की सीबीआई जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो – दीपेंद्र हुड्डा
- भारतीय कुश्ती महासंघ को भंग किया जाए और आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज हो – दीपेंद्र हुड्डा
- ये कोई साधारण घटना नहीं है बल्कि खेल जगत् की भयंकर दुर्घटना है- दीपेंद्र हुड्डा
- इतनी बड़ी घटना के बावजूद केंद्र व राज्य सरकार चुप क्यों है – दीपेंद्र हुड्डा
- भारत सरकार दलगत राजनीति से ऊपर उठकर खिलाड़ियों को न्याय दिलाए – दीपेंद्र हुड्डा
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता चंडीगढ़ – 19 जनवरी
हरियाणा कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज कहा कि देश के खिलाड़ियों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ के अधिकारियों पर लगाये गये आरोपों की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार दलगत राजनीति से ऊपर उठकर तुरंत प्रभावी कार्रवाई करे और खिलाड़ियों को न्याय दिलाए। उन्होंने मांग करी कि संगीन आरोपों को देखते हुए आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज हो और सीबीआई जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में समयबद्ध तरीके से करायी जाए। क्योंकि, ये कोई साधारण घटना नहीं है, खेल जगत् की भयंकर दुर्घटना है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ को भंग किया जाए और किसी भी दोषी को बख्शा न जाए। दीपेंद्र हुड्डा ने आज अपने आवास पर पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार के आरोप लगाये गये हैं वो किसी एक खिलाड़ी द्वारा व्यक्तिगत रूप से नहीं लगाये गये हैं बल्कि जो खिलाड़ी पिछले कई वर्षों से देश के लिये मेडल जीतकर ला रहे हैं वो आज अपने मान-सम्मान, करियर को दांव पर लगाकर देश के सामने गुहार लगा रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद केंद्र व राज्य सरकार चुप क्यों है? देश के हर नागरिक के दिल में सरकारों की चुप्पी चुभ रही है। उन्होंने देशवासियों से अपील करी कि वो अपने खिलाड़ियों के मान-सम्मान के लिये आगे आएं। उन्होंने कहा कि हम खिलाड़ियों के साथ हैं और जब तक खिलाड़ियों को न्याय नहीं मिलेगा हम सड़क से लेकर संसद तक उनकी आवाज़ उठाने का काम करेंगे।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कल का दिन देश के खेल जगत् के इतिहास में एक काले दिन के रूप में याद रखा जायेगा। कल से लेकर आज तक का घटनाक्रम कोई छोटी बात नहीं है। इससे ज्यादा गंभीर संकट खेल जगत पर देश के इतिहास में कभी नहीं आया। इस कांड ने खेल जगत् में देश की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का काम किया है। देश की धरोहर, देश की शान हमारे खिलाड़ी हमारे पहलवान जिन्होंने लगातार भारत का नाम दुनिया में रोशन किया है आज उन्हें धरने पर बैठना पड़ रहा है, ये गहरी चिंता का विषय है। भारतीय कुश्ती महासंघ के अधिकारियों पर लगे आरोप बेहद गंभीर हैं। सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए, जिससे खेल और खिलाड़ियों का सम्मान बरकरार रहे। दीपेंद्र हुड्डा ने इतने गंभीर मामले में अबतक हरियाणा सरकार की चुप्पी पर हैरानी जताते हुए कहा कि ये खिलाड़ी हमारी माटी के लाल हैं। बीजेपी-जेजेपी सरकार इनके साथ इतना घोर अन्याय होता देखकर कैसे चुप रह सकती है? उन्होंन यह भी कहा कि करीब 15 दिन पहले एक अंतर्राष्ट्रीय मेडल विजेता महिला खिलाड़ी द्वारा हरियाणा के खेल मंत्री पर इसी प्रकार के गंभीर आरोप लगाये गये हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे ज्यादा शर्मनाक बात हो नहीं सकती।
उन्होंने कहा कि आज सारा देश सरकार की तरफ टकटकी लगाकर देख रहा है कि क्या वो कोई कार्रवाई करेगी या बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा बसों और ट्रकों के पीछे लिखने तक ही सीमित है? यदि ऐसे ही चलता रहा तो देश का कोई भी माता-पिता अपनी बेटी को खेल के मैदान में उतारने की हिम्मत नहीं करेगा। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि खिलाड़ी कल से धरने पर बैठे हैं मगर अब तक न तो केंद्र सरकार के किसी मंत्री ने और न ही हरियाणा सरकार से किसी ने जाकर उनकी सुध ली। उन्होंने कहा कि अगर सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं करेगी तो हम सड़क हो या संसद हो या विधान सभा हो हर मंच पर खिलाड़ियों के साथ खड़े रहेंगे।