पंचांग, 19 जनवरी 2023
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – राशिफल, 19 जनवरी 2023 :
नोटः आज प्रदोष व्रत है एवं तिल द्वादशी है।
शनिवार, 19 जनवरी को माघ मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी है। इस दिन तिल का सेवन, दान और हवन करने की परंपरा है। पुराणों में द्वादशी तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान बताया गया है। नारद और स्कंद पुराण के मुताबिक माघ महीने की द्वादशी तिथि पर तिल दान करने का भी महत्व बताया गया है। इस बार द्वादशी और प्रदोष व्रत एक ही दिन होने से शनिवार को भगवान विष्णु और शिवजी की पूजा से मिलने वाला पुण्य और बढ़ जाएगा।
शिवजी मंदिर जाकर ऊँ नम: शिवाय मंत्र बोलते हुए शिवलिंग पर जल और दूध से अभिषेक करें। फिर बिल्व पत्र और फूल चढ़ाएं। इसके बाद काले तिल चढ़ाएं। इसके बाद शिव मूर्ति या शिवलिंग के नजदीक तिल के तेल का दीपक लगाएं। शिव पुराण का कहना है कि ऐसा करने से हर तरह की परेशानियां और बीमारियां खत्म होने लगती है।
विक्रमी संवत्ः 2079,
शक संवत्ः 1944,
मासः माघ,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः द्वादशी दोहपर 01.19 तक है,
वारः गुरूवार।
विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः ज्येष्ठा अपराहन् कालः 03.18 तक है,
योगः धु्रव रात्रि काल 11.04 तक,
करणः तैतिल,
सूर्य राशिः मकर, चंद्र राशिः वृश्चिक,
राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,
सूर्योदयः 07.18, सूर्यास्तः 05.45 बजे।