श्रीगंगानगर जिला : मनरेगा के निरीक्षण में गड़बड़ियां : विकास अधिकारियों को नोटिस
करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, श्रीगंगानगर – 18 जनवरी :
महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत प्रभावी माॅनिटरिग एंव औचक निरीक्षण के जरिये जिले के 67 अधिकारियों/कर्मचारियों ने मौके पर जाकर नरेगा कार्यस्थल को जांचा।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री मुहम्मद जुनैद ने आदेश जारी कर जिला स्तर के 8 एंव पंचायत समिति स्तर के 59 कार्मिकोें को मनरेगा कार्यस्थल पर पर जाकर मौका निरीक्षण के आदेश दिए।
मनरेगा कार्यस्थल पर जाकर श्रम नियोजन आकलन को गम्भीरता से लेकर जांचने पर मौके पर अनेक कमियां मिली।
अनूपगढ़
श्री जुनेैद ने बताया कि पंचायत समिति अनूपगढ़ क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान 59 जीबी में केवल 4 श्रमिकों के श्रम नियोजन पर लगे होने को लेकर संम्बधित ग्राम विकास अधिकारी, कनिष्ठ सहायक, को नोटिस देने के निर्देश दिये।
पदमपुर
पंचायत समिति पदमपुर की ग्राम पंचायत 1 पीएस में ग्राम सेवक व कनिष्ठ सहायक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाये गये। कनिष्ठ सहायक द्वारा 15 श्रमिकों के नियोजन बाबत मस्टरोल जारी करवाकर भौतिक रूप से पंचायत समिति कार्यालय से जारी नहीं करवाया जाना पाया गया। इस पर अनुशासनात्मक कार्यवाही के निदेश जारी किये गये। पंचायत समिति स्तर से समय-समय पर निरीक्षण का अभाव पाया गया।
श्री बिजयनगर
पंचायत समिति श्री बिजयनगर की ग्राम पंचायत 8 एएस में 30 श्रमिकों के नियोजन के बावजूद मौके पर समस्त अनुपस्थित पाये गये।
घड़साना
पंचायत समिति घडसाना की 2 एसटीआर में श्रमिकों को ग्रुपवार नियोजन ना करने की कमी पायी गयी।
सूरतगढ़
पंचायत समिति सूरतगढ की ग्राम पचायत रामसरा जाखडान में 17-18 के 14 कार्य स्वीकृत होने के बावजूद निरीक्षण के दौरान समस्त कार्य बन्द पाये गये।
रायसिंहनगर
पंचायत समिति रायसिहनगर में एसीईओ श्री वैभव अरोडा द्वारा निरीक्षण के दौरान 5 टीके में 63 श्रमिकों का मस्टरोल जारी होने के बावजूद भी एक भी श्रमिक कार्यस्थल पर उपस्थित ना होने व कार्य प्रगतिरत ना होना पाया गया।
श्रीकरणपुर
पंचायत समिति श्रीकरणपुर में निरीक्षण के दौरान श्रमिकों के पास जाॅबकार्ड नहीं पाये गये।
श्री जुनैद द्वारा समस्त विकास अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर निरीक्षण के दौरान पायी कर्मियों के सम्बध में स्पष्टीकरण तीन दिवस में मांगा है।
निरीक्षण के दौरान अधिकांशत: ग्राम पचायतों में मौके पर मेडिकल किट, कार्यस्थल सुविधा का अभाव ग्रुपवार भुगतान व्यवस्था का अभाव के साथ-साथ मेटों द्वारा कार्यस्थल पर मस्टरोल में नाप अकंन ना करने जेैसी कमियां अधिकांशत: निरीक्षण स्थल पर पायी गयी।