डॉ. निज्जर ने सुल्तानविंड के सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल में बनने वाले नए ब्लॉक का रखा नींव पत्थर  


विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल के साथ जुडऩे का दिया न्योता  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :  सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य के लोगों को अच्छी सेहत के साथ-साथ मानक शिक्षा प्रदान करना भी है। इसी कड़ी के अंतर्गत राज्य भर के सरकारी स्कूलों में प्रारंभिक बुनियादी ढांचा मुहैया करवाया जा रहा है और इसके साथ-साथ लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के उद्देश्य से आम आदमी क्लीनिक भी खोले जा रहे हैं।  
इन शब्दों का प्रगटावा स्थानीय सरकार संबंधी मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने आज शहीद गुरमीत सिंह सीनियर सेकंडरी स्कूल सुल्तानविंड लड़कियों के स्कूल में नए ब्लॉक का नींव पत्थर रखने के उपरांत किया। इस मौके पर स्कूल द्वारा सालाना पुरस्कार वितरण समारोह भी करवाया गया। समारोह की शुरुआत शब्द गायन के उपरांत डॉ. निज्जर ने बच्चों को अकादमिक और विभिन्न ग़ैर-अकादमिक मुकाबलों में जि़ला और राज्य स्तर पर विजेता रहने पर पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया।  
डॉ. निज्जर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि किताबी ज्ञान के अलावा जि़ंदगी में आगे बढऩे के लिए अपनी शख्सियत को निखारना भी उनको बहुत आगे सफलता की ओर लेकर जायेगा और बच्चों को चाहिए कि वह अपने व्यवहार को इतना अच्छा बनाएं कि उनका किरदार ऊँचा हो। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी बहुत ज़रूरी हैं, क्योंकि खेल ही बच्चों का मानसिक विकास करती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को खेल के साथ जुडऩे का न्योता देते हुए कहा कि वह पढ़ाई के साथ खेल को प्राथमिकता दें। डॉ. निज्जर ने विशेष तौर पर स्कूल के प्रिंसिपल श्री अमरजीत सिंह और समूह स्टाफ की तारीफ़ करते हुए अलग- अलग उपलब्धियों के लिए मुबारकबाद दी।  
इस मौके पर जि़ला शिक्षा अफ़सर सेकंडरी जुगराज सिंह ने अपने विचार साझे करते हुए बच्चों को और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया और पूरी मेहनत करके जि़ंदगी के इम्तिहानों में सफल होने की प्रेरणा दी। समारोह के उपरांत स्कूल स्टाफ द्वारा डॉ. निज्जर को विशेष रूप से सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर क्वार्डीनेटर मैडम नरिन्दर कौर, श्री दविन्दर सिंह, श्री गुरइकबाल सिंह, मैडम सुखराज कौर, मैडम मनप्रीत कौर, मैडम भारती, श्री शरनजीत सिंह के अलावा बड़ी संख्या में बच्चों के माता-पिता भी उपस्थित थे।