Saturday, December 21

करणी दान सिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ – 9 जनवरी :

                                नगर पालिका सूरतगढ़ में लोगों को पट्टे देने में, रजिस्ट्री करवाने में, दुकानों मकानों भूखंडों के नामांतरण दर्ज कराने में कितने रुपए जबर्दस्ती मजबूर करके भेंट गिफ्ट रिश्वत लेकर के काम किए कराए गए उसके लौटाने का वक्त भी आएगा, यह कोई भी सोच नहीं सकता। नगरपालिका के पं.दीनदयाल उपाध्याय भवन में बैठ कर यह कार्य हुआ। लोगों को मजबूर करके यह घिनौना खेल किया गया। इस भवन से यह नाम हटा दिया जो बाद में एक प्रदर्शन में नरेंद्र घिंटाला ने वापस लगवाया।

                                पिछले तीन साल 2020,2021,2022 में यह हुआ और लाखों से करोडों के वारे न्यारे हुए। कांग्रेस के नेता स.गुरदर्शन सिंह सोढी को भी नामांतरण के लिए चक्कर  पर चक्कर कटवाए गए और पालिका भवन में धरना देने पर नामांतरण दर्ज किया गया था। उस घटना से भी चौकन्ने नहीं हुए  और मजबूर कर  भेंट ली जाती रही। नगरपालिका में दलालों का जमावड़ा लगा रहा और अभी भी यह हालात हैं। सुबह से शाम तक नगरपालिका में दलाल बैठे रहते हैं। चैयरमैन कक्ष अधिशासी अधिकारी कक्ष में कोई अकले अपनी बात नहीं कह सकता।

                                राजस्थान में काम के बदले अन्नाज योजना प्रसिद्ध हुई और जिसमें गरीबों ने काम किया और सरकार की तरफ से अनाज पाया। यहां पालिका से संबंधित ने काम किया और गरीबों से भेंट में रकमें वसूली। शर्मनाक यह रहा कि विधवाओं, वृद्धावस्था में चल रहे लोगों से भी वसूली हुई। किस किसने यह काम किया और किस किस की हिस्सेदारी रही? कौन “मास्टर माईंड” रहा और कौन दलाली करते रहे। 

अब खाया पिया नाक से निकलवा दूंगा का वक्त। बस आ ही गया।

अब मरता क्या नहीं करता वाली हालत में माफियां मांग कर भेंट गिफ्ट वापस दिए जाएंगे। 

👍 पदोन्नति में आधा आधा लाख की गिफ्ट। अब लौटाने का वक्त।