सुशील पंडित डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 06 जनवरी :
दिव्यांग बच्चों के लिए पिछले 1 महीने से लर्निंग विद फन की वर्कशॉप हिंदू गर्ल्स कॉलेज के हॉस्टल में आरोहण वेलफेयर सोसाइटी द्वारा लगाई गई। इस वर्कशॉप में 4 साल से 18 साल तक के बच्चे ,जो स्कूलों में जा नहीं पाते थे,उन्होंने इस वर्कशॉप को लगाया और उन्हें इस वर्कशॉप में जिंदगी कौशल और बुनियादी ज्ञान दिया गया।10 विभिन्न जगहों से आए 43 बच्चों ने इसमें भाग लिया। इस वर्कशॉप में उनकी दिनचर्या प्रार्थना से शुरू होकर मंत्र उच्चारण, एक्सरसाइज और आम जिंदगी की कौशल के साथ-साथ बुनियादी ज्ञान के साथ समाप्त की जाती थी। इसमें इनको आर्ट एंड क्राफ्ट, रंग चिकित्सा, सही पहचान करना जिसमें सब्जियों और फलों की पहचान करना भी सिखाया गया। नृत्य और मोटर कौशल पर भी काम कराया गया। हर गतिविधि में बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इनमें से अधिकतर बच्चे मानसिक बीमारी के थे।ऐसे बच्चे जिन्हें कोई भी बात समझ नहीं आती उन्हें संयम बनाने के साथ-साथ, वह आपकी बात सुने ,एक जगह शांत बैठ कर, जो कि बहुत बड़ा चैलेंज था यह सब सिखाया गया। अधिकतर को गिनती गिनना, कुछ को रंगों की पहचान, एक दूसरे के साथ मिलकर रहने की आदत डाली गई। इस वर्कशॉप से यह तो निश्चय हो गया है कि मानसिक बीमारी वाले और डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों को बैलेंस में लाना चाहते हैं तो उन्हें स्कूल जरूर भेजना चाहिए।
हर मां बाप से अनुरोध है कि वह यह न समझे यह बच्चे कुछ नहीं कर सकते समय जरूर ज्यादा लगता है लेकिन यह संभव है कि यह आपकी परेशानी ना बनकर आपके घर के कामों में आपका हाथ बता सकते हैं अगर इन्हें सिखाया जाए तो। एक सहयोगी के रूप में, चपरासी या फोटोस्टेट तक का काम भी सीख सकते हैं। लेकिन यह काम तभी सीखेंगे जब इन्हें सिखाया जाएगा, फिर वह दिन दूर नहीं जब यह उस में माहिर हो जाएंगे। शिक्षा मंत्री कंवर पाल जी का इस वर्कशॉप में बहुत बड़ा सहयोग रहा।