डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 06 जनवरी :
फेडरेशन ऑफ़ प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की प्रदेश के अस्थाई मान्यता प्राप्त, परमिशन प्राप्त करीब 1350 स्कूलों के हाई स्कूल और सीनियर सेकेंडरी स्कूल के करीब 1,50,000 बच्चों की बोर्ड परीक्षा को लेकर असमंजस मुख्यमंत्री की विधान सभा में घोषणा के बाद भी की इस वर्ष बच्चों का भविष्य बर्बाद नहीं होने दिया जायेगा और कोई न कोई रास्ता प्रदेश के बच्चों के भविष्य के मद्देनजर निकाला जायेगा, और प्रदेश के लाखों बच्चे नियमित परीक्षा की बाट देख रहे हैं।
कुलभुषण शर्मा ने कहा की मुख्यमंत्री के घोषणा के बाद हज़ारो स्कूल संचालको और लाखों बच्चों को राहत की साँस मिली थी और उम्मीद जगी थी की अब 19 वर्षो से चल रही समस्या का मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद स्थाई समाधान निकल सकेगा।
शर्मा ने कहा बोर्ड द्वारा पोर्टल तो खोला गया हैं लेकिन हरियाणा सरकार द्वारा 15 तारीख तक छुटियाँ घोषित होने के कारण हरियाणा के सभी स्कूल बंद पड़े हैं और स्टाफ भी छुट्टी पर हैं इसलिए उन्होंने सरकार और बोर्ड से मांग की हैं की इसकी तारीख कम से कम 25 जनवरी तक बढ़ाया जाए, और प्रदेश के सभी बच्चों की परीक्षा नियमित परीक्षार्थी के रूप में ली जाए।
कुलभुषण शर्मा ने मुख्यमंत्री से मांग की के नियमों का मामला विद्यालयों और विभाग के मध्य का मामला हैं और हाईकोर्ट में भी इसको लेकर मामला विचाराधीन हैं परन्तु इसकी सजा किसी भी कीमत पर हरियाणा प्रदेश के विद्यार्थियों को नहीं दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा इसका प्रभाव सिर्फ बोर्ड परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों पर ही नहीं बल्कि 9वीं कक्षा और 11वी कक्षा के विद्यार्थियों पर भी पड़ेगा जिनकी संख्या भी 1,50,000 से अधिक हो सकती हैं |