प्राथमिक प्रशिक्ष्ाण केन्द्र ,भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल,भानू में एस.एल.सी.( सेक्शन लीडरशिप कोर्स ) 165, जे.एल.एल-01(जूनियर लीडरशिप लेवल-1) कोर्स के 133, जवानों का शुरू हुआ प्रशिक्षण
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 04 जनवरी :
प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, भानू, पंचकुला (हरियाणा) में जे.एल.एल.-1 (जूनियर लीडरशिप लेवल-1), एस.एल.सी.( सेक्शन लीडरशिप कोर्स ) एवं पी.टी.कोर्स का हुआ उदघाटन । इस उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि श्री ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक, प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भारत तिब्बत सीमा बल थे । इस अवसर पर श्री विक्रांत थपलियाल सेनानी एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थिति रहे।
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की विभिन्न वाहिनीयों से आये हुये जे.एल.एल.-1 (जूनियर लीडरशिप लेवल-1) कोर्स हेतू 133 है०का०/जी०डी० तथा एस.एल.सी.( सेक्शन लीडरशिप कोर्स )हेतू 165 कॅास्टेबल/जी०डी० प्रशिक्षणार्थी शामिल हुए है। जे.एल.एल.-1 (जूनियर लीडरशिप लेवल-1) एवं एस.एल.सी.( सेक्शन लीडरशिप कोर्स ) यह दोनो कोर्स पदोन्नति के पूर्व करने वाले आवश्यक कोर्सो मे से है, पदोन्नति से पूर्व किए जाने वाले कोर्सो में जवानों को अपनी अगली पदोन्नति हेतू मानसिक एवं शारीरिक रूप से तैयार किया जाता है। जे.एल.एल.-1 (जूनियर लीडरशिप लेवल-1) की अवधि 04 सप्ताह है एवं एस.एल.सी.( सेक्शन लीडरशिप कोर्स ) की अवधि 08 सप्ताह है। इन सप्ताहों में कोर्स के दौरान पी.टी., ड्रिल, वैपन, टेक्टिस सी.डब्लू.सी.आई. मैप रीडिग इत्यादि से सम्बंधित प्रशिक्षण दिया जायेगा , जो पदाधिकारी यह कोर्स सफलता पूर्वक उत्तीर्ण कर लेते है वह कांस्टेबल है०कांस्टेबल के योग्य एवं है०कांस्टेबल सहा०उप निरीक्षक के योग्य हो जाते है।
इस अवसर पर श्री ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक द्वारा विभिन्न वाहिनियों से आये हुए पदोन्नति कोर्स हेतू सभी जवानों को बताया गया कि प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र एक बेहतरीन प्रशिक्षण केन्द्र है जिसमें बेहतरीन सुविधाएं जैसे ड्रिल ग्राउण्ड , पी०टी० ग्राउण्ड ,आब्सटिकल ,स्वींमिंग पूल, वैपन विंग तथा टैक विंग , छोटी व लम्बी फायरिंग रेंज इत्यादि सुविधाएं उपलब्ध है । इसके उपरांत श्री ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि मुझे आशा ही नही बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आप सब अपने कोर्स के दौरान हर क्षेत्र में अच्छा से अच्छा सीखने का प्रयास करेंगे,एवं सीखे गये कौशलों से अपनी अपनी वाहिनियों के पदाधिकारियों को लाभान्वित करेंगे।