मुख्यमंत्री ने नशा तस्करों की जायदाद ज़ब्त करने के दिए आदेश 

  • घृणित जुर्म में शामिल अधिकारियों के खि़लाफ़ सख़्त करवाई करने के लिए कहा
  • गांवों को नशा मुक्त करने के लिए गाँव वासियों को सर्वसम्मति से प्रस्ताव लाने का न्योता

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            राज्य में नशों की कुरीति के खि़लाफ़ जंग और तेज़ करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज अधिकारियों को नशा तस्करी के घृणित जुर्म में शामिल तस्करों की जायदाद कुर्क करने के हुक्म दिए हैं।

            राज्य में अमन-कानून की व्यवस्था का जायज़ा लेने के लिए मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने नशों के बीमारी को जड़ से उखाड़ने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ वचनबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नशों की तस्करी में शामिल बड़ी मछली को पहले ही जेल की सलाखों के पीछे पहुँचा दिया है। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों के खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही करते हुए तुरंत इनकी जायदाद ज़ब्त की जाये।

            मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कानून में अपेक्षित संशोधन करने की ज़रूरत हुई तो तुरंत किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी पुलिस अधिकारी के अधिकार क्षेत्र में नशा की बिक्री का मामला सामने आया तो इस कोताही के लिए वह अधिकारी ही जवाबदेह होगा। भगवंत मान ने कहा कि नशों की तस्करी में शामिल अधिकारियों के खि़लाफ़ भी सख़्त से सख़्त कार्यवाही की जायेगी।

            मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि गाँव वासियों की तरफ से अपने-अपने गाँवों को नशा मुक्त बनाने के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करने को यकीनी बनाया जाये। भगवंत मान ने कहा कि इनको ग्रामीण विकास फंड के अंतर्गत दी जातीं ग्रांटें और अन्य लाभ देने को प्राथमिकता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव पास करने वाले गाँवों की सुरक्षा को पूरी तरह यकीनी बनाया जायेगा।