शिविर में भारतीय प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई
डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली – 03 जनवरी :
राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कालांवाली में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस विशेष शिविर के दूसरे दिन सहीराम चाहर खंड शिक्षा अधिकारी औढा मुख्यातिथि मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे| शिविर की शुरुआत प्रार्थनासभा के साथ की गई|उन्होंने प्रथम भारतीय महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए|खंड शिक्षा अधिकारी ने स्वयंसेवकों के साथ श्रमदान करते हुए उन्हें प्रेरित किया|
उन्होंने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का महत्व बताया| ये शिविर आपको अच्छे नागरिक, समाज में आपकी भूमिका, समाज सेवा की भावना पैदा करते है| युवा विद्यार्थी ही देश की रीढ़ होते है, उन्हें अच्छी दिशा में चलकर अपने भविष्य का निर्माण करना चाहिए| शिविर के प्रथम चरण में स्वयंसेवकों ने श्रमदान करते हुए विद्यालय प्रवेश द्वार के पास लगी कंटीली झाड़ियों को उखाड़ा| दीवारों के साथ उगी हुई खरपतवार को हटाते हुए स्वच्छ्ता का कार्य किया| उबड़- खावड़ रास्तों को समतल बनाने में विशेष योगदान दिया|
दूसरे चरण में प्राध्यापक रुपिन्द्र गुरैयां ने प्रथम भारतीय महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनका जीवन संघर्ष विस्तारपूर्वक स्वयंसेवकों को बताया| सावित्री बाई शिक्षक होने के साथ भारत के नारी मुक्ति आंदोलन की पहली नेता, समाज सुधारक थी| उन्होंने बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए समाज का कड़ा विरोध झेलना पड़ा| कार्यक्रम अधिकारी मनोहर खनगवाल ने सावित्री बाई के बारे बताया कि उन्होंने अपने 9छात्राओं के साथ महिलाओं के लिए पहले स्कूल की स्थापना 3 जनवरी 1848 में पुणे में की | उन्हें इस दौरान विद्यालय चलाना बहुत मुश्किल था लोग उस पर पत्थर तथा कीचड़ फेंकने लगते थे क्योंकि उस समय महिलाओं को शिक्षा का अधिकार नहीं था| जातिवाद,छूआ-छूत, सतीप्रथा, बाल विवाह अपने चरम पर था|
उन्होंने इन सभी सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए अपना जीवन समाज सेवा में अर्पित कर दिया| स्वयंसेवकों ने ध्यान मग्न होकर उनके जीवन संघर्ष के बारे में सुना और उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया|
इस अवसर पर रेणु बाला, गुरप्रीत सिंह,गुरदीप सिंह,हरपाल सिंह,नम्रता गोयल, विनोद कुमार,अंजु रानी,राजन गर्ग, दीपिका, रजनी सेठी, देवेंद्र फौजी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे|