नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा सवालों के घेरे में है कि यह निर्माण शुरू क्यों नहीं करवाया गया और उनके मन में आखिर क्या है? तीन सालों में उनकी कितनी घोषणाएं कितने वचन झूठ बन गए।
करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ – 1 जनवरी :
ओमप्रकाश कालवा पालिका अध्यक्ष जवाब दें कि 2023 का पहला दिन है और 14 अप्रैल 2023 को केवल साढे 3 महीने शेष है इतने समय में अंबेडकर लाइब्रेरी क्या कोई जादूई तरीके से बन जाएगी और शुरू हो जाएगी? 50 लाख रुपए से निर्माण किए जाने की घोषणा 14 अप्रैल 2022 के समारोह में हुई थी। आश्चर्य यह है कि इस समारोह के बाद में कुछ भी नहीं हुआ। समारोह में शिलान्यास हमेशा निर्माण स्थल पर नींव खोदकर कुछ इंटे लगाकर किया जाता है और बोर्ड लगाया जाता है। लेकिन कालवा जी द्वारा आयोजित समारोह में मंच पर एक बोर्ड पट्टी का रखी है जिस पर शिलान्यास का उल्लेख था उसी पट्टी का के साथ में सभी के फोटोग्राफ्स हुए। मंच पर ही उद्घाटन हुआ। शिलान्यास पट्टिका के पास में एक ईंट भी रखी हुई थी वास्तविक निर्माण स्थल पर एक ईंट भी नहीं लग पाई। मंच पर शिलान्यास कराना और स्थल पर निर्माण शुरू नहीं कराना। सात महीनों से अधिक समय बीत जाना मामूली नहीं। कालवा के मन में क्या है? वे निर्माण शुरू क्यों नहीं करवा रहे? क्या बाधा है?
समारोहों में यह विश्वास संकल्प प्रकट किया गया था कि बाबा साहेब की आने वाली जयंती 14 अप्रैल 2023 को यह पुस्तकालय शुरू कर दिया जाएगा और यहां पर बाहर से आने वाले छात्रों को छात्राओं को सभी प्रकार की सुविधाएं प्राप्त हो सकेगी।
सवाल बड़ा है कि अब इतने कम समय में यह निर्माण संभव नहीं है। नगर पालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा को मालुम होना चाहिए कि इससे तो लोग भ्रमित हुए हैं। यहां किसी की भी जेब से पैसा नहीं लगना था। सही समय पर तुरंत निर्माण शुरू करने की बात कही गई थी।समारोह के बाद में 10- 15 दिन के अंदर नींव खुदाई के साथ निर्माण शुरू होना था लेकिन ऐसा किया नहीं गया।आखिर इसका कारण क्या है? जब शिलान्यास के बाद में निर्माण शुरू नहीं हुआ नींव ही नहीं खुदी तो यह सारा कार्यक्रम झूठा नजर आ रहा है।
इस कार्यक्रम में जो लोग उपस्थित थे वे ठगे से महसूस करेंगे। उनको भी मालूम नहीं है जिनसे समारोह में कार्यक्रम करवाया गया भाषण दिलवाए गए।
इस समारोह ने मुख्य अतिथि जिला प्रमुख कुलदीप इंदौरा विशिष्ट अतिथि डूंगरराम गेदर शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष जो उस समय उपाध्यक्ष के पद पर थे और विशिष्ट अतिथि पंचायत समिति प्रधान हजारी राम मील थे। लोगों को सपना क्यों दिखाया गया?
नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा सवालों के घेरे में है कि यह निर्माण शुरू क्यों नहीं करवाया गया और उनके मन में आखिर क्या है? तीन सालों में उनकी कितनी घोषणाएं कितने वचन झूठ बन गए।