।। श्री वैभव लक्ष्मी व्रत कथा ।।

सुख, शांति, वैभव और लक्ष्मी प्राप्ति के लिए अद्भुत चमत्कारी प्राचीन व्रत वैभव लक्ष्मी व्रत करने का नियम

सनातन धर्म में मां लक्ष्‍मी के विभिन्‍न स्‍वरूपों की पूजा और आराधना की जाती है। कोई धन लक्ष्‍मी, कोई वैभव लक्ष्‍मी, कोई गजलक्ष्‍मी तो कोई संतान लक्ष्‍मी के रूप में पूजता है। मनोकामना के अनुसार आप मां लक्ष्‍मी के स्‍वरूप की पूजा अर्चना कर सकते हैं। आज के समय हर कोई मां लक्ष्मी का साथ चाहता है। जीवन में पैसों की कमी न हो इसके लिए लोग मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका? जी हां, अगर आपसे मां लक्ष्मी रूठ गई हैं तो आप उन्हें वैभव लक्ष्मी व्रत से मना सकते हैं। वैभव लक्ष्मी व्रत को शुक्रवार के दिन किया जाता है। शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी, मां दुर्गा व संतोषी माता का माना जाता है। मान्यता है कि शुक्रवार के दिन विधि-विधान से पूजा करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनका साथ हमेशा बना रहता है।

राजवीरेन्द्र वसिष्ठ, धर्म/संसकृति डेस्क, चंडीगढ़ :

  1. यह व्रत सौभाग्यशाली स्त्रियां करें तो उनका अति उत्तम फल मिलता है, पर घर में यदि सौभाग्यशाली स्त्रियां न हों तो कोई भी स्त्री एवं कुमारिका भी यह व्रत कर सकती है।
  2. स्त्री के बदले पुरुष भी यह व्रत करें तो उसे भी उत्तम फल अवश्य मिलता है।
  3. यह व्रत पूरी श्रद्धा और पवित्र भाव से करना चाहिए। खिन्न होकर या बिना भाव से यह व्रत नहीं करना चाहिए। 
  4. यह व्रत शुक्रवार को किया जाता है। व्रत शुरु करते वक्त 11 या 21 शुक्रवार की मन्नत रखनी पड़ती है और बताई गई शास्त्रीय विधि अनुसार ही व्रत करना चाहिए। मन्नत के शुक्रवार पूरे होने पर विधिपूर्वक और बताई गई शास्त्रीय रीति के अनुसार उद्यापन करना चाहिए। यह विधि सरल है। किन्तु शास्त्रीय विधि अनुसार व्रत न करने पर व्रत का जरा भी फल नहीं मिलता है। 
  5. एक बार व्रत पूरा करने के पश्चात फिर मन्नत कर सकते हैं और फिर से व्रत कर सकते हैं।
  6. माता लक्ष्मी देवी के अनेक स्वरूप हैं। उनमें उनका ‘धनलक्ष्मी’ स्वरूप ही ‘वैभवलक्ष्मी’ है और माता लक्ष्मी को श्रीयंत्र अति प्रिय है। व्रत करते समय माता लक्ष्मी के विविध स्वरूप यथा श्रीगजलक्ष्मी, श्री अधिलक्ष्मी, श्री विजयलक्ष्मी, श्री ऐश्वर्यलक्ष्मी, श्री वीरलक्ष्मी, श्री धान्यलक्ष्मी एवं श्री संतानलक्ष्मी तथा श्रीयंत्र को प्रणाम करना चाहिए।
  7. व्रत के दिन सुबह से ही ‘जय माँ लक्ष्मी’, ‘जय माँ लक्ष्मी’ का रटन मन ही मन करना चाहिए और माँ का पूरे भाव से स्मरण करना चाहिए।
  8. शुक्रवार के दिन यदि आप प्रवास या यात्रा पर गये हों तो वह शुक्रवार छोड़कर उनके बाद के शुक्रवार को व्रत करना चाहिए अर्थात् व्रत अपने ही घर में करना चाहिए। कुल मिलाकर जितने शुक्रवार की मन्नत ली हो, उतने शुक्रवार पूरे करने चाहिए।
  9. घर में सोना न हो तो चाँदी की चीज पूजा में रखनी चाहिए। अगर वह भी न हो तो रोकड़ रुपया रखना चाहिए।
  10. व्रत पूरा होने पर कम से कम सात स्त्रियों को या आपकी इच्छा अनुसार जैसे 11, 21, 51 या 101 स्त्रियों को वैभवलक्ष्मी व्रत की पुस्तक कुमकुम का तिलक करके भेंट के रूप में देनी चाहिए। जितनी ज्यादा पुस्तक आप देंगे उतनी माँ लक्ष्मी की ज्यादा कृपा होगी और माँ लक्ष्मी जी के इस अद्भुत व्रत का ज्यादा प्रचार होगा।
  11. व्रत के शुक्रवार को स्त्री रजस्वला हो या सूतकी हो तो वह शुक्रवार छोड़ देना चाहिए और बाद के शुक्रवार से व्रत शुरु करना चाहिए। पर जितने शुक्रवार की मन्नत मानी हो, उतने शुक्रवार पूरे करने चाहिए।

या रक्ताम्बुजवासिनी विलसिनी चण्डांशु तेजस्विनीं।

या रक्ता रुधिराम्बरा हरिसखी या श्री मनोल्हादिनी।।

या   रत्नाकरमन्थनात्प्रगटितां विष्णोस्वया गेहिनी।

सा   मां   पातु मनोरमा भगवती लक्ष्मीश्च पद्मावती।।

अर्थात् – जो लाल कमल में रहती है, जो अपूर्व कांतिवाली हैं, जो असह्य तेजवाली हैं, जो पूर्णरूप से लाल हैं, जिसने रक्तरूप वस्त्र पहने हैं, जे भगवान विष्णु को अतिप्रिय हैं, जो लक्ष्मी मन को आनन्द देती हैं, जो समुद्रमंथन से प्रकट हुई है, जो विष्णु भगवान की पत्नी हैं, जो कमल से जन्मी हैं और जो अतिशय पूज्य है, वैसी हे लक्ष्मी देवी! आप मेरी रक्षा करें।13. व्रत के दिन हो सके तो उपवास करना चाहिए और शाम को व्रत की विधि करके माँ का प्रसाद लेकर व्रत करना चाहिए। अगर न हो सके तो फलाहार या एक बार भोजन कर के शुक्रवार का व्रत रखना चाहिए। अगर व्रतधारी का शरीर बहुत कमजोर हो तो ही दो बार भोजन ले सकते हैं। सबसे महत्व की बात यही है कि व्रतधारी माँ लक्ष्मी जी पर पूरी-पूरी श्रद्धा और भावना रखे और ‘मेरी मनोकामना माँ पूरी करेंगी ही’, ऐसा दृढ़ विश्वास रखकर व्रत करे।

वैभवलक्ष्मी व्रत की कथा

एक बड़ा शहर था। इस शहर में लाखों लोग रहते थे। पहले के जमाने के लोग साथ-साथ रहते थे और एक दूसरे के काम आते थे। पर नये जमाने के लोगों का स्वरूप ही अलग सा है। सब अपने अपने काम में रत रहते हैं। किसी को किसी की परवाह नहीं। घर के सदस्यों को भी एक-दूसरे की परवाह नहीं होती। भजन-कीर्तन, भक्ति-भाव, दया-माया, परोपकार जैसे संस्कार कम हो गये हैं। शहर में बुराइयाँ बढ़ गई थी। शराब, जुआ, रेस, व्यभिचार, चोरी-डकैती आदि बहुत से अपराध शहर में होते थे।

कहावत है कि ‘हजारों निराशा में एक अमर आशा छिपी हुई है’ इसी तरह इतनी सारी बुराइयों के बावजूद शहर में कुछ अच्छे लोग भी रहते थे। ऐसे अच्छे लोगों में शीला और उनके पति की गृहस्थी मानी जाती थी। शीला धार्मिक प्रकृति की और संतोषी थी। उनका पति भी विवेकी और सुशील था। शीला और उनका पति ईमानदारी से जीते थे। वे किसी की बुराई न करते थे और प्रभु भजन में अच्छी तरह समय व्यतीत कर रहे थे। उनकी गृहस्थी आदर्श गृहस्थी थी और शहर के लोग उनकी गृहस्थी की सराहना करते थे।

शीला की गृहस्थी इसी तरह खुशी-खुशी चल रही थी। पर कहा जाता है कि ‘कर्म की गति अकल है’, विधाता के लिखे लेख कोई नहीं समझ सकता है। इन्सान का नसीब पल भर में राजा को रंक बना देता है और रंक को राजा। शीला के पति के अगले जन्म के कर्म भोगने बाकी रह गये होंगे कि वह बुरे लोगों से दोस्ती कर बैठा। वह जल्द से जल्द करोड़पति होने के ख्वाब देखने लगा। इसलिए वह गलत रास्ते पर चल निकला और करोड़पति के बजाय रोड़पति बन गया। याने रास्ते पर भटकते भिखारी जैसी उसकी स्थिति हो गयी थी।

शहर में शराब, जुआ, रेस, चरस-गांजा आदि बदियां फैली हुई थीं। उसमें शीला का पति भी फँस गया। दोस्तों के साथ उसे भी शराब की आदत हो गई। जल्द से जल्द पैसे वाला बनने की लालच में दोस्तों के साथ रेस जुआ भी खेलने लगा। इस तरह बचाई हुई धनराशि, पत्नी के गहने, सब कुछ रेस-जुए में गँवा दिया था। समय के परिवर्तन के साथ घर में दरिद्रता और भुखमरी फैल गई। सुख से खाने के बजाय दो वक्त के भोजन के लाले पड़ गये और शीला को पति की गालियाँ खाने का वक्त आ गया था। शीला सुशील और संस्कारी स्त्री थी। उसको पति के बर्ताव से बहुत दुख हुआ। किन्तु वह भगवान पर भरोसा करके बड़ा दिल रख कर दुख सहने लगी। कहा जाता है कि ‘सुख के पीछे दुख और दुख के पीछे सुख आता ही है। इसलिए दुख के बाद सुख आयेगा ही, ऐसी श्रद्धा के साथ शीला प्रभु भक्ति में लीन रहने लगी। इस तरह शीला असह्य दुख सहते-सहते प्रभुभक्ति में वक्त बिताने लगी। 

अचानक एक दिन दोपहर में उनके द्वार पर किसी ने दस्तक दी। शीला सोच में पड़ गयी कि मुझ जैसे गरीब के घर इस वक्त कौन आया होगा? फिर भी द्वार पर आये हुए अतिथि का आदर करना चाहिए, ऐसे आर्य धर्म के संस्कार वाली शीला ने खड़े होकर द्वार खोला। देखा तो एक माँ जी खड़ी थी। वे बड़ी उम्र की लगती थीं। किन्तु उनके चेहरे पर अलौकिक तेज निखर रहा था। उनकी आँखों में से मानो अमृत बह रहा था। उनका भव्य चेहरा करुणा और प्यार से छलकता था। उनको देखते ही शीला के मन में अपार शांति छा गई। वैसे शीला इस माँ जी को पहचानती न थी, फिर भी उनको देखकर शीला के रोम-रोम में आनन्द छा गया। शीला माँ जी को आदर के साथ घर में ले आयी। घर में बिठाने के लिए कुछ भी नहीं था। अतः शीला ने सकुचा कर एक फटी हुई चादर पर उनको बिठाया।

माँ जी ने कहा: ‘क्यों शीला! मुझे पहचाना नहीं?’

शीला ने सकुचा कर कहा: ‘माँ! आपको देखते ही बहुत खुशी हो रही है। बहुत शांति हो रही है। ऐसा लगता है कि मैं बहुत दिनों से जिसे ढूढ़ रही थी वे आप ही हैं, पर मैं आपको पहचान नहीं सकती।’

माँ जी ने हँसकर कहा: ‘क्यों? भूल गई? हर शुक्रवार को लक्ष्मी जी के मंदिर में भजन-कीर्तन होते हैं, तब मैं भी वहाँ आती हूँ। वहाँ हर शुक्रवार को हम मिलते हैं।’

पति गलत रास्ते पर चढ़ गया, तब से शीला बहुत दुखी हो गई थी और दुख की मारी वह लक्ष्मीजी के मंदिर में भी नहीं जाती थी। बाहर के लोगों के साथ नजर मिलाते भी उसे शर्म लगती थी। उसने याददाश्त पर जोर दिया पर वह माँ जी याद नहीं आ रही थीं।

तभी माँ जी ने कहा: ‘तू लक्ष्मी जी के मंदिर में कितने मधुर भजन गाती थी। अभी-अभी तू दिखाई नहीं देती थी, इसलिए मुझे हुआ कि तू क्यों नहीं आती है? कहीं बीमार तो नहीं हो गई है न? ऐसा सोचकर मैं तुझसे मिलने चली आई हूँ।’

माँ जी के अति प्रेम भरे शब्दों से शीला का हृदय पिघल गया। उसकी आँखों में आँसू आ गये। माँ जी के सामने वह बिलख-बिलख कर रोने लगी। यह देख कर माँ जी शीला के नजदीक आयीं और उसकी सिसकती पीठ पर प्यार भरा हाथ फेर कर सांत्वना देने लगीं।

माँ जी ने कहा: ‘बेटी! सुख और दुख तो धूप छांव जैसे होते हैं। धैर्य रखो बेटी! और तुझे परेशानी क्या है? तेरे दुख की बात मुझे सुना। तेरा मन हलका हो जायेगा और तेरे दुख का कोई उपाय भी मिल जायेगा।’

माँ जी की बात सुनकर शीला के मन को शांति मिली। उसने माँ जी से कहा: ‘माँ! मेरी गृहस्थी में भरपूर सुख और खुशियाँ थीं, मेरे पति भी सुशील थे। अचानक हमारा भाग्य हमसे रूठ गया। मेरे पति बुरी संगति में फँस गये और बुरी आदतों के शिकार हो गये तथा अपना सब-कुछ गवाँ बैठे हैं तथा हम रास्ते के भिखारी जैसे बन गये हैं।’

यह सुन कर माँ जी ने कहा: ‘ऐसा कहा जाता है कि , ‘कर्म की गति न्यारी होती है’, हर इंसान को अपने कर्म भुगतने ही पड़ते हैं। इसलिए तू चिंता मत कर। अब तू कर्म भुगत चुकी है। अब तुम्हारे सुख के दिन अवश्य आयेंगे। तू तो माँ लक्ष्मी जी की भक्त है। माँ लक्ष्मी जी तो प्रेम और करुणा की अवतार हैं। वे अपने भक्तों पर हमेशा ममता रखती हैं। इसलिए तू धैर्य रख कर माँ लक्ष्मी जी का व्रत कर। इससे सब कुछ ठीक हो जायेगा।

‘माँ लक्ष्मी जी का व्रत’ करने की बात सुनकर शीला के चेहरे पर चमक आ गई। उसने पूछा: ‘माँ! लक्ष्मी जी का व्रत कैसे किया जाता है, वह मुझे समझाइये। मैं यह व्रत अवश्य करूँगी।’

माँ जी ने कहा: ‘बेटी! माँ लक्ष्मी जी का व्रत बहुत सरल है। उसे ‘वरदलक्ष्मी व्रत’ या ‘वैभवलक्ष्मी व्रत’ भी कहा जाता है। यह व्रत करने वाले की सब मनोकामना पूर्ण होती है। वह सुख-सम्पत्ति और यश प्राप्त करता है। ऐसा कहकर माँ जी ‘वैभवलक्ष्मी व्रत’ की विधि कहने लगी।

‘बेटी! वैभवलक्ष्मी व्रत वैसे तो सीधा-सादा व्रत है। किन्तु कई लोग यह व्रत गलत तरीके से करते हैं, अतः उसका फल नहीं मिलता। कई लोग कहते हैं कि सोने के गहने की हलदी-कुमकुम से पूजा करो बस व्रत हो गया। पर ऐसा नहीं है। कोई भी व्रत शास्त्रीय विधि से करना चाहिए। तभी उसका फल मिलता है। सच्ची बात यह है कि सोने के गहनों का विधि से पूजन करना चाहिए। व्रत की उद्यापन विधि भी शास्त्रीय विधि से करना चाहिए।

यह व्रत शुक्रवार को करना चाहिए। प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ कपड़े पहनो और सारा दिन ‘जय माँ लक्ष्मी’  का रटन करते रहो। किसी की चुगली नहीं करनी चाहिए। शाम को पूर्व दिशा में मुँह करके आसन पर बैठ जाओ। सामने पाटा रखकर उस पर रुमाल रखो। रुमाल पर चावल का छोटा सा ढेर करो। उस ढेर पर पानी से भरा तांबे का कलश रख कर, कलश पर एक कटोरी रखो। उस कटोरी में एक सोने का गहना रखो। सोने का न हो तो चांदी का भी चलेगा। चांदी का न  हो तो नकद रुपया भी चलेगा। बाद में घी का दीपक जला कर अगरबत्ती सुलगा कर रखो।

माँ लक्ष्मी जी के बहुत स्वरूप हैं। और माँ लक्ष्मी जी को ‘श्रीयंत्र’ अति प्रिय है। अतः ‘वैभवलक्ष्मी’ में पूजन विधि करते वक्त सर्वप्रथम ‘श्रीयंत्र’ और लक्ष्मी जी के विविध स्वरूपों का सच्चे दिल से दर्शन करो। उसके बाद ‘लक्ष्मी स्तवन’ का पाठ करो। बाद में कटोरी में रखे हुए गहने या रुपये को हल्दी-कुमकुम और चावल चढ़ाकर पूजा करो और लाल रंग का फूल चढ़ाओ। शाम को कोई मीठी चीज बना कर उसका प्रसाद रखो। न हो सके तो शक्कर या गुड़ भी चल सकता है। फिर आरती करके ग्यारह बार सच्चे हृदय से ‘जय माँ लक्ष्मी’ बोलो। बाद में ग्यारह या इक्कीस शुक्रवार यह व्रत करने का दृढ़ संकल्प माँ के सामने करो और आपकी जो मनोकामना हो वह पूरी करने को माँ लक्ष्मी जी से विनती करो। फिर माँ का प्रसाद बाँट दो। और थोड़ा प्रसाद अपने लिए रख लो। अगर आप में शक्ति हो तो सारा दिन उपवास रखो और सिर्फ प्रसाद खा कर शुक्रवार का व्रत करो। न शक्ति हो तो एक बार शाम को प्रसाद ग्रहण करते समय खाना खा लो। अगर थोड़ी शक्ति भी न हो तो दो बार भोजन कर सकते हैं। बाद में कटोरी में रखा गहना या रुपया ले लो। कलश का पानी तुलसी की क्यारी में डाल दो और चावल पक्षियों को डाल दो। इसी तरह शास्त्रीय विधि से व्रत करने से उसका फल अवश्य मिलता है। इस व्रत के प्रभाव से सब प्रकार की विपत्ति दूर हो कर आदमी मालामाल हो जाता हैं संतान न हो तो संतान प्राप्ति होती है। सौभाग्वती स्त्री का सौभाग्य अखण्ड रहता है। कुमारी लड़की को मनभावन पति मिलता है।

शीला यह सुनकर आनन्दित हो गई। फिर पूछा: ‘माँ! आपने वैभवलक्ष्मी व्रत की जो शास्त्रीय विधि बताई है, वैसे मैं अवश्य करूंगी। किन्तु उसकी उद्यापन विधि किस तरह करनी चाहिए? यह भी कृपा करके सुनाइये।’

माँ जी ने कहा: ‘ग्यारह या इक्कीस जो मन्नत मानी हो उतने शुक्रवार यह वैभवलक्ष्मी व्रत पूरी श्रद्धा और भावना से करना चाहिए। व्रत के आखिरी शुक्रवार को खीर का नैवेद्य रखो। पूजन विधि हर शुक्रवार को करते हैं वैसे ही करनी चाहिए। पूजन विधि के बाद श्रीफल फोड़ो और कम से कम सात कुंवारी या सौभाग्यशाली स्त्रियों को कुमकुम का तिलक करके ‘वैभवलक्ष्मी व्रत’ की एक-एक पुस्तक उपहार में देनी चाहिए और सब को खीर का प्रसाद देना चाहिए। फिर धनलक्ष्मी स्वरूप, वैभवलक्ष्मी स्वरूप, माँ लक्ष्मी जी की छवि को प्रणाम करें। माँ लक्ष्मी जी का यह स्वरूप वैभव देने वाला है। प्रणाम करके मन ही मन भावुकता से माँ की प्रार्थना करते वक्त कहें कि , ‘हे माँ धनलक्ष्मी! हे माँ वैभवलक्ष्मी! मैंने सच्चे हृदय से आपका व्रत पूर्ण किया है। तो हे माँ! हमारी मनोकामना पूर्ण कीजिए। हमारा सबका कल्याण कीजिए। जिसे संतान न हो उसे संतान देना। सौभाग्यशाली स्त्री का सौभाग्य अखण्ड रखना। कुंवारी लड़की को मनभावन पति देना। आपका यह चमत्कारी वैभवलक्ष्मी व्रत जो करे उसकी सब विपत्ति दूर करना। सब को सुखी करना। हे माँ! आपकी महिमा अपरम्पार है।’

माँ जी के पास से वैभवलक्ष्मी व्रत की शास्त्रीय विधि सुनकर शीला भावविभोर हो उठी। उसे लगा मानो सुख का रास्ता मिल गया। उसने आँखें बंद करके मन ही मन उसी क्षण संकल्प लिया कि, ‘हे वैभवलक्ष्मी माँ! मैं भी माँ जी के कहे अनुसार श्रद्धापूर्वक शास्त्रीय विधि से वैभवलक्ष्मी व्रत इक्कीस शुक्रवार तक करूँगी और व्रत की शास्त्रीय रीति के अनुसार उद्यापन भी करूँगी।

शीला ने संकल्प करके आँखें खोली तो सामने कोई न था। वह विस्मित हो गई कि माँ जी कहां गयी? यह माँ जी कोई दूसरा नहीं साक्षात लक्ष्मी जी ही थीं। शीला लक्ष्मी जी की भक्त थी इसलिए अपने भक्त को रास्ता दिखाने के लिए माँ लक्ष्मी देवी माँ जी का स्वरूप धारण करके शीला के पास आई थीं।

दूसरे दिन शुक्रवार था। प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ कपड़े पहन कर शीला मन ही मन श्रद्धा और पूरे भाव से ‘जय माँ लक्ष्मी’ का मन ही मन रटन करने लगी। सारा दिन किसी की चुगली नहीं की। शाम हुई तब हाथ-पांव-मुंह धो कर शीला पूर्व दिशा में मुंह करके बैठी। घर में पहले तो सोने के बहुत से गहने थे पर पति ने गलत रास्ते पर चलकर सब गिरवी रख दिये। पर नाक की कील (पुल्ली) बच गई थी। नाक की कील निकाल कर, उसे धोकर शीला ने कटोरी में रख दी। सामने पाटे पर रुमाल रख कर मुठ्ठी भर चावल का ढेर किया। उस पर तांबे का कलश पानी भरकर रखा। उसके ऊपर कील वाली कटोरी रखी। फिर विधिपूर्वक वंदन, स्तवन, पूजन वगैरह किया और घर में थोड़ी शक्कर थी, वह प्रसाद में रख कर वैभवलक्ष्मी व्रत किया।

यह प्रसाद पहले पति को खिलाया। प्रसाद खाते ही पति के स्वभाव में फर्क पड़ गया। उस दिन उसने शीला को मारा नहीं, सताया भी नहीं। शीला को बहुत आनन्द हुआ। उसके मन में वैभवलक्ष्मी व्रत के लिए श्रद्ध बढ़ गई।

शीला ने पूर्ण श्रद्धा-भक्ति से इक्कीस शुक्रवार तक व्रत किया। इक्कीसवें शुक्रवार को विधिपूर्वक उद्यापन विधि करके सात स्त्रियों को वैभवलक्ष्मी व्रत की सात पुस्तकें उपहार में दीं। फिर माता जी के ‘धनलक्ष्मी स्वरूप’ की छवि को वंदन करके भाव से मन ही मन प्रार्थना करने लगी: ‘हे माँ धनलक्ष्मी! मैंने आपका वैभवलक्ष्मी व्रत करने की मन्नत मानी थी वह व्रत आज पूर्ण किया है। हे माँ! मेरी हर विपत्ति दूर करो। हमारा सबका कल्याण करो। जिसे संतान न हो, उसे संतान देना। सौभाग्यवती स्त्री का सौभाग्य अखण्ड रखना। कुंवारी लड़की को मनभावन पति देना। जो कोई आपका यह चमत्कारी वैभवलक्ष्मी व्रत करे, उसकी सब विपत्ति दूर करना। सब को सुखी करना। हे माँ! आपकी महिमा अपार है।’ ऐसा बोलकर लक्ष्मीजी के धनलक्ष्मी स्वरूप की छवि को प्रणाम किया।

इस तरह शास्त्रीय विधि से शीला ने श्रद्धा से व्रत किया और तुरन्त ही उसे फल मिला। उसका पति सही रास्ते पर चलने लगा और अच्छा आदमी बन गया तथा कड़ी मेहनत से व्यवसाय करने लगा। धीरे धीरे समय परिवर्तित हुआ और उसने शीला के गिरवी रखे गहने छुड़ा लिए। घर में धन की बाढ़ सी आ गई। घर में पहले जैसी सुख-शांति छा गई।

वैभवलक्ष्मी व्रत का प्रभाव देखकर मोहल्ले की दूसरी स्त्रियाँ भी शास्त्रीय विधि से वैभवलक्ष्मी का व्रत करने लगीं। हे माँ धनलक्ष्मी! आप जैसे शीला पर प्रसन्न हुईं, उसी तरह आपका व्रत करने वाले सब पर प्रसन्न होना। सबको सुख-शांति देना। जय धनलक्ष्मी माँ! जय वैभवलक्ष्मी माँ!

Rashifal

राशिफल, 04 फरवरी 2022

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा कोअपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

aries
मेष/aries

04 फरवरी 2022:    दोस्तों के साथ शाम अच्छी रहेगी लेकिन ज़्यादा खाने से बचें क्योंकि यह आपकी अगली सुबह ख़राब कर सकती है। अतिरिक्त आय के लिए अपने सृजनात्मक विचारों का सहारा लें। ग़ैर-ज़रूरी चीज़ों पर रुपये ख़र्च कर आप अपने जीवन-साथी को नाराज़ कर सकते हैं। अटके कामों के बावजूद रोमांस और बाहर घूमना-फिरना आपके दिलो-दिमाग़ पर छाया रहेगा। अगर आपको एक दिन की छुट्टी पर जाना है तो चिंता न करें, आपकी ग़ैरहाज़िरी में सभी काम ठीक से चलते रहेंगे। और अगर किसी ख़ास वजह से कोई परेशानी खड़ी भी हो जाए, तो आप लौटने पर उसे आसानी से हल कर लेंगे। कार्यक्षेत्र के किसी काम में खराबी की वजह से आज आप परेशान रह सकते हैं और इस बारे में सोचकर अपना कीमती वक्त बर्बाद कर सकते हैं। आज के दिन आप वैवाहिक जीवन का असली स्वाद चख सकते हैं।     अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

वृष/Taurus

04 फरवरी 2022:   आपको आज महत्वपूर्ण निर्णय लेने होंगे, जिसके चलते आपको तनाव और बेचैनी का सामना करना पड़ सकता है। बीते दिनों में जितना धन आपने आज को बेहतर बनाने के लिए इनवेस्ट किया था उसका फायदा आज आपको फायदा मिल सकता है। संबंधी आपके उदार स्वभाव का ग़लत फ़ायदा उठाने की कोशिश करेंगे। चौकन्ने रहें, नहीं तो बाद में आप ठगा हुआ महसूस करेंगे। उदारता एक हत तक ही ठीक है, लेकिन अगर यह अपना दायरा पार कर ले तो परेशानी बन जाती है। प्यार-मोहब्बत की नज़रिए से बेहतरीन दिन है। प्यार का मज़ा चखते रहें। अहम लोगों से बातचीत करते वक़्त अपने आँख-कान खुले रखिए, हो सकता है आपके हाथ कोई क़ीमती बात या विचार लग जाए। दिन अच्छा है दूसरों के साथ-साथ आप अपने लिए भी वक्त निकाल पाएंगे। लंबे वक़्त के बाद आप अपने जीवनसाथी के साथ नज़दीकी महसूस कर पाएंगे।   अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

मिथुन/Gemini

04 फरवरी 2022 :   ख़ुद को ज़्यादा आशावादी बनने के लिए प्रेरित करें। इससे न सिर्फ़ आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और व्यवहार लचीला होगा, बल्कि डर, ईर्ष्या और नफ़रत जैसे नकारात्मक मनोभावों में भी कमी आएगी। आज के दिन घर के किसी इलेक्ट्रोनिक सामान के खराब हो जाने की वजह से आपका धन खर्च हो सकता है। सामाजिक उत्सवों में सहभागिता का मौक़ा है, जो आपको प्रभावशाली व्यक्तियों के संपर्क में लाएगा। जो अपने प्रिय के साथ छुट्टियाँ बिता रहे हैं, ये उनकी ज़िन्दगी के सबसे यादगार लम्हों में से होंगे। अपना क़ीमती समय सिर्फ़ योजना बनाने में बर्बाद न करें, बल्कि उसकी ओर क़दम बढ़ाएँ और उसपर अमल करना शुरू करें। आज समय की नजाकत को देखते हुए आप अपने लिए समय निकाल सकते हैं लेकिन ऑफिस के किसी काम के अचानक आ जाने के कारण आप ऐसा करने में सफल नहीं हो पाएँगे। ऐसा लगता है कि आपके जीवनसाथी आज आपके ऊपर ख़ास ध्यान देंगे।    अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

कर्क/Cancer

04 फरवरी 2022:   ख़ुशनुमा दिन के लिए मानसिक तनाव और झंझटों से बचें। जो लोग अब तक पैसे को बिना वजह ही उड़ा रहे थे आज उन्हें अपने आप पर काबू रखना चाहिए और धन की बचत करनी चाहिए। रिश्तेदारों के यहाँ छोटी यात्रा आपके भागदौड़ भरे दिन में आराम और सुकून देने वाली साबित होगी। रोमांस के लिए बढ़ाए गए क़दम असर नहीं दिखाएंगे। अपनी नौकरी से चिपके रहिए और दूसरों से उम्मीद मत कीजिए कि वे आकर आपकी मदद करेंगे। टैक्स और बीमे से जुड़े विषयों पर ग़ौर करने की ज़रूरत है। आपका जीवनसाथी आपसे नाराज़ हो सकता है, क्योंकि आप उनसे कोई बात साझा करना भूल गए थे।      अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Leo
सिंह/Leo

04 फरवरी 2022 : आज आपके पास प्रचुर ऊर्जा होगी- लेकिन काम का बोझ आपकी खीज की वजह बन सकता है। अगर आपका धन से जुड़ा कोई मामला कोर्ट-कचहरी में अटका था तो आज उसमें आपको विजय मिल सकती है और आपको धन लाभ हो सकता है। घर का कुछ समय से टलता आ रहा काम-काज आपका थोड़ा वक़्त ले सकता है। प्यार में अपने अशिष्ट बर्ताव के लिए माफ़ी मांगें। अगर आपका साथी अपना वादा न निभाए तो बुरा महसूस न करें- आपको बैठकर बातचीत के ज़रिए मामला सुलझाने की ज़रूरत है। आज जीवन के कई अहम मुद्दों पर आप घरवालों के साथ बैठकर बात कर सकते हैं। आपकी बातें घरवालों को परेशान कर सकती हैं लेकिन इन बातों का हल अवश्य निकलेगा। अपने जीवनसाथी के साथ प्यार-मुहब्बत के लिए काफ़ी वक़्त मिलेगा, लेकिन सेहत गड़बड़ हो सकती है।     अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

कन्या/Virgo

04 फरवरी 2022 :    दूसरों के सफलता को सराहकर आप उसका लुत्फ़ ले सकते हैं। व्यापाार में मुनाफा आज कई व्यापारियों के चेहरे पर खुशी ला सकता है। आपकी उपलब्धी परिवार के सदस्यों को उत्साह से भर देगी और आप अपनी क़ामयाबी की फ़ेहरिस्त में एक नया मोती जड़ेंगे। दूसरों के सामने आदर्श स्थापित करने के लिए ख़ुद को बेहतर बनाने की कोशिश जारी रखें। यह दिन प्रसन्नता और ज़िन्दादिली के साथ किसी ख़ास संदेश को भी देगा । आज फ़ायदा हो सकता है, बशर्ते आप अपनी बात भली-भांति रखें और काम में लगन व उत्साह दिखाएँ। कोई रोचक मैगजीन या उपन्यास पढ़ के आजके दिन को आप अच्छी तरह से व्यतीत कर सकते हैं। अगर आप कोशिश करें तो आप अपने जीवनसाथी के साथ अपने जीवन का सबसे अच्छा दिन आज गुज़ार सकते हैं।    अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Libra
तुला/Libra

04 फरवरी 2022 :    अपने नकारात्मक रवैये के चलते आप प्रगति नहीं कर पा रहे हैं। यह इस बात को समझने का सही वक़्त है कि चिंता की आदत ने आपके सोचने की क्षमता को ख़त्म कर दिया है। हालात के उजले पहलू की ओर देखें और आप पाएंगे कि चीज़ें सुधर रही हैं। ग्रह नक्षत्रों की चाल आपके लिए आज अच्छी नहीं है, आज के दिन आपको अपने धन को बहुत सुरक्षित रखना चाहिए। घर में और आस-पास छोटे-मोटे बदलाव घर की सजावट में चार चांद लगा देंगे। आपका रुमानी संबंध आज थोड़ी परेशानी में पड़ सकता है। आपके काम की गुणवत्ता देखकर आपके वरिष्ठ आपसे प्रभावित होंगे। अपनी ख़ासियत और भविष्य की योजनाओं पर फिर से सोचने का समय। जीवनसाथी की ख़राब सेहत के चलते आप चिंताग्रस्त हो सकते हैं।     अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

वृश्चिक/Scorpio

04 फरवरी 2022 :  व्यस्त दिनचर्या के बावजूद स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आज आपको भूमि, रिअल-एस्टेट या सांस्कृतिक परियोजनाओं पर ध्यान केन्द्रित करने की ज़रूरत है। अगर आज आप किसी को सलाह देते हैं, तो ख़ुद लेने के लिए भी तैयार रहें। सावधान रहें, क्योंकि प्यार में पड़ना आज के दिन आपके लिए दूसरी कठिनाइयाँ खड़ी कर सकता है। दूसरे आपसे काफ़ी ज़्यादा समय की मांग कर सकते हैं। उनसे किसी भी तरह का वादा करने से पहले यह देख लें कि आपका काम उससे प्रभावित न हो और साथ ही वे आपकी उदारता और सुहृदयता का ग़लत फ़ायदा न उठाएँ। इस राशि के जातक आज के दिन अपने भाई-बहनों के साथ घर पर कोई मूवी या मैच देख सकते हैं। ऐसा करके आप लोगों के बीच प्यार में इजाफा होगा। पड़ोसियों का दख़ल शादीशुदा ज़िन्दगी में दिक़्क़त पैदा करने की कोशिश कर सकता है, लेकिन आप व आपके जीवनसाथी के बीच का बंधन बहुत मज़बूत है और इसे तोड़ना आसान नहीं है। अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

धनु/Sagittarius

04 फरवरी 2022 :    आप खाली समय का आनंद ले सकेंगे। आज आपको समझ आ सकता है कि धन को बिना सोच विचारे खर्च करना आपको कितना नुक्सान पहुंचा सकता है. जीवनसाथी ज़िंदगी में बदलाव लाने में मदद करेगा। ख़ुद को एक ज़िंदादिल और गर्मजोशी से भरा इंसान बनाएँ, जो ज़िंदगी की राह अपनी मेहनत और काम से बनता है। साथ ही इस राह में आने वाले गड्ढों और दिक़्क़तों से दिल छोटा न करें। प्यार की ताक़त आपको प्यार करने की वजह देती है। जिस पहचान और पुरस्कार की उम्मीद आप कर रहे थे, वह बाद के लिए टल सकती है और आपको हताशा का सामना करना पड सकता है। अगर आप ख़रीदारी पर जाएँ तो ज़रूरत से ज़्यादा जेब ढीली करने से बचें। वैवाहिक सुख के दृष्टिकोण से आज आपको कुछ अनोखा उपहार मिल सकता है।   अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

1मकर/Capricorn

04 फरवरी 2022 :  बहुत-कुछ आपके कंधों पर टिका हुआ है और फ़ैसले लेने के लिए स्पष्ट सोच ज़रूरी है। किसी करीबी रिश्तेदार की मदद से आज आप अपने करोबार में अच्छा कर सकते हैं जिससे आपको आर्थिक लाभ भी होगा। आपका गर्मजोशी भरा बर्ताव घर का माहौल ख़ुशनुमा कर देगा। कुछ ही लोग ऐसे इंसान के आकर्षण से बच सकते हैं, जिसके पास इतनी प्यारी मुस्कान हो। जब आप लोगों के साथ होंगे, तो आपकी महक फूलों की तरह चारों ओर फैलेगी। उदास न हों, कभी-कभी विफल होना कोई ख़राब बात नहीं है। वह तो ज़िंदगी की ख़ूबसूरती है। दफ़्तर में कोई आपकी योजनाओं में अड़ंगा लगा सकता है- इसलिए आँखें खोलकर रखिए और अपने चारों तरफ़ हो रही गतिविधियों के प्रति सजग रहिए। आपको याद रखने की ज़रूरत है कि भगवान उसी की मदद करता है, जो ख़ुद अपनी मदद करता है। ख़राब मिज़ाज के चलते आप महसूस कर सकते हैं कि आपका जीवनसाथी आपको बेवजह तंग कर रहा है।    अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

कुम्भ/Aquarius

04 फरवरी 2022 :  ख़ुद को परिष्कृत करने की कोशिश कई तरीक़ों से अपना असर दिखाएगी- आप ख़ुद को बेहतर और आत्मविश्वास से भरा हुआ महसूस करेंगे। आज आपको पैसों से जुड़ी कोई समस्या आ सकती है जिसे सुलझाने के लिए आप अपने पिता या पितातुल्य किसी आदमी से सलाह ले सकते हैं। आपका ज्ञान और हास-परिहास आपके चारों ओर लोगों को प्रभावित करेगा। आपके प्रिय की ख़राब तबियत के चलते रोमांस को दरकिनार होना पड़ सकता है। व्यावसायिक साझीदार सहयोग करेंगे और आप साथ मिलकर टलते आ रहे कामों को पूरा कर सकते हैं। दिन की शुरुआत भले ही थोड़ी थकाऊ रहे लेकिन जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ेगा आपको अच्छे फल मिलने लगेंगे। दिन के अंत में आपको अपने लिए समय मिल पाएगा और आप किसी करीबी से मुलाकात करके इस समय का सदुपयोग कर सकते हैं। लोगों की दख़लअन्दाज़ी वैवाहिक जीवन में परेशानी खड़ी कर सकती है।    अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

मीन/Pisces

04 फरवरी 2022 :    अपने जीवन-साथी के साथ पारिवारिक समस्याओं को साझा करें। एक-दूसरे को फिर से भली-भांति जानने के लिए थोड़ा और वक़्त एक-दूसरे के साथ बिताएँ और ख़ुद की स्नेही जोड़े की छवि को मज़बूत करें। आपके बच्चे भी घर में ख़ुशी और सुकून के माहौल को महसूस कर सकेंगे। इससे आपको एक-दूसरे के साथ व्यवहार में ज़्यादा खुलापन और आज़ादी मिलेगी। अगर आप लम्बे वक़्त के लिए निवेश करें, तो अच्छा-ख़ासा फ़ायदा हासिल कर सकते हैं। शाम को रसोई के लिए ज़रूरी चीज़ों की ख़रीदारी आपको व्यस्त रखेगी। रुमानी यादें आज आपके ऊपर छायी रहेंगी। हाल में विकसित किए गए व्यावसायिक संबंध आगे चलकर बहुत फ़ायदा देंगे। किसी भी स्थिति में आपको अपने समय का ख्याल रखना चाहिए याद रखिये अगर समय की कद्र नहीं करेंगे तो इससे आपको ही नुक्सान होगा। अपने जीवनसाथी के साथ आप प्यार और रुमानियत से भरे पुराने दिन एक बार फिर जी पाएंगे।     अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 819495932

Panchang

पंचांग 04 फरवरी 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

नोटः आज श्री गणेश तिल चतुर्थी, वरद कुन्द चतुर्थी व्रत है। शुक्रवार को माघ मास के शुक्ल पक्ष की वरद तिल कुंड चतुर्थी है. इसे विनायक चौथ के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन कार्य की सिद्धि और वंश की वृद्धि के लिए विशेष रूप से गौरी और गणेश की पूजा की जाती है। ये पूजा सफल कार्यों में आने वाली बाधा का निराकरण करती है।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः माघ़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः चतुर्थी रात्रि 03.48 तक, 

वारः शुक्रवार।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः पूर्वाभाद्रपद अपराहन् 03.58 तक है, 

योगः शिव सांय काल 07.09 तक, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः मकर, चंद्र राशिः कुम्भ, 

राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.12, सूर्यास्तः 05.59 बजे।

करारी हार के बाद खुशी की तलाश में स्वागत कराने निकले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष

करणी दान सिंह राजपूत

श्रीगंगानगर जिले में भारतीय जनता पार्टी के हाल ही के पंचायत चुनाव में करारी हार हुई और जिले की एक भी पंचायत समिति में भाजपा का प्रधान नहीं बन पाया। पंचायत की हार बहुत बुरी होती है। पांच साल तक किसी भी पंचायत में भाजपा के हाथ से कोई काम नहीं होगा। यह छोटी सी हंस कर या मुंह फेर कर टाली जाने वाली घटना नहीं है। यह ऐसी दुर्घटना है जिसमें सब चूर चूर हो गया।

श्री गंगानगर जिले में पंचायत चुनाव में सभी पंचायत समितियों में हार होने की समीक्षा की जाती। हार के कारणों को खोजा जाता और ये कारण पैदा करने वालों का भी मालुम किया जाता। ये हारे हुए योद्धा स्वागत करेंगे।

विधायक पूर्व विधायक सांसद जिलाध्यक्ष से मंडलों मोर्चों प्रकोष्ठों में नाकामयाब रहने वाले काम नहीं करने वाले पदाधिकारियों पर नजरें डाली जाती। अगर ये काम करते तो भाजपा नहीं हारती। मनोनीत करने का उपहार पहले कांग्रेस ने 40-45 साल पहले शुरू किया और उसका अनुगमन भाजपा करने लगी। कांग्रेस की हालत देख कर भी भाजपा नेताओं ने यह पद्धति नहीं बदली। आज तक मनोनयन हो रहे हैं। ये मनोनीत स्वागत करने में काम आ सकते हैं।यह स्वागत में प्रमाणित हो जाएगा।

क्या भाजपा नेताओं की अकड़ और कार्यकर्ताओं की पूछ नहीं होने से हारी। यह इस दौरे में मालुम पड़ जाएगा? ऐसी रिपोर्ट्स छिप भी नहीं सकती। इससे पहले विधानसभा चुनाव और नगरपालिका चुनावों में शहरों गांवों में हर गली मोहल्ले की सभाओं में कहते थे,आधी रात को भी काम पड़े तो याद करना हम हाजिर रहेंगे हमारे दरवाजे हर समय खुले मिलेंगे। ये वादे दो चार दिन में ही हवा हो गए। नेताओं ने दिन में ही दरवाजे बंद कर लिए। यह शर्मनाक सच्च है।आखिर जनता भाजपा के दरवाजे पर कैसे बार बार आती। किसानों को जो कहा गया वह भी शर्मनाक रहा। यह नहीं सोचा कि उनके दरवाजे पर जाना होगा तब क्या कहेंगे? मोदी जी ने किसानों से माफी मांग ली। किसानों संबंधी कानून वापस ले लिए। उन्होंने कहा हम किसानों को समझा नहीं सके। किसानों को कौन समझाता। भाजपा के विधायक सांसद प्रदेशाध्यक्ष और नगर गांव तक के पदाधिकारी। किसी ने नहीं समझाया। एक दो बार खानापूर्ति सी हुई। कागजी सी। किसानों ने भी धोया और ऐसा धोया कि जिले की किसी भी पंचायत प्रधान पर दिखाई न दे। मैं यहां दाग शब्द नहीं लिख रहा। इन सब नेताओं ने यह हालात करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इन लोगों ने तो कार्यकर्ताओं को भी नहीं पूछा। कोई नेता पदाधिकारी गया किसी कार्यकर्ता के घर कभी सुखदुख पूछने। जवाब मिलेगा ‘ना’ इस ना को गांव से दिल्ली तक रबड़ की तरह खींच लेना, यह टुटेगा नहीं। जीतने वालों ने ही जनता को नहीं पूछा तो हारे हुए क्या पूछते। घरों में युवा मोर्चा और महिला मोर्चा सबसे अधिक प्रभाव डालते हैं। इनकी जिले में क्या स्थिति है? प्रदेश मे बैठे पदाधिकारी हर जिले पर नजर क्यों नहीं रख पाए? यह गलती उनकी भी है। अध्यक्ष सतीश पूनिया भी सभी के साथ बराबर के दोषी हैं। यह हाल जो श्री गंगानगर जिले का है वह इस दौरे से सुधरने वाला नहीं है। हर नेता में अकड़ भरी है और उस अकड़ से पहले पालिकाओं में हारे और पंचायत चुनाव में तो सुपड़ा ही साफ हो गया। सच्च तो यह है कि विधायकों और पूर्व विधायकों को जनता फिर से देखना ही नहीं चाहती। सांसद एक हैं इसलिए नाम दे रहा हूं कि निहालचंद जी मेघवाल से जनता अब और निहाल नहीं होना चाहती।

प्रदेशाध्यक्ष का स्वागत तो निर्देशों पर है इसलिए यह तो हर जगह होना ही है और खूब जोरशोर से होना है। इन स्वागतों से भी कोई भरोसा नहीं करना ही ठीक है। ये स्वागत ऐसे होते हैं कि निकले और पीछे हवा तक नहीं।

पराजय की समीक्षा न करके यह दौरा चाहे किसी भी प्रयोजन के लिए हो लेकिन एक हवा और भी चल रही है।पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का बीकानेर संभाग का दौरा होने वाला है। वसुंधरा राजे अपना कार्यक्रम धार्मिक आध्यात्मिक रूप में मनाती और प्रचारित करती है। वसुंधरा के दौरे से पहले प्रदेशाध्यक्ष का दौरा कहीं न कहीं इस राजनीति की हवा भी फैला रहा है या समझो यह लग रहा है। वसुंधरा को खत्म करने के चक्कर में राजस्थान में अपने ही पांवों पर भाजपा नेताओं ने कुल्हाड़ी मार ली। कार्यकर्ताओं के सपने टूट गए। इस बार ऐसा ही करने की कोई राजनीति है तो भाजपा की हालत पंचायत समितियों से भी बुरी हो जाएगी। वसुंधरा राजे की ताकत के बराबर ताकत वाला नेता अभी प्रदेश में नहीं है। प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया भी नहीं। एक आवाज से राजस्थान को खड़ा करदे। वह ताकत किसके पास है? प्रजातंत्र में दिल्ली के राजतंत्र एकतंत्र को जबरन घुसेड़ना चाहते हैं तो नुकसान देह होगा। बस राजस्थान के विधानसभा चुनाव 2023 आए। जनता जिनको देखना नहीं चाहती कार्यकर्ताओं के मन से भी उतर गए और वे जो चुनाव में प्रदेश संबंधों से आना चाहते हैं मगर इलाके में नाम नहीं, कोई जानता तक नहीं, ऐसों को भूल से भी टिकट दे दिया गया तो हालात प्रदेश स्तर तक खराब ही खराब होंगे।

ओवैसी के काफिले पर क्यों हुई फायरिंग?

इस घटना पर ओवैसी ने कहा कि वे मोदी सरकार और राज्य सरकार, दोनों को कह रहे हैं कि इस मामले की स्वतंत्र जांच कराई जाए। ये कैसे हो सकता है कि एक सांसद पर 4 राउंड फायरिंग की जाए। उन्होंने इस मामले की स्वतंत्र जाँच चुनाव आयोग से भी कराने की माँग की है। बता दें कि पिलखुआ टोल के पास ओवैसी के काफिले पर हमला किया गया था।

डेमोक्रेटिक फ्रंट लखनऊ(ब्यूरो) :

मेरठ से दिल्ली जा रहे आईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर हमले की खबर है। हैदराबाद के सांसद ने कहा है कि उनकी गाड़ी पर गाजियाबाद के डासना में 3-4 राउंड फायरिंग की गई। उन्होंने खुद को महफूज बताया है। ओवैसी में कार में गोलियों के निशान दिखाते हुए तस्वीर भी ट्वीटर पर साझा की है।  एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के काफिल पर हमला करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि ओवैसी के बयानों से आहत होकर आरोपियों ने फायरिंग की थी। बता दें कि ओवैसी के काफिल पर हापुड़ के छिजारसी टोल गेट के पास उस वक्त हमला किया गया, जब वह मेरठ से चुनावी कार्यक्रम को खत्म करके दिल्ली की ओर आ रहे थे।

दरअसल, ओवैसी के काफिले पर फायरिंग के बाद सबूत जुटाने में जुटी पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया है।  उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि असदुद्दीन ओवैसी के हमलावरों (एक गिरफ्तार, दूसरा हिरासत में लिया गया) से पूछताछ जारी ह। पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के हिंदू विरोधी बयानों से आहत होकर ये हमला किया है। एक आरोपी का नाम जहां सचिन है, वहीं दूसरे का नाम शुभम गुर्जर है। फिलहाल, पुलिस और सुराग जुटाने में लगी हुई है।

ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा, ”कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियां चलाई गईं। 4 राउंड फायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गई, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहां से निकल गया। हम सब महफूज हैं। अलहमदु’लिलाह।” पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है। 

ओवैसी ने दिल्ली पहुंचकर मीडिया से बातचीत करते हुए घटना का पूरा ब्यौरा दिया। ओवैसी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि उनके साथ चार गाड़ियां थीं। पिलखुआ के टोलगेट के पास गाड़ी स्लो हुई, उसी दौरान तेज आवाज हुई। हमारी गाड़ी में बैठे लोगों ने कहा कि हमला हो रहा है। जब हम निकल रहे थे फिर आवाज आई। हमारी गाड़ी में गोलियों के निशान हैं। गाड़ी पंक्चर हो गई तो एक फ्लाईओवर के पास गाड़ी बदलकर दिल्ली पहुंचे। 

इधर, अपने काफिले पर हुए हमले को लेकर ओवैसी ने यूपी सरकार, मोदी सरकार के लेकर चुनाव आयोग से गुहार लगाई है कि इस मामले की स्वंतत्र जांच की जाए। हापुड़ के पिलखवा में छिजारसी टोल बैरियर के पास हुए हमले में बाल-बाल बचे ओवैसी ने कहा कि हम मोदी सरकार और राज्य सरकार दोनों को कह रहे हैं कि ये इनकी ज़िम्मेदारी है कि इस मामले की स्वतंत्र जांच कराई जाए। यह कैसे हो सकता है कि एक सांसद पर 4 राउंड फायरिंग की जाती है। असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि कुछ देर पहले वहां से एडिशनल एसपी से बात हुई है, उन्होंने कहा है कि एक व्यक्ति पकड़ा गया है, हथियार भी बरामद हुआ है। हमारी चुनाव आयोग से गुजारिश है कि इस मामले की स्वतंत्र जांच कराई जाए।

इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर दावा किया था कि आज छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियां चलाई गईं। 4 राउंड फ़ायर हुए. 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गई, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहां से निकल गया. हम सब महफ़ूज़ हैं। बताया जा रहा है कि जब ओवैसी दिल्ली के लिए रवाना हो रहे थे और छिजारसी टोल प्लाज पर पहुंचे थे, तभी उनके काफिले पर फायरिंग हुई। बता दें कि ओवैसी ने खुद दावा किया है कि जब वह दिल्ली की ओर रवाना हो रहे थे, तब उनकी कार पर तीन-चार राउंड फायरिंग हुई है।

डेढ़ साल बाद अब 11 राज्यों में विद्यालय खोलने की गाइड लाइन दी गयी

कोरोना महामारी की शुरुआत से ही स्कूल, कॉलेज समेत सभी शैक्षाणिक संस्थान सबसे ज्यादा प्रभावित रहे हैं।  यूनेस्को के अनुसार, दुनियाभर में भारत में सबसे ज्यादा दिन स्कूल बंद रहे हैं। यहां 82 सप्ताह या डेढ़ साल तक स्कूल बंद रहे। यह अवधि मार्च 2020 से अक्टूबर 2021 के बीच की रही। वहीं इस मामले में युगांडा पहले नंबर पर रहा। यहां स्कूल 83 सप्ताह तक बंद रहे। अब इन 11 राज्यों के विद्यालय खोए जाएँगे। अरुणाचल प्रदेश, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, सिक्किम, कर्नाटक, तेलंगाना, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, गोवा, मणिपुर तथा असम में पूरी तरह से स्कूलों को खोल दिया गया है। पहले इन 16 राज्यों में विद्यालय खोले जाने की अनुमति दी गयी थी। असम, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, मेघालय, केरल, नगालैंड, गुजरात, अंडमान निकोबार, दमन दीव तथा पश्चिम बंगाल में स्कूलों को आंशिक रूप से खोला गया है। 9 राज्यों में स्कूल अब भी बंद हैं, उत्तर प्रदेश, पंजाब, पुडुचेरी, झारखंड, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, बिहार तथा दिल्ली में स्कूल बंद हैं।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली(ब्यूरो) :

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि 11 राज्यों में स्कूल पूरी तरह से खुले हैं। वहीं, 16 राज्यों में उच्च कक्षाओं के लिए आंशिक रूप से स्कूल खुले हुए हैं और नौ राज्यों में अभी भी बंद हैं। देश भर के स्कूलों की स्थिति साझा करते हुए अधिकारियों ने कहा कि सभी राज्यों में कम से कम 95 प्रतिशत शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों का टीकाकरण  किया जा चुका है। जबकि कुछ राज्यों ने स्कूलों में सभी कर्मचारियों का टीकाकरण पूरा हो चुका है। शिक्षा मंत्रालय ने स्कूलों को फिर से खोलने के लिए संशोधित दिशानिर्देश भी जारी किया है।

शिक्षा मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्वीटी चांगसन ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ”व्यापक टीकाकरण को ध्यान में रखते हुए, शिक्षा मंत्रालय ने पिछले साल दिसंबर में राज्यों को संशोधित दिशानिर्देश जारी किए थे और माता-पिता की सहमति मांगने का निर्णय राज्यों पर छोड़ दिया गया था।”

विस्तृत चर्चा के बाद केंद्र ने स्कूलों के लिए ये दिशा-निर्देश दिए हैं। दिशा-निर्देशों में स्कूलों को फिर से खोलने और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सीखने की व्यवस्था को डेवलप करने पर जोर दिया गया है। केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह देते हुए कहा कि इन COVID SOP और दिशा-निर्देशों को पालन करने के साथ ही स्वयं के दिशा-निर्देश तैयार करें, जो इन नियमों के अनुकूल हों।

स्कूलों के लिए गाइडलाइंस

  • स्कूल में उचित सफाई और स्वच्छता सुविधाओं को सुनिश्चित करना और निगरानी
  • छात्रों के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखना
  • स्टाफ रूम, ऑफिस एरिया, असेंबली हॉल और अन्य कॉमन एरिया में हर समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
  • स्कूलों को सलाह दी जाती है कि वे कोई भी स्कूल कार्यक्रम न करें जहां सोशल डिस्टेंसिंग संभव न हो
  • सभी छात्रों और कर्मचारियों को फेस कवर/मास्क पहनकर स्कूल आना चाहिए और इसे पूरे दिन पहनना चाहिए
  • मिड-डे मील के वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखा जाना चाहिए, क्योंकि छात्रों को अपना मास्क उतारना होगा

वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना के मामलों में कमी आई है और एक्टिव केस भी कम हुए हैं। इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट भी घटा है. पिछले 14 दिनों में केस में लगातार कमी आई है। जिसके चलते एक्टिव केस कम हुए हैं. डेली पॉजिटिविटी रेट 21 जनवरी को 17.94% दर्ज किया गया था वो घटकर 10.99% हो गया है।

‘राम मंदिर’ पर रामगोपाल यादव के बयान पर भड़का संत-समाज, संतों ने की कालनेमि और गिरगिट से की तुलना

महंत राजू दास ने कहा कि जिसने राम भक्तों पर गोली चलवाई, 84 कोसी परिक्रमा पर अयोध्या के साधु-संतों को जेल भिजवाया, उनको हम लोग भूले नहीं हैं। हमको हर एक चीज याद है। राजू दास ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति बंद कर दें। हिंदुओं को बरगलाना छोड़ दें। भोले-भाले हिंदू अब आपके बात में आने वाले नहीं हैं। राजू दास ने रामगोपाल यादव को कालनेमि और गिरगिट जैसा रंग बदलने वाले चेहरे की संज्ञा देते हुए कहा कि बहुत तेजी के साथ भगवान राम के मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है और भव्य राम जन्मभूमि हिंदू जनमानस के सहयोग से बन रहा है। उसमें आपका कोई एहसान नहीं है।

  • रामगोपाल पर भड़के साधु-संत
  • ‘मुसलमान भी समझें इनकी सच्चाई’
  • ‘रामभक्तों पर गोली चलवाई, हम भूले नहीं’
  • ‘मजबूरी में निकलता है राम नाम’
  • ‘एक पैसा दान नहीं दिया, चंदाचोर बोल रहे’

डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ(ब्यूरो) :

 उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव के अयोध्या में राम मंदिर बनाने वाले बयान पर अयोध्या के संत भड़क गए हैं। रामगोपाल यादव ने कहा था कि समाजवादी पार्टी के राज में अयोध्या में राम मंदिर और तेजी से बनेगा। अगर इस बार सरकार आई तो सबसे पहले राम मंदिर का काम पूरा करवाया जाएगा। इतना ही नहीं, रामगोपाल यादव ने भाजपा को चंदा चोर भी बताया था। अब उनके इस बयान पर अयोध्या के संतों ने नाराजगी व्यक्त की है और संतों ने कहा कि वे अब तुष्टीकरण की राजनीति छोड़ दें। हिंदू समाज के लोग बहुत अच्छे तरीके से उनके दूसरे चेहरे से वाकिफ हैं। संतों ने कहा कि जिसने राम मंदिर के लिए एक रुपया दान नहीं दिया, वह चंदा चोर चंदा चोर चिल्ला रहा है। जरूरत पड़ी तो हिंदुस्तान के लोग एक लाख करोड़ रुपये दे सकते हैं रामलला के मंदिर निर्माण के लिए।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास ने रामगोपाल यादव के बयान दुर्भाग्यपूर्ण और हंसी भरा करार दिया। राजू दास ने कहा कि राम भक्तों पर गोली चलाने वाले हिंदुओं को बरगलाना बंद कर दें। 84 कोसी परिक्रमा पर अयोध्या के संतों को जेल में डालने वाली घटनाएँ हमें याद हैं। भोले-भाले हिंदू अब आपकी बात में नहीं फँसेंगे। रामगोपाल यादव पर कटाक्ष करते हुए राजू दास कहते हैं कि रामगोपाल यादव को यह कहना चाहिए था कि जिस तरह से भव्य राम मंदिर बन रहा है उसी तरह से सपा की सरकार आने पर हम कृष्ण मंदिर का निर्माण करवाएँगे। महंत ने कहा कि जब आपके नेता के सपनों में भगवान श्रीकृष्ण आते हैं तो फिर आप अयोध्या की बातें क्यों करते हैं।

राजू दास ने रामगोपाल पर कटाक्ष किया कि सपा के मूल वोटरों (मुस्लिमों) को भी ये सच्चाई पता चलनी चाहिए राम मंदिर हिंदुओं के सहयोग से बन रहा है और उसमें आपका कोई अहसान नहीं है।

रामादल ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्कि राम के मुताबिक, जिस पार्टी पर अनगिनत हिंदुओं की हत्या करने का आरोप हो वो राम मंदिर क्या बनाएगी। सपा चीफ अखिलेश यादव कहते हैं कि अगर हमारी सरकार आएगी तो अयोध्या को फिर से फैजाबाद कर देंगे और 2000 मस्जिदें बनाएँगे। कल्कि राम कहते हैं कि अगर सूरज पश्चिम से निकलना शुरू कर दे तो सपा की बातों पर यकीन किया जा सकता है। अगर सपा के लोग राम मंदिर का नाम न लें और मोदी को गाली न दें तो इनका दिन ही नहीं शुरू होता।

गौरतलब है कि सपा सांसद रामगोपाल यादव ने बीजेपी को चंदा चोर करार देते हुए बुधवार (2 फरवरी 2022) को कहा था कि प्रदेश की जनता अखिलेश यादव को पसंद कर रही है। सपा की सरकार आने पर बीजेपी के अधिक तेजी के साथ राम मंदिर का निर्माण करवाएँगे। उन्होंने बीजेपी पर मंदिर की दानपेटी से चोरी करने का आरोप लगाया था औऱ कहा कि गृह मंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ दंगा भड़काने की कोशिशें कर रहे हैं।

Panchkula Police

Police Files Panchkula – 03 February 22

35 वर्ष से अधिक आयु के सभी पुलिस कर्मचारियो की द्विवार्षिक स्वास्थ्य जांच हुई अनिवार्य

                  पचंकूला 03 फरवरी :-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा स्वीकृत योजना व कार्यालय पुलिस महानिदेशक हरियाणा के स्थाई आदेश न. 174 दिनांक 20.01.2022 अनुसार 35 वर्ष से अधिक आयु के सभी पुलिस कर्मचारियो का द्विवार्षिक स्वास्थ्य जांच अनिवार्य किया गया है पुलिस आयुक्तालय पचंकूला में इस कार्य के लिए श्री राजकुमार ह.पु.से. सहायक आयुक्त पुलिस पचंकूला को नोडल अधिकारी एवं इन्सपेक्टर बिजेन्द्र सिंह भलाई निरिक्षक को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है ।

पुलिस आयुक्तालय पचंकूला में नियुक्त सभी पुलिस कर्मचारियो को निर्देश दियें गये है, कि वे स्वंय एंव उनके अधिनिस्थ नियुक्त सभी कर्मचारी जिनकी आयु 35 वर्ष से अधिक हो चुकी है जो कि अपना द्विवार्षिक स्वास्थय जांच करवाया जाना सुनिश्चित किया गया है । सभी पुलिस कर्मचारियो के स्वास्थय जांच हेतु पुलिस चौकी सेक्टर 06 में हैल्प डेस्क लगा गया है जहां पर भलाई निरिक्षक बिजेन्द्र सिंह (9466110035) व उनका प्रवाचक ई.ए.एस.आई रामेश्वरदास (9988224847) को सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगें । सभी पुलिस कर्मचारी उपरोक्त नम्बरो पर सम्पर्क करकें अपना स्वास्थय परिक्षण करवाया जाना सुनिश्चित करें । श्री मोहित हांडा भा.पु.से. उपायुक्त पुलिस पचंकूला नें बताया कि गृह विभाग, हरियाणा सरकार व पुलिस महानिदेशक हरियाणा द्वारा पुलिस कर्मीयो जिसमें डायरैक्टर जनरल हैल्थ विभाग हरियाणा नें भी पुर्ण सहयोग देने पर सहमति जाहिर की है  तथा पंचकूला पुलिस आयुक्तालय के पुलिस कर्मीयो के पूर्ण स्वास्थय परिक्षण को सूचारु रुप से नियोजित करनें के लिए सिविल हस्पताल सेक्टर 06 के सीनियर मेडिकल आफिसर डा0 राजेश बाली को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है ।

 पचंकूला पुलिस नें नाकांबदी करतें हुए 202 पेटी अग्रेजी शराब की बरामद

पचंकूला 03 फरवरी :-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा के निर्देशानुसार जिला पचंकूला में अवैध गतिविधियो पर रोकथाम हेतु कडी कार्यवाही की जा रही है जिस कार्यवाही के तहत कल दिनांक 02 फरवरी को इन्चार्ज पुलिस चौकी सैक्टर 19 पंचकूला सहायक उप निरिक्षक राममेहर सिंह नें मौका पर पहुँचकर नाकाबन्दी करते हुए अवैध शराब के भरे ट्रक को इन्ड्रस्ट्रियल एरिया पंचकूला फेस-1 पचंकूला अमरटैक्स के पास से नाकाबंदी करतें हुए अग्रेजी शराब रोयल चैलेंज की 202 पेटी से भरा ट्रक बरामद किया गया जो अवैध शराब बिना किसी लाईंसैस परमिट के पाने पर नामालूम व्यकित के खिलाफ हरियाणा आबकारी अधिनियम 2020 के तहत थाना सैक्टर 20 में मामला दर्ज किया गया और मामलें  में गहनता से छानबीन की जा रही है ताकि मामलें में सलिप्त आरोपियो के खिलाफ भी कडी कार्यवाही की जा सके ।

क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाने के लिए प्राप्त कॉल से रहें सावधान:- पुलिस उपायुक पचंकूला

  • क्रेडिट कार्ड से सम्बन्धित होने अपराधो से बचनें के लिए जारी एडवाईजरी
  • क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाने झांसे में ना आएं, इस प्रकार की कॉल से रहे सावधान

पचंकूला 03 फरवरी :-  

पुलिस उपायुक्त पचंकूला मोहित हांडा भा.पु.से. नें जानकारी देते हुए बताया कि आज की साईबर दुनिया में साईबर क्रिमनल नए-2 ट्रिक अपनाकर लोगो को बेवकूफ बनाकर उनके साथ धोखाधडी करते है और आज की इस डिजिटल दुनिया मे हर व्यकित के पास एंड्रायड मोबाईल फोन, क्रेडिट, डेबिट कार्ड है जिससें हर व्यकित डिजिटल टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर रहा है परन्तु आज कल इस डिजिटल पेमेंट की दुनिया में कुछ साइबर अपराधी नए-नए झांसे देकर लोगों को चुना लगा रहे हैं और आजकल कुछ साईबर अपराधियो द्वारा क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढानें या के.वाई.सी अपडेट करवानें के नाम एक नया तरीका निकालकर लोगो के साथ धोखाधडी की जा रही है साईबर अपराधी आपको  कॉल / मैसेज के माध्यम से क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढानें /क्रेडिट कार्ड की के.वाई.सी. अपडेट के सम्बन्ध में कॉल या मैसेज करते है इस दौरान आप इस प्रकार के साईबर अपराधियो से सावधान रहें और अपनी कोई निजी जानकारी जैसे (मोबाईल नम्बर, डेबिट कार्ड न, क्रेडिट कार्ड न, बैंक अकाउंट न. ओटीपी) सम्बन्धित अन्य जानकारी सांझा ना करें ।

इस सम्बन्ध में इन्चार्ज साईबर सैल टीम पचंकूला नें कहा कि आज कल कुछ क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढवानें के सम्बन्ध में हो रही धोखाधडी बारें शिकायत प्राप्त हो रही है जिस सम्बन्ध में इन्चार्ज साईबर सैल पंचकूला नें कहा कि पुलिस इन प्राप्त शिकायतो पर तत्पर्ता से कार्यवाई कर रही है परन्तु इसके साथ -2 आपको खुद को जागरुक करके इस प्रकार के चगुल से बचना चाहिए  और इस प्रकार गैंग के किसी भी व्यकित जो आपको क्रेडिट कार्ड की के.वाई.सी अपडेट कराने, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए या नए क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए कॉल करते है फिर वह आपसें आपके फोन में प्राप्त ओ.टी.पी.पुछते या कोई अन्य रिमोटली एपलिकेशन इंस्टॉल करवाते या किसी प्रकार का कोई लिंक भेजकर आपके साथ धोखाधडी करते है इस प्रकार की धोखाधडी से बचनें के लिए खुद को जागरुक करे और अपनें साथियो को भी जानकारी दें इस प्रकार के लोग धोखाधडी कर सकते है इस सम्बन्ध में साईबर सैल इन्चार्ज नें कहा कि कोई अन्जान व्यकित अपने आपको बैंक का कर्मचारी बोलकर आपको क्रेडिट कार्ड सें सम्बन्धित लिमिट बढवानें या के.वाई.सी अपडेट करवानें के लिए कहता या फोन में प्राप्त ओ.टी.पी. बारे पुछता है तो इस प्रकार की कोई निजी जानकारी जैसें कि मोबाईल नम्बर, ओ.टी.पी, आधार कार्ड नम्बर,डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड तथा बैंक खाता नम्बर या अन्य किसी भी प्रकार की अपनी निजी जानकारी शेयर ना करें ।

  • क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़वाने के लिए प्राप्त काल या मैसेज के झासें में आने बचें
  • किसी भी क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाने के झांसे में ना आएं और ना ही अपने क्रेडिट कार्ड की डिटेल शेयर करें
  • इसके अलावा किसी को भी मोबाइल पर आए ओटीपी को सेंड ना करें
  • समय-समय पर अपने एटीएम या पासवर्ड जरूर बदले
  • किसी भी लुभावनें ऑफर जैसें कि गिफ्ट या अन्य वाऊचर पाने के लिए भेजे गए लिंक्स पर क्लिक ना करें
  • बिना सोचे-समझे मोबाईल पर प्राप्त किसी भी अनजान लिंक और मैसेज पर क्लिक करनें से बचें
  • साइबर धोखाधड़ी के मामले में अपनी शिकायत www.cybercrime.gov.in पर दर्ज करें और हेल्पलाइन नंबर 155260 का उपयोग करें

क्रांईम ब्रांच पचंकूला नें मादक पदार्थ अफीम सहित आऱोपी को किया काबू

                  पचंकूला 03 फरवरी:-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा के नेतृत्व जिला पचंकूला में नशे की रोकथाम हेतु नशीले पदार्थो की तस्करी करने वालो के खिलाफ कडी कार्यवाही हेतु अभियान चलाया हुआ है । जिस अभियान के तहत क्राईम ब्रांच सेक्टर 19 इन्चार्ज अन्नत राम के नेतृत्व में क्राईम ब्रांच 19 की टीम नें अवैध नशीला पदार्थ अफीम 110 ग्राम सहित आरोपी को गिरफ्तार किया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सुखदेव सिह पुत्र स्व.सुरेन्द्र सिंह वासी गोविन्द नगर नया गाँव जिला मौहाली पजांब के रुप में हुई ।

कल दिनांक 02 फरवरी 2022 को क्राईम ब्रांच पंचकूला की टीम गस्त पडताल करते हुए गांव अभयपुर सैक्टर 19 पंचकूला की तरफ अमरटैक्स मौजूद थी तभी उसी दौरान राह चलता एक व्यकित जो कि पुलिस की गाडी को देखते ही भागने की कोशिश करने लगा जिस व्यक्ति को असमाजिक गतिविधि करने हेतु शक की बुनाह से काबू किया और उस व्यकित से तलाशी के दौरान व्यकित के पास से अवैध नशीला पदार्थ 110 ग्राम अफीम बरामद की गई और आरोपी को नशीले पदार्थ सहित गिरफ्तार करके आरोपी के खिलाफ एन.डी.पी.एस एक्ट के तहत थाना सैक्टर 20 में मामला दर्ज किया गया और आरोपी को पेश अदालत 3 दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया । ताकि आरोपी के साथ अन्य सलिप्त आरोपियो को गिरफ्तार किया जा सकें ।

उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने चिन्हित अपराधों को लेकर गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक की करी अध्यक्षता

-पोक्सो, आई.टी, आर्मस एक्ट तथा भारतीय दण्ड संहिता की अन्य धाराओं के तहत दर्ज विभिन्न संगीन अपराधिक मामलों की की समीक्षा
– जिला स्तरीय समिति का उद्देश्य गंभीर और सनसनीखेज अपराधों में संलिप्त लोगों की सजा सुनिश्चित करने के लिए त्वरित और उचित कार्रवाही सुनिश्चित करना है-उपायुक्त

पंचकूला, 3 फरवरी:

उपायुक्त महावीर कौशिक ने आज लघु सचिवालय के सभागार में चिन्हित अपराधों को लेकर गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता की तथा पोक्सो एक्ट, आई.टी. एक्ट, आर्मस एक्ट तथा भारतीय दण्ड संहिता की अन्य धाराओं के तहत दर्ज विभिन्न संगीन अपराधिक मामलों की समीक्षा की।इस अवसर पर डीसीपी मोहित हांडा भी उपस्थित थे। बैठक में 26 मामलों की समीक्षा की गई।

उपायुक्त ने कहा कि चिन्हित अपराधों को लेकर गठित जिला स्तरीय समिति का उद्देश्य गंभीर और सनसनीखेज अपराधों की पहचान कर एक संस्थागत तंत्र के माध्यम से आरोपी व्यक्तियों की सजा को सुनिश्चित करने के लिए त्वरित और उचित कार्रवाही सुनिश्चित करना है।

बैठक में डीसीपी मोहित हांडा ने अवगत करवाया कि अधिकतर मामले अभियोजन चरण में हैं और माननीय न्यायालय द्वारा इन मामलों विशेषकर पोक्सो एक्ट से संबंधित मामलों के त्वरित निपटान के निर्देश दिये गए हैं।

बैठक में निर्णय लिया गया कि जिन संगीन अपराधिक मामलों में आरोप तय हो चुके है, ऐसे मामलों को जल्द से जल्द निपटाने के लिये जिला न्यायालय से अनुरोध किया जायेगा। उपायुक्त ने कहा कि पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज किये गये मामलों में पीड़ित को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिये ताकि अपराध करने वालों तक एक कड़ा संदेश पहुंचे। उन्होंने कहा कि अभियोजन निदेशालय हरियाणा पंचकूला द्वारा चिन्हित अपराधों के संबंध में मानक संचालन प्रणाली (एसओपी) जारी किये गये है। उन्होंने निर्देश दिये कि इन एसओपी से चिन्हित अपराधों को लेकर गठित जिला स्तरीय समिति के सभी सदस्यों को अवगत करवाया जाये ताकि इन दिशा निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जा सके।
इस अवसर पर सेंट्रल जेल अंबाला के अधीक्षक लखबीर सिंह बराड़, जिला न्यायवादी पंकज गर्ग तथा एसीपी विजय नेहरा भी उपस्थित थे।

DC, Sh. Mahavir Kaushik launched the 3-day campaign with flagging off the mobile van on covid vaccination

DC, Sh. Mahavir Kaushik launched the 3-day campaign with flagging off the mobile van on covid vaccination and appropriate behavior

  • Kaushik appreciated the efforts of the Ministry to spread awareness of the much needed precautions and vaccination of the adolescent between the age group of 15-18 years
  • Messages of Covid appropriate behavior are displayed in the mobile Van along with playing recorded messages on Covid awareness

Panchkula, February 3:

                            With a view to encourage people’s participation in the fight against COVID-19, Deputy Commissioner, Sh. Mahavir Kaushik launched the 3-day campaign with flagging off the mobile van on covid vaccination and appropriate behavior from  Mini Secretariat premises in Sector 1, here today.  

          On this occasion, Sh Mahavir Kaushik was also presented with a book entitled “Satyagraha” based on the freedom struggle of the country by Smt Sapna Batra, Deputy Director, Regional Outreach Bureau (ROB), Chandigarh.

          The Regional Outreach Bureau (ROB), Chandigarh under Ministry of Information and Broadcasting, Government of India in collaboration with District Administration, Panchkula is organizing a three day mobile campaign on Covid vaccination and appropriate behavior in district Panchkula.

Sh. Kaushik appreciated the efforts of the Ministry to spread awareness of the much needed precautions and vaccination of the adolescent between the age group of 15-18 years.

The focus of campaign is ‘Har Ghar Dastak’ for Covid vaccination, especially of the 15-18 age group and precautionary dose to the above 60 years age group. It will also reiterate the key message of “wearing a mask, washing hands and follow social distancing by practicing “Do Gaj ki Doori”.  All these messages are displayed in the mobile Van along with playing recorded messages on Covid awareness.

During 3-days the Covid Awareness Van will cover different rural areas, colonies, sectors, residential areas and markets of District Panchkukla. The rural areas of Barwala, Pinjore and Raipur Rani Blocks will also be the focus areas during the campaign.

          A Vaccination camp in collaboration with the Civil Surgeon Office, Panchkula will be organised in the Government Senior Secondary School, Sector -15, Panchkula on February 4 for the students between 15-18 of age group. On the occasion, a theme-based cultural programme including a Nukkad Natak will also be organized to disseminate information. A quiz contest will be conducted to sensitise the students on Covid protocol and vaccination.