Nodal Officers will prepare a report on each concern and submit the same in the next meeting A joint…
Year: 2022
चुनाव बाद एमएसपी पर कमेटी बनाने का बयान किसानों के साथ धोखा – दीपेंद्र हुड्डा ऐसे बयानों के कारण ही…
चण्डीगढ़ : आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ पर भारत सरकार द्वारा आयोजित “आज़ादी का अमृत महोत्सव – स्वर्णिम भारत की ओर”…
पंचकुला – 04 फरवरी : भारतीय जनता पार्टी जिला पंचकूला ने आज युवा मोर्चा रायपुर रानी मंडल कार्यकारिणी टीम की…
Chandigarh February 4, 2022 Today, Feb 4th, 2022, Prof Raj Kumar, Vice Chancellor has interacted with the different non-…
Chandigarh February 4, 2022 The Department of Computer Science and Applications, Panjab University, Chandigarh organized One Day Workshop on…
Chandigarh February 4, 2022 Today i.e. 4th February 2022, The Department of History, Panjab University, Chandigarh in collaboration with…
Chandigarh February 4, 2022 Centre for the Study of Social Exclusion and Inclusive Policy (CSSEIP) सामाजिक बहिष्करण और समावेशी नीति अध्ययन केंद्र, पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ द्वारा 4 फरवरी को ‘एक दिवसीय वेबिनार” जिसका शीर्षक ‘समावेशन और कल्याण: विकास और मुद्दे’ आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता, डॉ सलिल कुमार, सहायक प्रोफेसर, SGGS कॉलेज, चंडीगढ़, ने जैन धर्म के मतानुसार समावेशन व समावेशी विकास को मानव कल्याण के लिए प्राथमिकता बताकर उसका विश्लेषणात्मक वर्णन किया। स्वागत संबोधन में प्रोफेसर अशोक कुमार, डायरेक्टर, CSSEIP व हिंदी साहित्य की जानी-मानी हस्ती, ने कहा कि धर्म एक व्यापक विचार है, इसको पंथो, सम्प्रदायों की संकीर्णता में नही बाँधना चाहिए। सबको अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा व स्वयं को समाज के लिए सदैव तत्पर बनाकर ही हम समस्याओं का प्रभावी निराकरण कर सबका कल्याण कर सकते है। वेबिनार का संचालन करते हुए डॉ कंचन चंदन, शिक्षक, CSSEIP, ने कहा कि मानवीय समता, बंधुता व मानवतावादी सोच के साथ ही हम सबका कल्याण कर सकते है और समावेशी समाज बना सकते है।…
सुख, शांति, वैभव और लक्ष्मी प्राप्ति के लिए अद्भुत चमत्कारी प्राचीन व्रत वैभव लक्ष्मी व्रत करने का नियम सनातन धर्म…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से…