- विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए हेली स्लेदरिंग का प्रशिक्षण
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकुला – 28 दिसंबर :
प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल , भानू ,पंचकुला हरियाणा में ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक, प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के कुशल मार्ग दर्शन में पांचवा महिला कमाण्डो कोर्स एवं 99वें पुरूष कमाण्डो कोर्स में क्रमश: 18 महिलाएं एवं 90 पुरूष प्रशिक्षण ले रहे है । यह कोर्स प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल भानू पंचकुला हरियाणा में क्रमश: 06 सप्ताह एवं 10 सप्ताह की अवधि तक संचालित किए जायेगें।
कमाण्डो कोर्स में प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न प्रकार की सिखलाई देकर कठोर प्रशिक्षण के साथ विषम परिस्थितयों से निपटने के लिए तैयार किए जाते है।
हेली स्लेदरिंग कमाण्डो कोर्स का एक मुख्य हिस्सा होता है , इसमें हेलीकाप्टर द्वारा रस्सी के सहारे उतरने की सिखलाई दी जाती है । इसका मुख्य उददेश्य यह है कि हेली काप्टर द्वारा कम से कम समय में दुर्गम स्थानों पर सैनिकों को तैनात किया जा सके। ऐसे स्थानो पर जहां हेलीपैड नही है यह शहरी क्षेत्र में है , वहां पर रस्सी के माध्यम से सैनिको को उतारा जा सके ।
हेली स्लेदरिंग का उपयोग खासतौर पर उन परिस्थितयों में किया जाता है जब खतरनाक लैडिंग स्थित के लिए जमीन नरम य असमान हो ।इसके अतिरिक्त धीमी गति से तैनाती का प्रयोग तब किया जाता है जब विपक्ष से आग लगाने का खतरा हो ,कमाण्डो सभी बलों में विशेष सैनिक होते है । इस लिए कमाण्डो के पास फिसलने का बुनियादी कौशल होता है । हेली स्लेदरिंग की मूल आवश्यकता –शार्ट बोर्न हेली आपरेशन और आपरेशन के लिए रस्सी पर बचाव और लैडिंग का निर्माण एवं सैनिको को तुरन्त छोडने के लिए इलाके में कोई रास्ता न हो , इन सभी गतिविधियों का अभ्यास करवाया जाता है ।
इस अवसर विक्रांत थपलियाल सेनानी, प्रशिक्षण, कमाण्डो कोर्स प्रशिक्षणार्थी एवं केन्द्र के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।