Sunday, December 22

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट। जैतो – 27 दिसम्बर :

            युवा कार्यक्रम व खेल मंत्रालय ने कहा कि भारतीय खेल प्राधिकरण-राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (साई एनसीओई) भोपाल के अंतर्गत आने वाले खेल एथलेटिक्स, मुक्केबाजी, हॉकी, जूडो, वूशू और कायाकिंग व कैनोइंग।

            केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने भोपाल के भारतीय खेल प्राधिकरण-राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (साई एनसीओई) का दौरा किया और एथलीटों से बातचीत की। उन्होंने अपने दौरे के समय केंद्र में विभिन्न सुविधाओं को भी देखा। यह दौरा मध्यप्रदेश में होने वाले खेलो इंडिया युवा खेल के लोगों के लॉन्च के पूर्व हुआ है। ठाकुर साई केंद्र में स्थित एम.पी. हॉल भी ग‌ए,जहां उन्होंने खेल विज्ञान के पक्षों को देखा तथा जूडो, वूशू, मुक्केबाजी तथा हॉकी के मैदानों का जायजा लिया। साई एन.सी.ओई. भोपाल के अंतर्गत आने वाले खेलों में एथलेटिक्स, मुक्केबाजी, हॉकी, जूडो, वूशू और कायाकिंग व कैनोइंग शामिल हैं।श्री ठाकुर ने उल्लेख किया,“भारतीय खेल प्राधिकरण लगभग 100 एकड़ में फैले बड़े केंद्रों तथा परिसरों का रख-रखाव भी कर रहा है, जो उल्लेखनीय कार्य है। मैं यहां के अधिकारियों को बधाई देता हूं,जो एथलीटों, प्रशिक्षकों, सपोर्ट स्टाफ आदि के लिये तथा अन्य कामों के लिए भी इतने कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।”इसके पूर्व श्री ठाकुर ने राज्य में पैरा-कैनोइंग सुविधा का जायजा लिया। उनके साथ मध्यप्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया तथा मध्यप्रदेश सरकार के अन्य अधिकारी भी थे। उन लोगों ने कुछ एथलीटों से बातचीत भी की, जिनमें पैरा-कैनोइस्ट प्राची यादव भी शामिल थीं, जिन्होंने इस वर्ष की शुरूआत में पोलैंड मे आयोजित पैराकोनो विश्व कप में कांस्य पदक जीता था। इस तरह वे इस खेल में जीतने वाली पहली भारतीय बनीं और अपनी जीत से इतिहास रच दिया।

            राज्य में उपलब्ध खेल अवसंरचना के बारे में ठाकुर ने कहा, भोपाल देश के बेहतरीन निशानेबाजी और घुड़सवारी केंद्रों में गिना जाता है। यहां विश्वस्तरीय सुविधाएं हैं। मध्यप्रदेश खेलो इंडिया युवा खेलों के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा,“मध्यप्रदेश धीरे-धीरे भारत में खेलों का केंद्रस्थल बनता जा रहा है। मेरी इच्छा है कि अगर अन्य राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भी इस उदाहरण का पालन करें, तो भारत जल्द ही खेल महाशक्ति बन जाएगा।”