सफाई कर्मचारी यूनियन ने प्रशासक के सलाहकार को रोष प्रदर्शन करने की दी चेतावनी।

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट

चंडीगढ़

13 गांव और मनीमाजरा की सफाई व्यवस्थता की जिम्मेवारी निजी कंपनी को दिए जाने के प्रस्ताव को सदन बैठक में मंजूरी दिए जाने के बाद से विवाद बढ़ता जा रहा है। अंसतोष सफाई कर्मचारी यूनियन ने सोमवार को प्रशासक के सलाहकार सहित सांसद, मेयर, गृह सचिव और निगम आयुक्त को नोटिस भेज कर आगामी 10 जनवरी को रोष प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
यूनियन के प्रधान कृष्ण कुमार चड्डा सहित प्रधान महासचिव जसबीर कुमार टांग ने निगम कार्यायल के बाहर प्रदर्शन किए जाने के बारे सूचित किया है। जिनकी मांग है कि प्रस्ताव को डेफर नहीं किया गया तो यूनियन अगली दिन आगे की रणनीति बनाएगी। नोटिस में कहा गया कि यूनियन शहर में  शहर में काम छोड़ हड़ताल पर भी जा सकती है।
22 दिसंबर को सदन बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया था। प्रस्ताव पारित होने से पहले तक यूनियन ने बकायदा अपना एक समारोह भी बुलाया था, जिसमें मेयर ने शिरकत कर यह कहकर आश्वस्त किया था कि प्रस्ताव को रद्द कराने का प्रयास किया जाएगा। सदन में एक पार्षद के सवाल पर मेयर ने आश्वस्त किया था कि किसी की भी नौकरी नहीं जाएगी।
वहीं, सदन में प्रस्ताव होने के बाद विरोध के स्वर भी उठने शुरू हो गए हैं। दो दिन पूर्व एक संस्था ने इसके विरोध आवाज उठाई तो अब यूनियन भी मोर्चा खोलने के लिए तैयार हो गई हैं। ऐसे में निगम के लिए यूनियन को मनाना एक चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
वहीं, यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि नोटिस में वह सभी के संज्ञान में लाना चाहते है कि मनीमाजरा व  नगर निगम में आए 13 गांवों के सफाई कार्य का ठेका पिछले सप्ताह हुई हाउस की बैठक में प्रस्ताव पास किया गया । मनीमाजरा एवं 13 गांवों के सफाई के कार्य को ठेके पर देने का विरोध लगातार पिछले तीन महीने से किया जा रहा है क्योंकि इससे सफाई कर्मचारियों का शोषण होता है। ठेकेदार द्वारा समय पर वेतन नहीं दिया जाता। नगर निगम व प्रशासन को इस सम्बंध में कई बार पत्र लिख चुके है सफाई के कार्य को ठेके पर ना दिया जाये बल्कि नगर निगम कर्मचारियों को अपने अधीन रखे ताकिकर्मचारियों का शोषण रुक सके और उन्हें समय पर वेतन मिल सके।