सरगम ए स्कूल में गायन व नृत्य प्रतियोगिता आयोजित


पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 26 दिसंबर :

            सरगम ए स्कूल ऑफ म्युजिक, सेक्टर 14 की ओर से गायन एवं नृत्य में हरियाणा से बेस्ट सिंगर व बेस्ट डांसर के अवार्ड हेतु ऑडिशन लिये गये जिसमें काफी स्कूलों से आये बच्चों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। बच्चों ने अपने हुनर से काफी तालियां बटोरी। इसके  अलावा एकल हरियाणवी नृत्य की प्रतियोगिता भी करवाई गई जिसमें प्रथम स्थान याशिका, द्वितीय स्थान खुशी व ज्योति तथा तृतीय स्थान रितिका ने प्राप्त किया। नारंग ल्युमिनियस से समाजसेवी जी.सी.नारंग मुख्यातिथि तथा अधिवक्ता मि. स्माईल विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित हुए।

            उन्होंने विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया व ऑडिशन में चयनित हुए बच्चों को प्रमाण पत्र वितरित किये। मुंबई से आये मि. हैरी और माहित ने डांसिंग में और निशा व साहिल ने गायन में निर्णायक की भूमिका निभाई। सरगम ए स्कूल ऑफ म्युजिक की डायरेक्टर पूनम सरगम ने उपस्थित सभी का धन्यवाद किया व कहा कि अभिभावकों के बिना बच्चे अपनी प्रतभा को अच्दे तरीके से निखार नहीं सकते इसलिये माता-पिता का सहयोग बेहद जरुरी है।  

विजीलैंस द्वारा रंगदारी मामले में फऱार महिला गिरफ़्तार  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट

चंडीगढ़

 पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज जबरन वसूली सम्बन्धी एक मामले में भोली नाम की महिला को गिरफ़्तार किया है, जोकि एक साल से अधिक समय से फऱार चली आ रही थी। बताने योग्य है कि उक्त महिला अपने साथियों, जो पुलिस कर्मचारियों की वर्दी पहन कर पैसे वसूल करते थे, उनके साथ मिलकर प्राईवेट व्यक्तियों को पुलिस केस दर्ज करने की धमकी देकर उनसे पैसे लूटने में शामिल थी।  
यह खुलासा करते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो ने जांच के बाद शिकायतकर्ता गुरदीप सिंह निवासी गाँव माड़ी बुच्चियाँ जि़ला गुरदासपुर की शिकायत पर विजीलैंस ब्यूरो के थाना जालंधर में 31-08-2021 को आइपीसी की धारा 388, 389, 411, 179, 171, 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम संबंधी कानून की धारा 7 के अंतर्गत केस दर्ज किया गया था।  
शिकायतकर्ता ने दोष लगाया था कि मुलजिम ज्योति निवासी सिद्धवां दोना जि़ला कपूरथला और उसका साथी गुरप्रीत सिंह निवासी हाथी ख़ाना जि़ला कपूरथला ने उसकी वीडियो बना ली और अपने आप को सहायक सब-इंस्पेक्टर और पुलिस कॉन्स्टेबल बताकर उसे पैसे देने के लिए धमका रहे थे।  
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उक्त मुलजिमों ने अपनी महिला साथी भोली निवासी वस्सल चक्क, जि़ला गुरदासपुर के साथ मिलकर उसका आधार कार्ड और क्रेडिट कार्ड वापस करने के बदले 4 लाख रुपए की माँग की थी। उसने आगे दोष लगाया कि उक्त दोषी पहले ही 5 हज़ार रुपए नकद और 30 हज़ार रुपए उसके क्रेडिट कार्ड के द्वारा निकलवा चुके हैं।  
प्रवक्ता ने आगे बताया कि उक्त मुलजिमों ने शिकायतकर्ता से इस सम्बन्ध में 50,000 रुपए की माँग की थी और विजीलैंस ब्यूरो ने उस समय पर उक्त दो व्यक्तियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में उपरोक्त मुलजिम महिला पिछले एक साल से अधिक समय से ठिकाने बदलकर अपनी गिरफ़्तारी से बच रही थी।  
जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि दोनों व्यक्ति पुलिस की वर्दी पहनकर प्राईवेट व्यक्तियों से पैसे लूटते थे और दोषी महिला इसमें उनकी मदद करती थी।

शहर की प्रगति के लिए सुझावों  के स्वागत से हुई नॉमिनेटेड पार्षदों की प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल से मीटिंग

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 26 दिसंबर:

            चंडीगढ़ नगर निगम के नॉमिनेटेड पार्षदों आज चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल  से मुलाकात की ।  इनमें उमेश घई अनिल मसीह डॉ रमणीक  बेदी ,महेंद्र कौर ,  सतिंदर सिंह व गीता चौहान मौजूद रहे  ; गौरतलब है कि एक पार्षद देश से बाहर कि कुल नौ नॉमिनेटेड पार्षदों में से एक पार्षद देश  व एक शहर से बाहर होने के कारण इस मीटिंग में शामिल नहीं हो पाए।

            धर्मपाल ने कहा कि आप सभी शहर के सम्मानित सज्जन हैं व शहर के  लोगों से अपनी-अपनी तरह से जुड़े हुए हैं और आप शहर की प्रगति में मूल्यवान सुझावों से सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं। प्रशासन आप से यही अपेक्षा करता है कि आप नगर निगम के सदन पर भी पॉजिटिव सकारात्मक भूमिका निभाएंगे।

सुसाइड नहीं हत्या थी सुशांत सिंह राजपूत की मौत? मॉर्चरी सर्वेंट ने किया हैरान करने वाला

            सुशांत के शव का पोस्टमार्टम करने वाले रूपकुमार शाह ने दावा किया है कि एक्टर का मर्डर हुआ था। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने सुशांत का शव देखा तो उन्हें ये आत्महत्या का मामला नहीं लगा।

सुशांत सिंह राजपूत

कोरल’पुरनूर’ डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई/चंडीगढ़ :

            सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले में कूपर अस्पताल के एक कर्मचारी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। कर्मचारी का दावा है कि वो सुशांत के पोस्टमार्टम के समय उसी जगह मौजूद था और जैसा कि उसने देखा उससे पता चल रहा था कि वो आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है।

            टीवी  को दिए इंटरव्यू में कूपर अस्पताल के कर्मचारी रूपकुमार शाह ने कहा, “हत्या और आत्महत्या में बहुत फर्क होता है। शव देखने के तुरंत बाद पता चल जाता है वो हत्या है या आत्महत्या है। सुशांत के गले में निशान थे। वह बिलकुल हत्या जैसा लग रहा था। बॉडी को मुक्के मारे गए थे, उस पर चोट के निशान थे। जो आदमी आत्महत्या करता है उसे चहरे पर पंच के निशान नहीं होते जैसे कि सुशांत के चेहरे पर थे।”

            एक्टर की मौत के करीब ढाई साल बाद रूपकुमार शाह नाम के शख्स की टिप्पणी ने सबको हैरान कर दिया है। रूपकुमार शाह का दावा है कि जब सुशांत का पोस्टमार्टम हुआ तो वह वहीं मौजूद थे। न्यूज एजेंसी एनएनआई से रूपकुमार शाह ने कहा कि वह इस बारे में पहले भी दो चैनलों से बात कर चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि, मैं इसलिए यह बोल रहा हूं क्योंकि मैं 14 और 15 जून को ड्यूटी पर था। काम कर रहा था। उसी दौरान एक वीआईपी बॉडी आई। वीआईपी बॉडी थी इसलिए ज्यादा लोग आए। हमने अपना काम चालू रखा। रात को करीब 11-12 बजे के आसपास सुशांत की बॉडी के पोस्टमार्टम का नंबर आया।“”

            शाह ने आगे, शव देखने के बाद पता चला कि यह तो सुशांत सिंह राजपूत की बॉडी है। हमने देखा कि उनका शव अलग दिखा। उनका शव सुसाइड जैसा नहीं था। मैं तुरंत अपने सीनियर से बात करने गया और कहा कि सर ये अलग केस दिख रहा है। क्योंकि मुझे 28 साल का तजुर्बा है।साहब ने कहा, ‘हम इस पर बाद में बात करेंगे।

            शाह ने आगे कहा कि “मैंने देखा कि सुसाइड के शव में फांसी के बाद जो गले पर निशान होता है, जिसे हैंगिंग मार्क बोलते हैं वह सुसाइड जैसा नहीं था। वह कुछ अलग-सा था। इसके अलावा पैर और हाथ पर भी अलग-अलग तरह के निशान थे। वह बिल्कुल अलग थे। मैं अभी बता नहीं सकता।” बता दें कि एक्टर                   सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को मुंबई स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। उनकी मौत को आत्महत्या करार दिया गया था। इस मामले में अब तक जांच जारी है।

सुशांत सिंह राजपूत

            सीबीआई ने इसकी जांच खत्म कर अभी तक क्लोजर रिपोर्ट नहीं सौंपी है। मगर अब ये चौंकाने वाली खबर सामने आई है जिसने सभी को हैरान कर दिया है। सुशांत के फैन्स पहले भी इसे खुदकुशी नहीं मानते थे और अब उन्हें इसे खुदकुशी न मानने की एक और वजह मिल गई है।

कोविड -19 को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने डॉक्टरों व आई.एम.ए. के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता 

 एक इन्फोडेमिक को रोकने के लिए सटीक जानकारी करके कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने का आग्रह 

रघु नंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 26 दिसंबर :

            केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि “अलर्ट पर रहना और मास्क पहनने सहित कोविड से संबंधित उचित व्यवहार का पालन करना महत्वपूर्ण है, लेकिन एक इंफोडेमिक को रोकना और कोविड-19 पर केवल प्रामाणिक और सत्यापित जानकारी साझा करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

            केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कोविड की रोकथाम और प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी साझा करता रहा है।  मैं सभी से केवल सत्यापित जानकारी तक पहुंचने और साझा करने का आग्रह करता हूं और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। यह बात केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज देश भर के लगभग 100 डॉक्टरों और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) के सदस्यों के साथ बातचीत के दौरान कही।डॉ मंडाविया ने डॉक्टरों और आई.एम.ए. के सदस्यों से कोविड-19 के बारे में प्रामाणिक जानकारी का प्रसार जारी रखने का आग्रह किया। आप कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई के दौरान हमारे राजदूत रहे हैं।  मैं आपके योगदान को महत्व देता हूं और स्वास्थ्य पेशेवरों के निस्वार्थ समर्पण और सेवा को सलाम करता हूं।  मैं आपसे आग्रह करता हूं कि कोविड-19 रोग और इसकी रोकथाम और प्रबंधन पहलुओं के विभिन्न पहलुओं पर जनता को शिक्षित करके एक इन्फोडेमिक को रोकने के लिए हमारे सहयोगी और राजदूत बनें।” 

            उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि डॉक्टर इस लड़ाई में समर्पित होकर काम करना जारी रखेंगे, जैसा कि वे अब तक करते आ रहे हैं।डॉ.  मंडाविया ने प्रतिभागियों से अटकलों से दूर रहने और जनता के साथ केवल सटीक जानकारी साझा करने का आग्रह किया। 

उन्होंने कहा कि “हमारे नागरिक सलाह के लिए हमारे कोविड योद्धाओं की ओर देखते हैं और हाल ही में वैश्विक स्तर पर कोविड-19 मामलों में वृद्धि के कारण, यह हमारे विशेषज्ञों की जिम्मेदारी बन गई है कि वे सही जानकारी साझा करें ताकि अफवाहों, गलत धारणाओं और बदले में, भय को रोका जा सके।।

            उन्होंने कोविड-19 डेटा,टीकाकरण कार्यक्रम और सरकारी प्रयासों की वर्तमान स्थिति के बारे में जागरूक करके नागरिकों में घबराहट की थोड़ी सी भी भावना को कम करने पर जोर दिया।  उन्होंने शालीनता के प्रति आगाह किया।  उन्होंने टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने और कमजोर समूहों के लिए एहतियाती खुराक लेने का आग्रह किया। 

            उन्होंने जोर देकर कहा, केवल इसी तरह हम निरंतर सामूहिक प्रयासों के माध्यम से अब तक किए गए लाभों को संरक्षित करने में सक्षम होंगे।” कल प्रस्तावित मॉक ड्रिल के बारे में जानकारी देते हुए, डॉ. मंडाविया ने जोर देकर कहा कि इस महामारी के प्रबंधन के अपने पिछले अनुभव के आधार पर, हम कई अभ्यास कर रहे हैं, ऐसा ही एक मॉक ड्रिल है जो कल देश भर में होगा।  इस तरह के अभ्यास हमारी परिचालन तत्परता में मदद करेंगे, यदि कोई कमी है तो उसे भरने में मदद मिलेगी और इसके परिणामस्वरूप हमारी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया मजबूत होगी।

            कोविड-19 की घटना के बाद से ही इसके खिलाफ हमारी लड़ाई में सबसे आगे रहने वाले डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने माननीय की अध्यक्षता में समय पर होने वाली बैठकों की सराहना की। प्रधान मंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और कोविड-19 के खिलाफ सामूहिक लड़ाई में योगदान देने पर सहमत हुए। माननीय प्रधान मंत्री के संदेश को आगे बढ़ाते हुए, डॉ. मंडाविया ने पिछले कुछ दिनों में कई बैठकों की अध्यक्षता की है, जिसका उद्देश्य सभी हितधारकों के सुझावों और विचारों पर विचार-मंथन के लिए एक मंच प्रदान करना है।

             बैठक में लव अग्रवाल, एएस, डॉ. अतुल गोयल, डी.जी.एच.एस., आई.एम.ए. सदस्य और प्रतिष्ठित डॉक्टर और विशेषज्ञ उपस्थित थे।

कोरोना से सिर्फ हाई रिस्क लोगों को एहतियात की आवश्यकता है : डॉ. गोडसे

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 26 दिसंबर:

            पिछले 3 वर्षों से कोविड पर सटीक जानकारी भारतवासियों तक पहुंचा रहे यूएसए से इंटरनल  मेडिसन के एक्सपर्ट डॉ. रवि गोडसे  ने  चण्डीगढ़ के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एचके खरबंदा के साथ ऑनलाइन सेशन में बताया कि भारत में अभी कोरोना का खतरा ना के बराबर है। सिर्फ हाई रिस्क लोगों के लिए एहतियात की आवश्यकता है। आम जनता को पैनिक नहीं करना चाहिए। उन्होंने बताया कि बी 4 सेवेन  ओमिक्रोन का वैरीअंट फैलता तो बहुत जल्दी है, लेकिन वायरल लोड कम है।


            भारत की 90% से अधिक जनता को हर्ड इम्युनिटी के चलते विश्व के कई देशों में फैले कोविड-19 से डरने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि इम्यूनो कॉम्प्रोमाइज्ड लोगों में एहतियात बरतने की जरूरत जरूर है। डॉ. रवि गोडसे ने बताया कि विश्व भर में कोविड कई नई दवाइयां आ चुकी हैं जिन्हें अभी भारत सरकार ने मान्यता नहीं दी है। इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड कंडीशन में ये दवाइयां काम करती हैं। भारत सरकार को बिना देरी किए हाई रिस्क मरीजों को बचाने के लिए इन नई दवाओं पर पॉलिसी बनाने की आवश्यकता है।

श्री ब्राह्मण सभा, चण्डीगढ़ ने मालवीय एवं वाजपेई का जन्म महोत्सव मनाया

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 26 दिसंबर:

            श्री ब्राह्मण सभा, चण्डीगढ़ द्वारा भगवान परशुराम भवन सैक्टर 37 में दीप प्रज्वलन और स्वस्तिवाचन तथा सरस्वती वंदना के उपरांत भारत रत्न महामना मदनमोहन मालवीय एवं भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई का जन्म दिवस महोत्सव मनाया गया और तुलसी दिवस पर औषधीय गुणों से युक्त तुलसी के पौधे का पूजन किया गया। गुरु गोबिंद सिंह जी के शहजादों के महान बलिदान को भी सम्मान एवं संवेदनापूर्वक याद किया गया।


               इस बड़े दिन को विभिन्न क्षेत्रों से विशेष आमंत्रण पर एकत्रित हुए गणमान्य विद्वानों के अनुभवयुक्त विचारों से पिरोए हुए व्यक्तव्यों द्वारा संचालित किया गया। मध्य प्रदेश के छत्तीसगढ़ क्षेत्र से आई विदुषी निधि वाजपेई ने कहा कि स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई व्यक्ति नहीं, विचार हैं। वे जीवन नहीं, संस्कार हैं। पंजाब विश्वविद्यालय से शिक्षित युवा शिवम जोशी ने अपनी स्वरचित कविता सुनाकर उपस्थित श्रोताओं में एक अद्भुत जोश की लहर उत्पन्न कर दी। गुरुद्वारा श्री सिंह सभा सेक्टर 37से पधारे हेड ग्रंथी ज्ञानी गुरजिंदर सिंह ने जहां बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक तथा सनातन धर्म के सर्व श्रेष्ठ ध्वजा धारक महामना मदनमोहन मालवीय और उच्च आदर्शों एवं मूल्यों पर आधारित शुद्ध राजनीति स्थापित करके भारत का विकास करने वाले सर्वप्रिय अटल बिहारी वाजपेई के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी वहीं उन्होंने  गुरुगोबिंद सिंह जी के महान सपूतों शहजादों के बलिदान के बारे में विस्तार पूर्वक ऐतिहासिक जानकारी देते हुए बताया कि कैसे हिंदू धर्म की रक्षा और देश के लिए गुरुतेग बहादुर जी और गुरुगोबिन्द सिंह जी ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने ये महाबलिदान अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए किया। ऐसे बलिदानियों को भला कैसे कोई भूल सकता है।


               हिंदी और संस्कृत के विद्वान प्रोफेसर डॉ रमा कांत अंगरिश जिन्होंने देश विदेश का भ्रमण करते हुए उचित शिक्षा का प्रचार प्रसार किया तथा विभिन्न पुस्तकें लिख कर समाज को उत्तम दिशा देने का प्रयास किया उनके विचार श्रोताओं ने बड़ी उत्सुकता से सुने। उनके अपने व्यक्तिगत संस्मरण भी ध्यानपूर्वक सुने।
               कश्मीर संघर्ष समिति के सदस्य और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक डॉक्टर वेद व्यास कुचरु के विचार भी लोगों को सुनने का अवसर मिला। चंडीगढ़ और पंचकुला में गुरुकुल विद्यालय की उद्देश्य पूर्ण आधारशिला रखने के लिए प्रयत्न रूपेण कार्यरत आचार्य स्वामी प्रसाद जी ने बताया कि वे महामना मालवीय और अटल बिहारी वाजपेई के व्यक्तित्व से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने नौकरी छोड़ कर समाज सेवा में पदार्पण किया और संस्कृति शिक्षा के लिए गुरुकुल चलाने का निर्णय लिया।


                पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के हिंदी विभाग से सेवा निवृत्त और संस्कृत तथा हिंदी साहित्य के विद्वान प्रोफेसर डॉ जय प्रकाश को विशेष रूप से सुनने के चंडीगढ़, मोहाली, पंचकुला और पिंजौर से श्रोतागण आए हुए थे। जब मंच का संचालन करते हुए श्री ब्राह्मण सभा चंडीगढ़ के प्रधान यश पाल तिवारी ने प्रोफेसर जय प्रकाश का आदरपूर्वक संक्षिप्त परिचय देते हुए उन्हें उनके उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया तो पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। प्रोफेसर जय प्रकाश ने बताया कि उनके पूज्य पिता जी और महामना मालवीय जी का बहुत निकटतम संबंध रहा। पिता जी के साथ बचपन में वे भी मालवीय जी के पास जाया करते और उनकी ज्ञान वर्धक बातें बड़े ध्यान से सुना करते थे। अध्यापन के क्षेत्र में ही कार्यरत रहकर प्रोफेसर साहब ने अपने जीवन का अधिक काल खंड बिताया और अनेक विद्यार्थियों का मार्ग निर्देशन किया। डॉक्टर जय प्रकाश जी ने अनेक पुस्तकें तथा कविताएं भी लिखीं। पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के हिंदी विभाग में आज भी उनका नाम सम्मानपूर्वक लिया जाता है। संस्कृत में एम ए करने के बाद जब उन्होंने नौकरी करने के लिए सोचा तो उनके एक अत्यंत निकटतम शुभचिंतक ने परामर्श दिया कि नौकरी तो मिल ही जायेगी पहले पीएचडी करो और चंडीगढ़ आ जाओ। इस प्रकार उन्होंने संस्कृत और हिंदी साहित्य की सेवा में समर्पित भाव से अथक कार्य किया। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने जो ऊंचाइयां अर्जित की उन सबका उल्लेख किया जाना संभवतः बहुत कठिन है।

            स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी और महामना मदनमोहन मालवीय जी का स्वर्णिम इतिहास इस बात का साक्षी है कि दोनों ही उच्च कोटि के विद्वान और भारतीय साहित्य के महान ज्ञाता हुए हैं इसलिए सभी आदरणीय वक्ताओं को अखिल भारतीय गायत्री परिवार के संस्थापक परमपूज्य गुरुदेव पंडित श्री राम शर्मा जी आचार्य द्वारा रचित वांग्मय देकर और गायत्री मंत्र वाले वस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। 

सुस्त जीवनशैली युवाओं में बढ़ा रही हृदय संबंधी बीमारियां

  • स्वस्थ भोजन, व्यायाम, तनाव कम कर और धूम्रपान छोड़ कर दिल से जुड़ी बीमारियों से बचें: डॉ. बाली
  • एक्यूट हार्ट अटैक वाले मरीजों का 90 मिनट के अंदर प्राथमिक एंजियोप्लास्टी से इलाज किया जाना चाहिए: डॉ. बाली
  • ‘संरक्षित पीसीआई उपचार हृदय रोगियों के लिए दुनिया भर में अनुशंसित है जहां सर्जरी और एनेस्थीसिया नहीं किया जा सकता’: डॉ. एचके बाली


डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 26 दिसंबर:

            सुस्त जीवनशैलीके कारण भारत में हृदय रोगों में तेजी से वृद्धि हो रही है, विशेष रूप से युवाओं में। हालांकि, अपनी जीवनशैली में बदलाव लाकर दिल से संबंधित बीमारियों से बचा जा सकता है, जिसमें स्वस्थ भोजन करना, व्यायाम करना, तनाव कम करना और धूम्रपान छोडऩा शामिल है’, यह कहना है हृदय रोग विशेषज्ञ व चेयरमैन, कार्डिएक साइंसेज, पारस हॉस्पिटल डा. एच.के. बाली का जो की हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एचसीसीआई) द्वारा ‘टेकिंग केयर ऑफ योर हार्ट’ विषय पर आयोजित व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे।


            ‘लगभग 25 साल पहले, यह देखा गया था कि पीजीआईचंडीगढ़ में दिल का दौरा पडऩे पर दाखिल होने वाले 10 प्रतिशत लोग 40 साल से कम उम्र के थे। हालांकि, अब यह प्रतिशत तेजी से बढ़ रहा है और अधिक से अधिक युवाओं को हृदय रोग हो रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि लोग एक सुस्त जीवनशैलीजी रहे हैं, जो उनमें उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा जैसी जीवन शैली की बीमारियों को बढ़ा रहा है’, डॉ बाली ने कहा।


            हृदय से संबंधित बीमारियों से बचने के उपायों के बारे में बताते हुए, डॉ. बाली ने आगे कहा कि स्वस्थ हृदय और स्वस्थ जीवन के लिए जीवनशैली से जुड़ी इन बीमारियों के साथ-साथ दिल से संबंधित बीमारियों के कारणों को भी नियंत्रित किया जाना चाहिए। ‘लोगों को संतुलित आहार खाना चाहिए और ट्रांस-फैट से बचना चाहिए। लोगों को रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम या जॉगिंग या योग करना चाहिए। इसके अलावा, दैनिक जीवन में तनाव को कम किया जाना चाहिए ताकि हृदय से संबंधित बीमारियाँ जो जि़ंदगी में लंबा समय तंग कर सकती हैं उनसे बच जा सके’।


            डॉ बाली ने आगे कहा कि 35 साल की उम्र के बाद लोगों को पूरे शरीर की व्यापक स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए, ताकि अगर कोई बीमारी पकड़ में आती है तो उसए तुरंत ठीक किया जा सके।


            डॉ बाली ने कहा कि इन दिनों मरीजों के इलाज के लिए नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है जो तेजी से ठीक होने और मृत्यु दर को कम करने में मदद करता है। च्च्जिन रोगियों को हृदय की कोरोनरी धमनी का गंभीर रोगहै, एक साथ कई गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं और उनके बाएं वेंट्रिकुलर गंभीर डिसफंक्शन हैं, उनका भी अब सुरक्षित रूप से इलाज किया जा सकता है। अधिक बीमारियों के कारण ऐसे रोगी पहले सर्जरी या एंजियोप्लास्टी नहीं करवा सकते थे। इन रोगियों, जिनके पास कोई विकल्प नहीं था, अब इम्पेला नाम का एक बहुत ही छोटा सा एक पंप का उपयोग करके सुरक्षित रूप से इलाज किया जा सकता है। यह पंप गैर-सर्जिकल तरीके से ग्रोइन आर्टरी से डाला जाता है और इन गंभीर रूप से बीमार रोगियों में एंजियोप्लास्टी प्रक्रिया को पूरी तरह से सुरक्षित बनाता है। हमने पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई अत्यधिक उच्च जोखिम वाले रोगियों का सुरक्षित इलाज किया है।

 
            डॉ बाली ने आगे कहा कि एक्यूट हार्ट अटैक वाले रोगी का प्राथमिक एंजियोप्लास्टी के साथ इलाज किया जाना चाहिए और अवरुद्ध धमनी को 90 मिनट के भीतर खोला जाना चाहिए क्योंकि प्रत्येक गुजरते मिनट के साथ हृदय की अधिक मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। ‘यदि एक दम कम समय में प्राथमिक एंजियोप्लास्टी नहीं की जा सकती है, तो थ्रोम्बोलाइटिक उपचार का उपयोग करना उचित है और दिल का दौरा पडऩे के बाद पहले घंटे में इन ‘क्लॉट बस्टर्स’ दिवाईओं का उपयोग करने पर सबसे अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं।’


            डॉ बाली ने आगे कहा कि बुजुर्ग और जिन्हे एक से अधिक गंभीर रोग हैं उनके लिएवाल्व रिप्लेसमेंट के लिए ओपन हार्ट सर्जरी उपयुक्त नहीं है, लेकिन अब, एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट की नवीनतम गैर-सर्जिकल तकनीक – टीएवीआई (ट्रांस कैथेटर एओर्टिक वाल्व इम्प्लांटेशन) उपचार उपलब्ध है जिसमें सर्जरी कर रोगी की छाती को खोलने की आवश्यकता नहीं है।

राष्ट्रीय ताइकवांडो प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी सभी प्रतिभागियों को ट्रैक सूट देंगे प्रदीप शर्मा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता,  चंडीगढ़ – 26 दिसंबर

            चण्डीगढ़ ताइक्वांडो एसोसिएशन ने तीन दिवसीय कैंप नार्थरिज इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 46 में लगाया जिसमें ग्रैंड मास्टर ललित टिरकी (अंतरराष्ट्रीय जज और मुख्य कोच, इंडियन ताइक्वांडो नैशनल टीम), प्रेम कुमार एवं सुभाष ठाकुर भी उपस्थित रहे। कैंप में  मुख्यातिथि शिवकुमार (द्रोणाचार्य अवार्डी, बॉक्सिंग कोच), महासिंह और सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप शर्मा व नौशाद अली भी शामिल हुए।प्रदीप शर्मा ने कहा कि वह उन सभी प्रतिभागियों को अपनी तरफ़ से ट्रैक सूट देंगे जो राष्ट्रीय ताइकवांडो प्रतियोगिता में भाग लेंगे। इसके अलावा चण्डीगढ़ में ताइक्वांडो को आगे बढ़ाने के लिए उनकी सेवाएँ आगे भी उपलब्ध रहेंगी। एसोसिएशन के प्रधान एलआर नैयर, महासचिव पवन कुमार एवं आर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी राजेश सिंह नेगी भी यहाँ मौजूद रहे।

भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने वाले लाखों हरियाणवियों का तहेदिल से धन्यवाद- हुड्डा

  •          यात्रा का पहला चरण तो सिर्फ टीजर था, ट्रेलर और पूरी फिल्म दूसरे चरण में दिखाएंगे- हुड्डा
  •          भारत जोड़ो यात्रा में खुद के बनाए रिकॉर्ड को खुद ही तोड़ेगा हरियाणा- हुड्डा
  •          जनता के मुद्दों को सड़क से लेकर सदन तक उठाने के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध- हुड्डा
  •          सड़कों में गड्ढे देखे हैं लेकिन भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पहली बार गड्ढों में सड़क ढूंढ़नी पड़ी- हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता,  चंडीगढ़ – 26 दिसंबर

            राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के हरियाणा में पहले चरण की कामयाबी से उत्साहित कांग्रेस ने लोगों का आभार जताया है। आज विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरूआत से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में हुड्डा ने यात्रा में शामिल होने के लिए लोगों का धन्यवाद किया और पहले चरण को कामयाब बनाने के लिए विधायकों की मेहनत को सराहा। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर झिरका से फरीदाबाद और दिल्ली बॉर्डर तक लाखों की तादाद में लोग यात्रा का हिस्सा बने। लोगों के उत्साह को देखकर लगता है कि पहला चरण तो सिर्फ टीजर था, ट्रेलर और पूरी फिल्म तो दूसरे चरण में देखने को मिलेगी। हरियाणा पिछले चरण में बनाए खुद के रिकॉर्ड को दूसरे चरण में खुद ही तोड़ेगा। उन्होंने तमाम विधायकों और कांग्रेसजनों को विधानसभा सत्र के बाद दूसरे चरण की तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए।

            भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस जनता के मुद्दों को सड़क से लेकर सदन तक उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। यात्रा में उठाए गए मुद्दों को विधानसभा में भी उठाया जाएगा। राहुल गांधी ने हरियाणा में बॉन्ड पॉलिसी के खिलाफ आंदोलनरत मेडिकल विद्यार्थियों, पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग कर रहे कर्मचारी प्रतिनिधियों, आर्थिक संकट की मार झेल रहे MSME संचालकों और पूर्व सैनिकों समेत कई नागरिक संगठनों से मुलाकात की। अगले चरण में भी किसानों समेत अलग-अलग संगठनों के प्रतिनिधि राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे।

            यात्रा के दौरान सभी भारत यात्रियों ने खस्ताहाल सड़कों पर हैरानी जाहिर की थी। सड़कों के इस मुद्दे को आज कांग्रेस की तरफ से विधानसभा में उठाया गया। विधायक आफताब अहमद और मामन खान ने सरकार से सड़कों की हालत सुधारने की मांग की। इस पर बोलते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सड़कों में गड्ढे अक्सर देखने को मिलते हैं। लेकिन पहली बार गड्ढों में सड़कें ढूंढनी पड़ी। मेवात और फरीदाबाद में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूरे देश से यात्री और नेता आए थे। लेकिन सभी ने जर्जर सड़कों का जिक्र किया। सड़कों की अनदेखी करके सरकार ने पूरे देश में हरियाणा की छवि खराब करवाई है। इतना ही नहीं यात्रा वाले इलाकों में बिजली भी काटी गई।