Sunday, December 22
  •  जस्टिस फॉर सफाई कर्मचारी संस्था के राष्ट्रीय संयोजक ने नगर निगम को दिया अल्टीमेटम- कहा- गांवों की सफाई का काम प्राइवेट कंपनी से वापस नहीं लिया गया तो होगा विशाल प्रदर्शन
  • क्या स्वच्छता अभियान सिर्फ फ़ोटो के लिए, सफाई कर्मचारियों को अन्य के समान वेतन क्यों नहीं 

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

             पिछले करीब एक साल में 8 सफाई कर्मचारी अपनी जान गंवा चुके हैं। जो अभी काम कर रहे हैं, वे ठेका प्रथा के कारण पिस रहे हैं, लेकिन नगर निगम को उनकी बिल्कुल भी परवाह नहीं है। इसीलिए तो नगर निगम ने 13 गांवों में सफाई का काम प्राइवेट कंपनी को सौंप दिया। ये कहना है जस्टिस फॉर सफाई कर्मचारी के राष्ट्रीय संयोजक भगत राज तिसावर का। तिसावर ने कहा कि अगर नगर निगम ने गांवों में सफाई के काम का कांट्रेक्ट वापस नहीं लिया तो बड़े स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। ये प्रदर्शन 25 जनवरी को शुरू होगा। जिसका जिम्मेदार खुद नगर निगम होगा। 

            शनिवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में तिसावर व संस्था के अन्य सदस्यों ने प्रेस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जस्टिस फॉर सफाई कर्मचारी संस्था के गठन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए इस संस्था का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया स्वच्छता अभियान केवल दिखावा है। अफसर केवल फोटो खिंचवाते हैं और ये अभियान केवल फोटो सेशन तक ही सीमित रह गया है। उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से चंडीगढ़ समेत पूरे देश में सफाई कर्मचारी ठेकेदार प्रथा के अधीन हैं और उनका लगातार शोषण किया जा रहा है। प्रशासन के अधिकारी उन्हें सुनने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है। जनता के प्रतिनिधि भी उनकी आवाज नहीं उठा रहे हैं। इसलिए उन्होंने इस संस्था के जरिए शोषण का शिकार हो रहे सफाई कर्मचारियों के मुद्दों को उजागर करने का फैसला किया है। 

            प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने सफाई कर्मचारियों के हो रहे शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद की । उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में पिछले लगभग एक वर्ष में 8 सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी के दौरान मौत हुई है। लेकिन मुआवजे के नाम पर इनके परिवारों काे कुछ हजार रुपए दे दिए जाते हैं। इससे ज्यादा उन्हें नगर निगम की ओर से कोई मदद नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि एक ओर तो देश प्रगति कर रहा है लेकिन सफाई कर्मचारी उल्टा धरातल की ओर जा रहे हैं।

            गौरतलब है कि इस मौके संस्था ने  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अपनी व्यथा भरा पत्र लिखकर  सफाई कर्मचारियों की सुध लेने की प्रार्थना की  व 2019 के पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के फैसले के तर्ज पर सिवरमैन की विधवाओं को पेंशन जल्द से जल्द शुरू करें वरना राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा । आज के कार्यक्रम में भगत राम , बाबूराम , राजकुमार ,सविता खैरवाल मौजूद रहे । इस मोर्चे में राजस्थान से कोऑर्डिनेटर हीरालाल परमार बाबूराम कोऑर्डिनेटर पंजाब व गुरप्रीत सिंह कोऑर्डिनेटर उत्तराखंड भी रहेंगे।