Sunday, December 22

मौजूदा कोविड स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री जौड़ामाजरा ने आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक अधिकारियों को सतर्क रहने की दी हिदायत

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट

चंडीगढ़

पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा की अध्यक्षता में आज आयुर्वेदिक विभाग और होम्योपैथिक विभाग के अधिकारियों की एक विशेष बैठक पंजाब सिविल सचिवालय के कार्यालय में हुई। मंत्री ने विभागों के कार्यों की समीक्षा की और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की और उनके कामकाज में और अधिक सुधार लाने के सख्त निर्देश दिए। इस बैठक में स्वास्थ्य सचिव अजोए शर्मा के अलावा एन.एच.एम. के एम.डी. अभिनव त्रिखा, निदेशक आयुर्वेद विभाग, निदेशक होम्योपैथिक विभाग, जिलाध्यक्षों ने भाग लिया।
चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि आयुर्वेद हमारे देश की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है और इन चिकित्सा पद्धतियों से सभी बीमारियों का इलाज संभव है, इसलिए हमें घर-घर आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार करने का संकल्प लेना चाहिए, ताकि हर नागरिक स्वस्थ रहे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ जंग में आयुर्वेद और होम्योपैथी ने सकारात्मक भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए भी आयुर्वेदिक काढ़ा बेहद फायदेमंद साबित हुआ है।
जौड़ामाजरा ने कोविड-19 के नए उभरते रूपों के खिलाफ सतर्क रहने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने रेखांकित किया कि अभी कोविड पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है और उन्होंने अधिकारियों को कोविड के खिलाफ पूरी तरह से तैयार रहने और कोविड के नए उभरते रूपों की निगरानी को और अधिक मजबूत करने के निर्देश दिए।