- पंजाब में कूड़े की समस्या और इससे होते प्रदूषण से निजात पाने के लिए अपनायी जाएंगी आधुनिक तकनीकें – संधवां
- कुलतार सिंह संधवां और राज्य सभा मैंबर संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने ओल्ड राजिन्दर नगर स्थित कूड़ा प्रबंधन प्रोजैक्ट भी देखा
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
पंजाब विधान सभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां की तरफ से यहाँ के बवाना औद्योगिक क्षेत्र में कूड़े से आधुनिक तकनीकों के ज़रिये बिजली पैदावार और खाद तैयार करने वाले प्रोजैक्ट दिल्ली एम. एस. डब्ल्यू सल्यूशनस लिमटिड का दौरा किया गया। संधवां की तरफ से यहाँ गीले और सूखे कूड़े को अलग करने से लेकर इससे बिजली पैदावार, खाद तैयार करने और अवशेष को वैज्ञानिक तरीके से निर्माण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री में तबदील किये जाने की अलग-अलग प्रक्रियाओं के बारे बारीकी में जानकारी ली गई। इससे पहल संधवां और राज्य सभा मैंबर संत बलबीर सिंह सीचेवाल की तरफ से दिल्ली के ओल्ड राजिन्दर नगर स्थित दिल्ली नगर निगम के कूड़े से खाद तैयार करने वाले कूड़ा प्रबंधन प्रोजैक्ट का भी दौरा किया गया।
मंगलवार देर शाम किये बवाना प्रोजैक्ट के दौरे के मौके पर मीडिया के साथ बात करते हुये संधवां ने कहा कि कूड़े और इससे पैदा हो रहे प्रदूषण की समस्या से मुल्क के हर शहर को जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनका अधिकारियों समेत इस प्रोजैक्ट को देखने का मंतव्य ऐसे प्रोजैक्टों के ज़रिये कूड़े से बिजली पैदा करने, खाद पैदावार और वेस्ट से निर्माण सामग्री तैयार होने की तकनीकों को जानना था जिससे ऐसी तकनीकों को पंजाब के कस्बों और बड़े शहरों की आबादी और अन्य ज़रूरतों अनुसार कूड़े और इससे पैदा होते वातावरण के कारकों से छुटकारा पाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस दौरे का मंतव्य यह अध्ययन करना है कि पंजाब के कस्बों और शहरों की स्थानीय ज़रूरतों अनुसार किस तरह की तकनीक कारगर हो सकेगी और राज्य के इस क्षेत्र में पहले चल रहे प्रोजेक्टों को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है।
री-सस्टेनबिलिटी की तरफ से दिल्ली नगर निगम के साथ मिल कर सार्वजनिक निजी हिस्सेदारी (पी. पी. पी.) के ज़रिये चलाये जा रहे इस प्रोजैक्ट के बारे जानकारी देते प्रोजैक्ट के वाईस प्रैज़ीडैंट डी. पी. सिंह ने बताया कि 100 एकड़ में चल रहे इस प्रोजैक्ट के द्वारा 2500 मीट्रिक टन कूड़े की रोज़ाना प्रोसैसिंग की जाती है और इस प्रोजैक्ट की बिजली पैदावार क्षमता 24 मेगावॉट है। उन्होंने बताया कि 2.5 लाख टन खाद पैदा करके अलग-अलग कंपनियों को बेची जा चुकी है।
इससे पहले संधवां और संत सीचेवाल ने ओल्ड राजिन्दर नगर में प्रोजैक्ट के दौरे के समय कहा कि उनका उद्देश्य पंजाब में कूड़े की समस्या और इससे पैदा होते प्रदूषण से छुटकारा पाने और वहां हो रहे काम को और वैज्ञानिक बनाना है। इस मौके पर फरीदकोट के डिवीजनल कमिशनर चन्द्र गेंद, डिप्टी कमिशनर फरीदकोट डा. रूही दुग्ग, दिल्ली नगर निगम के चीफ़ इंजीनियर दिनेश यादव, मनप्रीत सिंह मणी धालीवाल पी. आर. ओ स्पीकर, निजी सहायक शिवजीत संघा, अमरिन्दर सिंह ई. ओ नगर कौंसिल कोटकपूरा, सुखदीप सिंह धालीवाल जे. ई और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।