कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के पर तंज कसते हुए विदेश मंत्री एस ने कहा, “भारतीय सेना राहुल गांधी के आदेश पर एलएसी पर नहीं है। भारत ने चीनी तैनाती का मुकाबला करने के लिए एलएसी पर अब तक की सबसे बड़ी तैनाती की है।” अनुराग ठाकुर ने भी कहा, “जब भारतीय सेना डोकलाम में चीनी सैनिकों के साथ लड़ रही थी, तब वह क्या राहुल गांधी चीनी अधिकारियों के साथ थे।”
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय जवानों और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प पर सियासत जारी है। विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर चीन को कम करके आंकने का आरोप लगाया है। अब जयशंकर ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है।
जयशंकर ने कहा, “LAC पर चीन को जवाब देने के लिए भारतीय सेना की ओर से अब तक की सबसे बड़ी तैनाती की गई है।” भारतीय विदेश मंत्री ने एक मीडिया कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए ये बात कहीं. जयशंकर ने पत्रकारों को बताया कि 2020 के बाद से LAC पर चीनी सैनिकों की संख्या बढ़ी है, इसलिए भारतीय सेना ने भी सैनिकों की बड़े स्तर पर तैनाती की है।
उन्होंने कहा, “चीन की तरफ से किसी भी एकतरफा बदलाव की कोशिश का मुकाबला करने के लिए हमारी सेना तैनात है. यह भारतीय सेना की प्रतिबद्धता है।” उन्होंने कहा, “अगर हम इस विषय पर गंभीर नहीं होते तो वहां सेना तैनात नहीं की जाती।” राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए जयशंकर ने कहा, “एलएसी पर भारतीय सेना के जवान राहुल गांधी के आदेश पर नहीं गए थे, बल्कि हमारे प्रधानमंत्री के आदेश पर गए हैं।”हमने
विदेश मंत्री ने कहा, चीन मुद्द को लेकर भारत सरकार गंभीर है और राहुल गांधी का दावा विश्वसनीय नहीं है। दरअसल, हाल ही में राहुल गांधी ने कहा था कि भारत-चीन सीमा पर मौजूदा हालात बहुत गंभीर हैं। हाल में जो हुआ, वह एक सिर्फ झड़प नहीं थी, बल्कि चीन पूर्ण युद्ध की तैयारी कर रहा है। उन्होंने केंद्र सरकारा पर इस खतरे को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था। कहा था कि सरकार हमसे तथ्यों को छिपाने की कोशिश कर रही है, लेकिन यह लंबे समय तक चल नहीं पाएगा।
अनुराग ठाकुर ने भी किया था पलटवार
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी राहुल गांधी पर पलटवार किया था। उन्होंने सोमवार को कहा था कि तवांग मसले पर हमसे सवाल करने से पहले राहुल गांधी को राजीव गांधी फाउंडेशन के बारे में जवाब देना चाहिए। ठाकुर ने सवाल किया कि क्या राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से फंडिंग मिलती है। ठाकुर यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा, जब भारतीय सेना डोकलाम में चीनी सैनिकों के साथ लड़ रही थी, तब वह क्या राहुल गांधी चीनी अधिकारियों के साथ थे।