दिल्‍ली-मुंबई नहीं, अब चंडीगढ़ जैसे छोटे शहर बन रहे बिजनेस के नए हब 

ईज ऑफ बिजनेस , स्टार्टअप इंडिया , डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया की नीतियों के चलते ट्राई सिटी में नई पीढ़ी शहर को बिजनेस हब बनाने में जुटी है ।

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

            बिजनेस यानी नेटवर्किंग ,चाहे एमएसएमई हो या फिर स्मॉल स्केल इंडस्ट्री, आपसी तालमेल, सामंजस्य के बिना कुछ बड़ा करना मुश्किल होता है। कुछ ऐसी सोच के साथ बलजीत सिंह गिल ने कुछ वर्षों पहले बिजनेस नेटवर्किंग इंडिया की शुरुआत की थी।

            अब वे ट्राईसिटी के उभरते हुए बिजनेसमैन के तौर पर पहचान हासिल कर रहे हैं। ऐसे ही कई बिजनेस प्रोफेशनल्स की एक मीट शहर में आयोजित की गई। जहां ऐसे कई बिजनेस प्रोफेशनल्स उपस्थित थे जो अपने यूनीक आइडिया से बिजनेस के क्षेत्र में अलग मुकाम हासिल कर रहे हैं। ये मीट इंडस्ट्रियल एरिया में आयोजित की गई। 

            लगभग 100 से अधिक एंटरप्रेन्योर जो बी एन आई कि मदद से 100 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस कर चुके हैं ,  एक दूसरे का साथ लेकर चंडीगढ़ को बिजनेस हब बनाने को उत्सुक नजर आए । बलजीत सिंह ने कहा कि पहले बिजनेस हब की बात की जाती थी तो दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े महानगरों का नाम लिया जाता था। लेकिन अब ये मिसाल बदल रही है और चंडीगढ़ समेत ट्राईसिटी को बड़े बिजनेस हब के तौर पर पहचान मिलनी शुरू हो रही है।

            चंडीगढ़ जैसे छोटे शहर को बिजनेस हब के तौर पर डेवलप करने के लिए कई प्रोफेशनल्स लगातार जुटे हैं। वे अपने-अपने फील्ड में अच्छा नाम बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि  मीडियम व स्माल स्केल के बिजनेसमैन को आपस में तालमेल करवाना उनका लक्ष्य है और आज के गेट टूगेदर से कई महत्वपूर्ण व उलेखनीय टाई अप्स भी हुए हैं ।

            आज के कार्यक्रम में  अखिल कौशल ,अमनदीप सिंह आनंद ,मनदीप सिंह सोढ़ी, सुखजीत सिंह गिल, रचित मल्होत्रा, रूचित कालरा ,सुमित अग्रवाल व रवजीत सिंह मौजूद रहे।