सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक, यमुनानगर :
डीएवी गल्र्स काॅलेज के जनसंचार विभाग व विश्व संवाद केंद्र इंडिया हरियाणा के संयुक्त तत्वावधान में फिल्म निर्माण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। हरियाणा कला परिषद कुरूक्षेत्र के एडिशनल डायरेक्टर नागेंद्र कुमार , राजकीय महाविद्यालय पंचकूला के जनसंचार विभाग अध्यक्ष डाॅ आद्वितीय खुराना तथा गुरू नानक खालसा काॅलेज से आए असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ उदयभान मुख्य वक्ता रहे। काॅलेज प्रिंसिपल डाॅ मीनू जैन व विभाग अध्यक्ष परमेश कुमार ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विभाग की प्राध्यापिका पायल व कीर्ति ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में योगदान दिया।
डाॅ खुराना ने कहा फिल्म निर्माण के लिए क्रिएटिविटी बेहद जरूरी है। दिल में जज्बा हो तो, जीरो बजट में भी शाॅर्ट फिल्म का निर्माण किया जा सकता है। हरियाणा की विरासत व संस्कृति में विषयों की भरमार है। बशर्ते उन्हें पहचानने की जरूरत है।
नागेंद्र ने कहा कि फिल्म निर्माण के क्षेत्र में आइडिया महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इसके बाद ही फिल्म निर्माण से संबंधित बाकि चीजों की अमलीजामा पहनाने का काम किया जाता है। किसी भी फिल्म की कहानी पहली बार में ही फाइनल नहीं होती। फिल्म का बजट निर्धारित करने के बाद पात्रों का चयन व डायलाॅग लेखन पर ध्यान दिया जाता है। उन्होंने छात्राओं को कैमरा एंगल, लोकेशन, मेकअप, काॅस्टयूम साहित अन्य चीजों की विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि प्री-प्रोडक्शन व प्रोडक्शन के बाद पोस्ट प्रोडक्शन का काम ध्यान पूर्वक किया जाना चाहिए। इसमें एडिटिंग, वाॅयस ओवर सहित अन्य चीजें शामिल है। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे छोटे-छोटे विषयों का चयन करें और 30 सेकिंड से दो मिनट तक की फिल्में बनाएं। कोई भी फिल्म व वीडियो रील देखते समय उसमें अपने काम की चीजों पर अवश्य ध्यान दें।
डाॅ मीनू जैन ने कहा कि फिल्म निर्माण का कार्य बहुत ही जिज्ञासाओं से भरा हुआ होता है। इस क्षेत्र में कैरियर की अपार संभावनाएं है। छात्राएं अपनी क्षमता को पहचान कर इस क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना सकती है। वर्कशाप का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को फिल्म निर्माण की बारीकियों से अवगत करना रहा। इस दौरान गुरू जंभेश्वर विश्वविद्यालय में चार व पांच फरवरी को प्रस्तावित हरियाणा फिल्म फेस्टीवल का पोस्टर भी रिलिज किया गया।