मुख्यमंत्री द्वारा वकील भाईचारे को जरूरतमंद और बेसहारा लोगों की आवाज़ बनने का न्योता
पंजाब और हरियाणा बार कौंसिल के नये वकीलों को लायसंस बाँटे, बार कौंसिल की आनलाइन सेवाओं का उद्घाटन
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज वकील भाईचारे को बेसहारा और जरूरतमंद लोगों को पहल के आधार पर इन्साफ दिलाने का न्योता देते हुये कहा कि उनको समाज के कल्याण के लिये सक्रिय भूमिका अदा करनी चाहिए।
आज यहाँ पंजाब और हरियाणा बार कौंसिल के नये वकीलों को लायसंस बाँटने और बार कौंसिल की आनलाइन सेवाओं की शुरुआत करने के मौके पर करवाए समागम के दौरान मुख्यमंत्री ने नौजवान वकीलों को बड़े लोक हितों के लिए अपनी ज़िम्मेदारी पेशेवर वचनबद्धता, समर्पण भावना और संजीदगी के साथ निभानी के लिए कहा। उन्होंने कहा कि समर्पित होकर काम करने वाले वकील न सिर्फ़ अपना नाम रौशन करते हैं बल्कि अदालतों में जरूरतमंद लोगों को इन्साफ दिला कर उनके चेहरों पर मुसकराहट भी लाते हैं। इस मौके पर भगवंत मान ने कहा कि मानक शिक्षा, बेहतर सेहत सेवाएं और जरूरतमंद को इन्साफ दिलाना उनकी सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता है और इस सम्बन्धी कई बड़े प्रयास किये जा रहे हैं।
उन्होंने वकीलों को रूबरू होते हुये कहा, ‘‘तरक्की कभी भी रातों-रात नहीं मिलती, सफलता का एकमात्र ढंग सख़्त मेहनत और लगन ही है जो मनुष्य को उसकी मंजिल पर पहुँचा देता है। आप भी वकालत शुरू करने जा रहे हो, जोकि बहुत ज़िम्मेदारी वाला पेशा है। उम्मीद है कि आप जरूरतमंद व्यक्ति को सेवा-भावना के साथ इन्साफ दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे।’’
लायसंस प्राप्त करने वाले नये वकीलों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि जिस तरह नये आई. ए. एस और आई. पी. एस. अधिकारी तजुर्बा हासिल करने के लिए अपने कॅरियर की शुरुआत ज़िला स्तर के दफ़्तरों और थानों से करते हैं, उसी तरह नये वकीलों को भी सरकार के महत्वपूर्ण कानूनी मामलों में ट्रेनी के तौर पर शामिल करना चाहिए जिससे वह सीनियर वकीलों की तरफ से उभारे जाते नुक्तों के बारे अपने पेशे की शुरुआत में ही तजुर्बा हासिल कर सकें।
बार कौंसिल की तरफ से उठाई अलग-अलग माँगों के जवाब में भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार ज़िला स्तर पर वकीलों के लिए चैंबरों की व्यवस्था, लायब्रेरियां आदि सहूलतें मुहैया करवाने के लिए उपयुक्त सहयोग देगी।
इस मौके पर राज्य सभा मैंबर राघव चड्ढा, पंजाब और हरियाणा के एडवोकेट जनरल विनोद घई और पंजाब और हरियाणा बार कौंसिल के चेयरमैन सुरवीर सिद्धू समेत अन्य शख़्सियतें भी उपस्थित थी।