खेलो इंडिया यूथ गेमज़ के लिए पंजाब फ़ुटबॉल टीम के ट्रायल 17 दिसंबर को

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

मध्य प्रदेश में 31 जनवरी से 11 फरवरी, 2023 तक होने वाले खेलो इंडिया यूथ गेमज़ के फ़ुटबॉल मुकाबलों के लिए पंजाब की लड़कों की टीम के चयन के लिए 17 दिसंबर को ट्रायल प्रातः काल 10 बजे ट्रायल लिए जाएंगे।

खेल विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि फ़ुटबॉल टीम के चयन के ट्रायल गुरू नानक स्टेडियम लुधियाना में होंगे। ट्रायल में हिस्सा लेने के लिए खिलाड़ी की जन्म तारीख़ पहली जनवरी 2004 या इसके बाद की होनी चाहिए। इच्छुक खिलाड़ी निर्धारित समय और स्थान पर पहुँच कर चयन ट्रायलों में हिस्सा ले सकते हैं।

मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में हॉकी की पुरातन शान बहाल करने का प्रण


 चंडीगढ़ में विश्व हॉकी कप की ट्रॉफी का स्वागत  


 राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट,

चंडीगढ़ : पंजाब में खेल को प्रफुल्लित करके राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए अपनी सरकारी की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज प्रण लिया कि हॉकी की पुरातन शान बहाल करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।  
 मुख्यमंत्री ने आज यहाँ अपने आवास पर पुरुषों के हॉकी विश्व कप की ट्रॉफी का स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों ने हॉकी के मैदान में हमेशा ही शानदार प्रदर्शन किया और दुनिया भर में राज्य का नाम रौशन किया। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारतीय हॉकी टीम ने पिछले साल टोक्यो में हुई ओलम्पिक खेलों में 41 सालों बाद ओलम्पिक में पदक जीता और इस टीम में विजेता टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह समेत 11 खिलाड़ी राज्य से सम्बन्धित थे। 1975 में अकेला विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम की कप्तानी भी पंजाब के अजीतपाल सिंह के पास थी। अगले महीने भारत की मेज़बानी में होने वाले विश्व कप की टीम के कैंप में भी आधे से अधिक खिलाड़ी पंजाब के हैं।  
 भगवंत मान ने कहा कि इस विजयी सफऱ को जारी रखने की ज़रूरत है, जिससे भविष्य में और मैडल देश की झोली में डाले जा सकें।  
  मुख्यमंत्री ने दुख ज़ाहिर किया कि पिछली सरकारों की अनदेखी से हॉकी हमारी राष्ट्रीय खेल होने के बावजूद खेल के मैदान में पिछड़ती रही। उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार खेल के क्षेत्र में हॉकी को बनता रुतबा दिलाएगी। भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे खेल ख़ासकर हॉकी को प्रफुल्लित करके नशों जैसे अभिशाप का ख़ात्मा किया जा सके।  
 मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हॉकी को पुनर्जीवित करने के लिए और साधन जुटाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नौजवानों की अथाह क्षमता को खेल के क्षेत्र में लाने के लिए हर तरह का प्रयास किया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब हरेक पंजाबी के कड़े प्रयासों से हॉकी को पुनर्जीवित के राह पर लाया जा सकेगा।

मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में हॉकी की पुरातन शान बहाल करने का प्रण

चंडीगढ़ में विश्व हॉकी कप की ट्रॉफी का स्वागत  
   राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

              पंजाब में खेल को प्रफुल्लित करके राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए अपनी सरकारी की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज प्रण लिया कि हॉकी की पुरातन शान बहाल करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।  

               मुख्यमंत्री ने आज यहाँ अपने आवास पर पुरुषों के हॉकी विश्व कप की ट्रॉफी का स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों ने हॉकी के मैदान में हमेशा ही शानदार प्रदर्शन किया और दुनिया भर में राज्य का नाम रौशन किया। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारतीय हॉकी टीम ने पिछले साल टोक्यो में हुई ओलम्पिक खेलों में 41 सालों बाद ओलम्पिक में पदक जीता और इस टीम में विजेता टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह समेत 11 खिलाड़ी राज्य से सम्बन्धित थे। 1975 में अकेला विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम की कप्तानी भी पंजाब के अजीतपाल सिंह के पास थी। अगले महीने भारत की मेज़बानी में होने वाले विश्व कप की टीम के कैंप में भी आधे से अधिक खिलाड़ी पंजाब के हैं।  

               भगवंत मान ने कहा कि इस विजयी सफऱ को जारी रखने की ज़रूरत है, जिससे भविष्य में और मैडल देश की झोली में डाले जा सकें।  

                मुख्यमंत्री ने दुख ज़ाहिर किया कि पिछली सरकारों की अनदेखी से हॉकी हमारी राष्ट्रीय खेल होने के बावजूद खेल के मैदान में पिछड़ती रही। उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार खेल के क्षेत्र में हॉकी को बनता रुतबा दिलाएगी। भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे खेल ख़ासकर हॉकी को प्रफुल्लित करके नशों जैसे अभिशाप का ख़ात्मा किया जा सके।  

               मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हॉकी को पुनर्जीवित करने के लिए और साधन जुटाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नौजवानों की अथाह क्षमता को खेल के क्षेत्र में लाने के लिए हर तरह का प्रयास किया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब हरेक पंजाबी के कड़े प्रयासों से हॉकी को पुनर्जीवित के राह पर लाया जा सकेगा।

गांव रामगढ़ में पंजाब नेशनल बैंक के नए बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट सेंटर का शुभारंभ  

डेमोक्रेटिक फ्रंट

कोरल पुरनूर 

पंचकूला, 15 दिसंबर-

आम जनता को बैंकिंग सुविधा घर तक पहुँचाने के क्रम में पंजाब नेशनल बैंक द्वारा आज रामगढ़ में एक नए बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट सेंटर शुरू कि शुभारंभ  किया गया।  

इस अवसर पर उपस्थित अग्रणी जिला प्रबंधक श्री बृजेश सिंह ने बताया कि इस सेंटर पर 10 हजार रुपये तक निकासी तथा 25 हजार रुपये तक जमा करने की सुविधा उपलब्ध रहेगी। साथ ही साथ बचत खाते खोलना , पीएमइसबीवाई, पिऐजेजेविवाई, एपीवाइ खाते में आधार नंबर जोड़ना इत्यादि कार्य करवाया जा सकेगा। इस सेंटर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में  बैंकिंग सुविधाओं की पहुंच बढ़ाने तथा ग्रामीण जनमानस  को  बैंक से जोड़ना, बैंक की विभिन्न सुविधाएं एवं भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं  का लाभ पहुंचाना है।

इस अवसर पर उपस्थित पीएनबी के मैनेजर ने जनमानस को बेहतरीन ग्राहक सेवा देने हेतु आश्वस्त किया।

नेशनल गतका एसोसिएशन द्वारा गत्तके के विश्व व्यापक प्रसार के लिए छह डायरैक्टोरेट स्थापित

गत्तके के प्रशासनिक ढांचेप्रशिक्षण और अनुसंधान कामों को और ज्यादा क्रियाशील बनाऐंगे : ग्रेवाल

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            गत्तके के प्रशासनिक ढांचे, प्रशिक्षण और खोज कामों को और ज्यादा प्रगतिशील और प्रभावशाली बनाने के मकसद से भारत की सबसे पुरानी रजिस्टर्ड गतका खेल संस्था, ’नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ ने अपने छह अलग-अलग डायरैक्टोरेटों की स्थापना करते हुए 36 डायरैक्टर नामज़द किये हैं जो अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में स्वतंत्र तौर पर कार्य करेंगे और हर तिमाही पर अपनी लिखित सिफारिशें- कम-रिपोर्टें नेशनल गतका एसोसिएशन के प्रशासनिक डायरैक्टोरेट को सौंपेंगे और इस राष्ट्रीय खेल एसोसिएशन की तरफ से इन रिपोर्टों के आधार पर विश्व गतका फेडरेशन के लिए सालाना प्रगति रिपोर्ट और खेल कैलंडर तैयार किया जायेगा। 

            आज यहां यह जानकारी देते हुए नेशनल गतका एसोसिएशन के प्रधान स. हरजीत सिंह ग्रेवाल स्टेट ऐवार्डी ने बताया कि खेल डायरैक्टोरेट में नामज़द छह तकनीकी अधिकारियों की तरफ से प्रशासनिक डायरैक्टोरेट के साथ तालमेल करके अलग- अलग स्तर के टूर्नामैंटों की योजना बनाना, प्रबंध जुटाने, मुकाबले आयोजित करने और टूर्नामैंट पूरा किये जाएंगे। इसके इलावा मुकाबलों के दौरान कम्प्यूटराईजड   ‘गतका मैनेजमेंट टी. एस. आर. सिस्टम’ को लागू करना और गतका खेल के साजो-समान (शस्त्रों) के मानकीकरण को कंट्रोल करना होगा। इस डायरैक्टोरेट में तलविन्दर सिंह फ़िरोज़पुर, रमनजीत सिंह शंटी जालंधर, गुरप्रीत सिंह बठिंडा, सरबजीत सिंह लुधियाना, मनजीत सिंह बालीआं संगरूर और रविन्द्र सिंह रवि होशियारपुर बतौर डायरैक्टर नामज़द किये गए हैं। 

            इसी तर्ज़ पर स्थापित ट्रेनिंग और कोचिंग डायरैक्टोरेट की तरफ से गतका प्रशिक्षण सम्बन्धित मौजूदा और भावी ज़रूरतों का विश्लेषण करते हुए सर्वोत्तम खिलाड़ियों, कोचों, रैफ़रियों, तकनीकी अधिकारियों की और महारत और विकास के लिए बेहतर प्रशिक्षण और कोचिंग सेवाओं को डिज़ाइन करना, विकसित करना, प्रमाणित करना, प्रदान करना और मूल्यांकन करना शामिल है। इसके इलावा खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग किस्म और स्तर के प्रशिक्षण कैंप, रिफरैशर कोर्स/क्लीनक लगाने की योजना बनाना, प्रबंध जुटाने, आयोजित करने और पूरा करने होंगे। इस डायरैक्टोरेट में नामज़द 13 बतौर डायरैक्टरों में इन्दरजोध सिंह सन्नी जीरकपुर, हरकिरनजीत सिंह फाजिल्का, योगराज सिंह खमानो, सिमरनजीत सिंह चंडीगढ़, हरजिन्दर सिंह तरन तारन, जोरावर सिंह दिल्ली, लखविन्दर सिंह फ़िरोज़पुर, सुखदीप सिंह लुधियाना, बलदेव सिंह मोगा, तलविन्दर सिंह फ़िरोज़पुर, रमनजीत कौर दिल्ली, चरनजीत कौर मोहाली और सिमरनदीप कौर जम्मू शामिल हैं। 

            उन्होंने बताया कि प्रतिनिधि और वालंटीयर डायरैक्टोरेट की तरफ से डैलीगेटों, सदस्यों, सरप्रस्तों और नये सदस्यों के साथ मासिक स्तर पर संपर्क रखते हुए ईमेल के द्वारा पत्र-व्यवहार करना और नेशनल गतका एसोसिएशन के साथ जुड़ते हर वर्ग के वालंटियरों का रिकार्ड रखना होगा। इस डायरैक्टोरेट में डॉ. पंकज धमीजा फाजिल्का, हरप्रीत सिंह सराओ मोहाली, बलजीत सिंह सैनी खरड़, भुपिन्दर सिंह खरड़, रविन्द्र सिंह पिंकू मोहाली, अमरजीत सिंह जम्मू, जोगिन्द्र सिंह बुध विहार दिल्ली बतौर डायरैक्टर नामज़द किये गए हैं। 

            गतका प्रोमोटर ग्रेवाल ने बताया कि खोज और प्रकाशन डायरैक्टोरेट, मुख्य डायरैक्टर डॉ. बलजीत सिंह सेखों के नेतृत्व अधीन कार्य करेगा जिसमें सिमरनजीत सिंह चंडीगढ़, हरविन्दर सिंह गुरदासपुर, वीरपाल कौर श्री मुक्तसर साहिब ( चंडीगढ़) और तेजिन्दर सिंह गिल पटियाला बतौर डायरैक्टर नामज़द किये गए हैं। इस डायरैक्टोरेट का कार्य गत्तके संबंधी खोज गतिविधियों को जाँचना और उत्साहित करना, आनलाइन मीडिया और रसालों के प्रकाशन, प्रामाणिक डाटा और प्रचार सामग्री तैयार करना होगा। 

            इसी तरह विदेशी मामलों के डायरैक्टोरेट की तरफ से गतका खेल को विश्व स्तर पर प्रफुल्लित करने के लिए विश्व गतका फेडरेशन के नेतृत्व अधीन नयी विदेशी गतका ऐसोसीएशनें/ फैडरेशनें स्थापित करना और ऐफ़ीलीइटिड अलग-अलग देशों की गतका इकाईयों के साथ तालमेल बनाये रखना, विदेशों में गतका टूर्नामैंट आयोजित करवाने और कोचों/ रैफ़रियों/ प्रबंधकों/ तकनीकी अधिकारियों के आदान-प्रदान का प्रबंध किया जायेगा। इस डायरैक्टोरेट के मुख्य डायरैक्टर डा. दीप सिंह होंगे जबकि डा. शुभकरन सिंह खमानो, इन्दरजोध सिंह सन्नी, बलदेव सिंह मोगा और रविन्द्र सिंह बिट्टू जम्मू को बतौर डायरैक्टर नामज़द किया है। 

            उन्होंने आगे कहा कि कुशल प्रशासन, बेहतर प्रबंधन, शिकायतों/ शिकायतों के समय पर निपटारे आदि को यकीनी बनाने साथ-साथ तकनीकी अधिकारियों और गतका खिलाड़ियों को अन्य सहूलतें प्रदान करने के लिए तकनीकी अधिकारियों की अन्य कमेटियों और ज़ोनल कौंसिलों का गठन भी जल्द किया जायेगा।

हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री ने जिला के नवनिर्वाचित सदस्य जिला परिषद एवं पंचायत समिति, सरपंच व पंचों से किया सीधा संवाद

-मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की गांवों को शहरों की तर्ज पर विकसित करने की परिकल्पना को साकार करने के लिए टीम के रूप में कार्य करने का किया आह्वान

-देश-प्रदेश की तरक्की का रास्ता गांव से होकर गुजरता है इसलिये मिलकर गांव के विकास में करें सरकार का सहयोग

-प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टोलरेंस की नीति के साथ कर रही है कार्य- श्री देवेन्द्र बबली

डेमोक्रेटिक फ्रंट

कोरल पुरनूर 

पंचकूला, 15 दिसंबर-

हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री श्री देवेन्द्र बबली ने जिला के नव निर्वाचित सरपंचों, पंचों, ब्लाॅक समिति व जिला परिषद सदस्यों से आह्वान किया कि वे मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की गांवों को शहरों की तर्ज पर विकसित करने की परिकल्पना को साकार करने के लिए एक टीम के रूप में कार्य करें। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं है।
श्री बबली आज पंचकूला के सेक्टर-1 स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में जिला स्तरीय पंचायती राज सम्मेलन (जनप्रतिनिधि संवाद) में जिला के नवनिर्वाचित सदस्य जिला परिषद एवं पंचायत समिति, सरपंच व पंचों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गगनदीप सिंह भी उपस्थित थे।
श्री बबली ने पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि ग्रामीण आंचल के लोगों ने जिस सोच और विश्वास के साथ उन्हे चुन कर भेजा है, वे उस पर खरा उतरने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि लगभग 70 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने ग्रामीण आंचल में रहने वाले लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए अनेक योजनाएं लागू की हैं । इन योजनाओं को धरातल पर लागू करने में पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का अह्म योगदान है। उन्होंने कहा कि देश की तरक्की का रास्ता गांव से होकर गुजरता है इसलिये वे मिलकर गांव के विकास में सरकार का सहयोग करें।  
उन्होंने कहा कि गांवों को स्वच्छ, हरा-भरा और सुंदर बनाने के लिये प्रत्येक ग्राम पंचायत हर हफ्ते दो घंटे स्वच्छता अभियान चलाकर गांव की नालियों के साथ साथ खेल मैदान, चैपाल और पंचायत के अन्य भवनों की साफ सफाई सुनिश्चित करें और इस कार्य में गांववासियों और सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग लें। श्री बबली ने कहा कि उन्होंने प्रदेश में सभी ग्राम पंचायतों की संपत्तियों का ब्लयू पिं्रट तैयार करने के निर्देश दिये है ताकि आवश्यकतानुसार नये ग्राम सचिवालय, चैपाल, खेल स्टेडियम व जिम इत्यादि का निर्माण करवाया जा सके।
विकास एवं पंचायत मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार गांव के विकास के लिये कृतसंकल्प है और इस दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाये गये है। प्रदेश में 18 हजार तालाबों का जीर्णोंद्धार किया जा रहा है और पहले चरण में मार्च-2023 तक लगभग 3500 तालाबों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि शहरों की तर्ज पर गांव की फिरनियों पर लाईटिंग और सीसीटीवी लगाने की योजना है। हरियाणा में 3.50 लाख किलोमीटर क्षेत्र गांव की फिरनियों के तहत आता है और प्रथम चरण में 1 लाख किलोमीटर क्षेत्र को कवर किया जायेगा। इसी प्रकार गांवों में पुराने भवनों की मरम्मत करवाकर वहां आवश्यकतानुसार लाईब्रेरी और जिम स्थापित किये जा रहे है।
श्री बबली ने कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टोलरेंस की नीति के साथ कार्य कर रही है। विकास कार्यों में पारदर्शीता सुनिश्चित करने के लिये ई-टेंडरिंग प्रणाली शुरू की गई है। उन्होंने पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे सुनिश्चित करें कि जितना फंड सरकार द्वारा भेजा जाता है, वह शत-प्रतिशत विकास कार्यों पर खर्च हो। उन्होंने कहा कि विधानसभा के बजट सत्र में अभी तीन माह का समय शेष है। इसलिये ग्राम पंचायतें विकास कार्यों के लिये ऐस्टिमेट तैयार करवाकर सरकार को भिजवायें ताकि फंड उपलब्ध करवाकर शीघ्रातिशीघ्र कार्यों को शुरू किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस बार पंचायतीराज संस्थाओं के चुनावों में 50 प्रतिशत महिलायें चुनकर आई है। इसलिये उनकी जिम्मेदारी है कि वे अपने कत्र्तव्यों का भलीभांति निर्वहन करें। उन्होनंे कहा कि आज बहन, बेटियां किसी से कम नहीं है और हर क्षेत्र में परचम लहरा रही है। उन्होंने आह्वान किया कि महिला प्रतिनिधियों का हौंसला बढ़ाये ताकि वे मजबूती के साथ आगे बढ़े और अपने गांव की तस्वीर और तकदीर बदलने में अपना योगदान दें।
इस अवसर पर श्री बबली ने चारों खंडो से आये पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की और गांव के विकास के लिये सुझाव आमंत्रित किये। इसके अलावा उन्होंने गांवों की विभिन्न समस्याओं के निवारण के लिये मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिये।
इस अवसर पर जिला परिषद के कार्यकारी अधिकारी श्री गगनदीप सिंह ने विश्वास दिलाया कि वे एक टीम के रूप में कार्य करते हुये ग्रामीण आंचल के विकास के लिये कार्य करेंगे और पंचकूला को नई बुलंदियों पर लेकर जायेंगे।
इस मौके पर डीडीपीओ राजन सिंगला, बीडीपीओ बरवाला विशाल पराशर, बीडीपीओ पिंजौर मारर्टिना महाजन, जेजेपी के जिलाध्यक्ष ग्रामीण भाग सिंह दमदमा सहित पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

महाजन धर्मशाला कालावाली मंडी में श्री कृष्ण कथा अमृत का आयोजन

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालावाली 

            दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से महाजन धर्मशाला कालावाली मंडी में श्री कृष्ण कथा अमृत का आयोजन किया जा रहा है जिसमे कथा प्रथम दिवस में श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्य साध्वी सुश्री जयंती भारती जी ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण का व्यक्तित्व अत्यंत विराट एवं अलौकिक है उनके आदर्श जीवन में शिक्षा ग्रहण करके मानव अपने जीवन को महान बना सकता है

            उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण का चरित्र धर्म स्थापना के लिए संदेश को धारण किए हुए हैं वह हर काल युग से देश की सीमाओं से परे हैं वह वर्तमान युग की समस्त समस्याओं का निवारण प्रस्तुत करता है समाज की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक मनुष्य का अंतःकरण अंधकार में है अज्ञानता के तब से आच्छादित है जब जब मानव के भीतर अज्ञानता व्याप्त  होती है तब जब मानव का समाज मानवता से रिक्त हो जाता है मानव में मानवीय गुणों का हवास होने लगता है समाज में अधर्म अत्याचार अनाचार भ्रष्टाचार व्यभिचार आदि कुरीतियां अपना सिर उठाने लगती है यही कारण है कि हमारे ऋषि-मुनियों ने उस परम तत्व के समक्ष से प्रार्थना की है हे प्रभु हमारे भीतर के अंधकार को दूर कीजिए ताकि ज्ञान प्रकाश को पाकर हम अपने जीवन को सुंदर बना सके जब तक मानव अज्ञानता के गहन अंधकार से त्रस्त रहेगा तब तक उसका विकास संभव नहीं है अंधेरा हमें भ्रमित भी करता है और भयभीत भी करता है। प्रकाश में सब कुछ स्पष्ट दिखता है ना कोई भ्रम रहता है ना ही भय।

            श्री कृष्ण कथा का प्रारंभ भारतीय संस्कृति के अनुसार प्रभु की पावन ज्योति प्रज्वलित कर किया गया जिसमें जिसमें शहर के मुख्य अतिथि श्री नरेश सिंगला(शशि) प्रधान श्री प्राचीन दुर्गा माता मंदिर कालावाली , सनिल बिला प्रदान जय मां चिंतपूर्णी सेवा समिति ,चरणजीत चन्नी प्रमुख समाज सेवी , लावनीश शिवा इलेक्ट्रॉनिक ,गिरधारी लाल झोरडा वाले ,कृष्ण जिंदल ,रोहित जैन, शेखर रोड़ी वाले दर्शन एम सी ,अमित गुप्ता मंडी डबवाली अभय सिंगला मंडी डबवाली, रमेश कुमार मित्तल ,मुकेश अरोड़ा , सतबीर जी ,श्री भोला सिंगला ,श्रीमती दीपिका जैन ,श्रीमती विनोद सिंगला ,श्रीमती रिचा सिंगला, श्रीमती वीना मित्तल शामिल थे और कथा का समापन प्रभु की पावन आरती से विधि पूर्वक किया गया आरती विशेष रूप से  जय मां चिंतपूर्णी सेवा समिति मंडी कालावाली के सभी सदस्य की और से एवं प्राचीन दुर्गा माता मंदिर के सभी सदस्य की और से उतारी गई।

            जिस प्रकार बाहर के प्रकाश से अंधकार दूर होता है उसी प्रकार आंतरिक ज्ञान प्रकाश से आंतरिक अज्ञान तमस नष्ट होता है ज्ञान की प्राप्ति किसी पूर्ण गुरु की शरण में जाकर ही होगी जो मानव के भीतर उस ईश्वरीय प्रकाश को प्रकट कर देते हैं यही कारण है कि शास्त्रों में जब भी इस ज्ञान प्रकाश के लिए मानव जाति को प्रेरित किया तो इसकी प्राप्ति हेतु गुरु के सानिध्य में जाने का उपदेश दिया कथा प्रवचन ओं में नारी की महिमा पर विचार देते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय नारी ऐतिहासिक एवं पौराणिक दृष्टि से अपना एक विशिष्ट स्थान बनाए हुए हैं वैदिक काल में भारतीय नारी का स्थान बहुत ऊंचा रहा है विद्या का आदर्श सरस्वती में ,धन का आदर्श लक्ष्मी में, पराक्रम का दुर्गा में ,पवित्रता का गंगा में पाया जाता था उन्होंने कहा कि नारी को अबला समझ कर उससे जीने का अधिकार भी छीना जा रहा है परंतु नारी अबला नहीं सबला है आज के परिवेश में कन्याओं को जन्म लेने से पहले ही मार रहे हैं आज दुर्गा के भारत की हालत देखिए जहां नारी देवी की भांति पूजी जाती थी आज जन्म लेने से पहले ही मार दी जाती है आज दुर्गा के भारत की हालत देखिए नारी भला किस क्षेत्र में पीछे है हमें अपनी बीमार मानसिकता को बदलना होगा तभी एक सुसंस्कृत समाज की कल्पना की जा सकती हैं क्योंकि सुसंस्कृत एवं सुशिक्षित समाज का आधार संस्कृत एवं सुशिक्षित नारी ही होती है

स्टैम एजुकेशन एक जिसके द्वारा पाठ्यक्रम से परे कौशल सीखा जा सकता है: प्रियंका पूनिया


संदीप सैनी ,डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 15 दिसंबर :  

                        आज एक निजी विद्यालय में आयोजित एक कार्यशाला में शिक्षिका वह समाजसेवी प्रियंका पुनिया ने बताया कि किस प्रकार स्टेम एजुकेशन के द्वारा छात्र व छात्राओं का सर्वांगीण विकास हो सकता हैं। जिसके उदाहरण स्वरूप उन्होंने कहा की श्री अल्बर्ट आइंस्टीन ने एक बार कहा था “बुद्धि स्कूली शिक्षा का उत्पाद नहीं है बल्कि इसे प्राप्त करने के लिए आजीवन प्रयास का परिणाम है। शिक्षा अध्ययन करने और अच्छे ग्रेड प्राप्त करने के बारे में नहीं है बल्कि जीवन को समझने का अभ्यास है ।सीमाओं के बिना शिक्षा का अर्थ है अपने शैक्षणिक पाठ्यक्रम से परे कौशल सीखना।

            यह सब उन कौशलों को सीखने के बारे में है जो वास्तविक जीवन में सहायक हैं। हम जानते हैं कि स्टैम का अर्थ है विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित है। यह अपनी तरह का शिक्षात्मक अनुशासन है। यह वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के साथ सीखने पर ध्यान केंद्रित करता है। यह रचनात्मकता और 21 वीं सदी के कौशल सहित विभिन्न प्रकार के कौशल सेट विकसित करने में मदद करता है। ये हमारी अर्थव्यवस्था के चार स्तंभ हैं और एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह दैनिक जीवन की समस्याओं को हल करने पर केंद्रित है।

            यह छात्रों को आत्मविश्वास बनाने, आलोचनात्मक सोच को सुधारने और समस्या को सुलझाने और सॉफ्ट कौशल विकसित करने में मदद करता है जो उनके वयस्क जीवन में उनके लिए आवश्यक होगा। भविष्य के करियर निश्चित रूप से एसटीईएम क्षेत्रों के आसपास केंद्रित होंगे, जबकि 21 वीं सदी के कौशल जैसे कि महत्वपूर्ण सोच, रचनात्मकता एसटीईएम शिक्षा सांस्कृतिक जागरूकता और समस्या समाधान होगी। यह रचनात्मकता में सुधार करता है, टीम सहयोग बढ़ाता है।

            संचार कौशल विकसित करता है, महत्वपूर्ण सोच कौशल को सशक्त बनाता है, जिज्ञासा को बढ़ावा देता है, संज्ञानात्मक कौशल में सुधार करता है, मीडिया साक्षरता को बढ़ाता है और सामाजिक भावनात्मक शिक्षा को बढ़ाता है।यह समय की माँग है कि हमें शिक्षा के क्षेत्र में स्टैम को बढ़ावा देना होगा ।

परिवार पहचान पत्र की त्रुटियों को दूर करने के लिए शुक्रवार से चलेगा सघन अभियान : डिप्टी स्पीकर

16 से 18 दिसंबर तक गांवों व वार्ड में 500 स्थानों पर लगेंगे शिविर

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार :

                        परिवार पहचान पत्र की त्रुटियों को दूर करने के लिए जिले में  शुक्रवार से सघन अभियान चलाया जाएगा। 16 से 18 दिसंबर तक गांवों व वार्ड अनुसार 500 स्थानों पर शिविर लगाकर आमजन की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

                        डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि 16 से 18 दिसंबर तक पीपीपी के लिए आयोजित किये जाने वाले विशेष शिविर में व्याप्त त्रुटियों को दूर किया जाएगा।  शिविर में दिव्यांगों व 55 साल से अधिक की आयु के लोगों का डेटा अपलोड किया जाएगा।  डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि चिरायु आयुष्मान योजना का लाभ सभी जरूरतमन्दों को मिले, इसके लिए उन्हें विशेष शिविर तक लाने के लिए टीमें गठित की गई है। साथ ही चिरायु योजना के घर द्वार तक प्रचार-प्रसार के लिए एक मुहिम भी चलाई गई है।

                        नलवा क्षेत्र के प्रत्येक खंड में 6 प्रचार वाहन लगाए गए हैं। नलवा क्षेत्र में युवा भाजपा नेता सुरेंद्र गंगवा की अगुवाई में गांवों में जनप्रतिनिधियों की बूथ स्तर पर भी ड्यूटियां निर्धारित की गई है, जो लोगों को शिविर तक लाएंगे।  डिप्टी स्पीकर ने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में 70 प्रतिशत युवा चुनकर आगे आए हैं।

                        इनसे आह्वान किया गया है कि वे विशेष शिविर के दौरान उसी प्रकार से लोगों को लाए, जिस प्रकार से चुनाव के समय उन्हें पोलिंग स्टेशन पर लाया जाता है। इसके तहत एक पर्यवेक्षक भी नियुक्त किया गया है, जो सर्वश्रेष्ठ जनप्रतिनिधियों का चुनाव करेगा।

श्री तिरुपति धाम में 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक मनाया जाएगा धनुर्मास महोत्सव

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार :

                        श्री तिरुपति धाम में 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक धनुर्मास महोत्सव आयोजित किया जाएगा। एक महीने तक चलने वाले माता गोदांबा के इस धनुर्मास महोत्सव में हर रोज भूदेवी का स्वरूप माता गोदांबा की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। अखिल भारतीय श्री वैकुण्ठनाथ सेवा धर्मार्थ ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित होने वाला यह धनुर्मास महोत्सव पूरी तरह माता गोदांबा को समर्पित रहेगा। इस धनुर्मास महोत्सव में हिसार व अन्य जिलों से काफी संख्या में श्रद्धालु शिरकत करेंगे। धनुर्मास के अंतिम दिन 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन गोदांबा माता का विवाह महोत्सव आयोजित किया जाएगा।   श्री तिरुपति बालाजी धाम के अनुसार मान्यता है कि भूदेवी का अवतार माता गोदांबा ने भगवान विष्णु के स्वरूप भगवान रंगनाथ को वर के रूप में प्राप्त करने के लिए एक महीने तक कठिन व्रत का निर्वहन किया था। माता गोदांबा ने धनु संक्रांति से लेकर मकर संक्रांति तक भगवान विष्णु की कड़ी उपासना की।

            माता गोदांबा ने तिरुप्पवे स्रोत की रचना करके उसका तीस दिन तक नियमित रूप से पाठ किया। माता गोदांबा की भक्ति व आस्था के प्रतिफल स्वरूप भगवान रंगनाथ प्रसन्न हुए। इसलिए इन 30 दिनों की अवधि को धनुर्मास कहा जाता है। धनुर्मास के अंतिम दिन मकर संक्रांति को माता गोदांबा का श्रृंगार करके भगवान रंगनाथ के साथ विवाह महोत्सव आयोजित किया जाता है। इस विवाह महोत्सव में श्रद्धालु नए वस्त्र पहनकर पूजा-अर्चना करते हैं। माना जाता है कि इस दौरान मांगी गई मन्नत अवश्य पूरी होती है।

             श्री तिरुपति बालाजी धाम में श्री वेंकटेश भगवान जी, श्री पद्मावती माता जी, श्री गोदांबा माता जी, श्री गरुड़ जी, श्री लक्ष्मी नृसिंह जी, श्री सुदर्शन जी, श्री रामानुज स्वामी जी, श्री शठकोप स्वामी जी एवं श्री हनुमान जी के मंदिर स्थापित किए गए हैं। श्री तिरुपति बालाजी धाम में स्थापित 42 फुट ऊंचा सोने का श्री गरुड़ स्तंभ, बलिपीठम् व श्री तिरुपति यज्ञशाला भी विशेष दर्शनीय हैं।