भारत-चीन विवाद पर गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पंडित नेहरू के चाइना प्रेम के चलते सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की बलि चढ़ गई। यही नहीं, हजारों एकड़ जमीन भी नेहरू काल में ही चीन के पास चली गई। शाह ने कहा कि कॉंग्रेस अपने निजी संबंधों को बनाने के लिए सुरक्षा परिषद की सदस्यता को भेंट कर दी है, राजीव गांधी फाउंडेशन 2005-06 में फाउंडेशन ने पैसे लिए। गृहमंत्री ने कहा कि भारत की 1 इंच जमीन पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता है। हमारे जवानों ने 8 की रात को और 9 की सुबह को जो वीरता दिखाई है, मैं इसकी प्रशंसा करता हूं। सेना ने कुछ ही देर में घुसे हुए सभी लोगों को भगा दिया और हमारी भूमि की रक्षा की।
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/ नयी दिल्ली :
तवांग में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बाद इंडियन एयरफोर्स (IAF) ने अरुणाचल सीमा पर कॉम्बैट एयर पेट्रोलिंग, यानी जंगी उड़ानें शुरू कर दी हैं। 9 दिसंबर को तवांग में हुई झड़प से पहले भी चीन ने अरुणाचल सीमा में अपने ड्रोन भेजने की कोशिश की थी। इसके बाद IAF ने तुरंत अपने लड़ाकू विमान अरुणाचल सीमा पर तैनात किए थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में भारत-चीन के बीच झड़प के मुद्दे को लेकर विपक्ष की तरफ से हंगामे पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि लोकसभा में आज विपक्ष ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया। मैं इस कृत्य की निंदा करता हूं। उन्होंने इस पूरे हंगामे के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा। साथ ही कांग्रेस के चीन से संबंध होने का आरोप लगाते हुए राजीव गांधी फाउंडेशन पर भी टिप्पणी की। कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पंडित नेहरू के चाइना प्रेम के चलते सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की बलि चढ़ गई। यही नहीं, हजारों एकड़ जमीन भी नेहरू काल में ही चीन के पास चली गई।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय सैनिकों के साथ आमना-सामना के दौरान चीनी सैनिकों ने एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं कर सका।
उन्होंने संसद भवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात कही गृह मंत्री ने कहा कि “भारत की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं किया गया है। भारतीय सैनिकों ने झड़प के दौरान अपार बहादुरी दिखाई और कुछ ही समय में चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया।”
उन्होंने भारतीय सैनिकों की वीरता की सराहना की। शाह ने कहा कि “मैं यह स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं… जब तक प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार सत्ता में है, कोई भी हमारी एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता है।”
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि 2005, 2006 और 2007 में चीनी दूतावास द्वारा राजीव गांधी फाउंडेशन (RFG) के बैंक खातों में भारी मात्रा में धन ट्रांसफक किया गया था।
“मैंने प्रश्नकाल की सूची देखी और प्रश्न संख्या 5 देखने के बाद, मैं कांग्रेस की चिंता को समझ गया। प्रश्न राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस को रद्द करने के बारे में था।”
उन्होंने आगे उल्लेख किया कि 7 जुलाई 2011 को आरजीएफ को विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जकार नाइक से 50 लाख रुपये मिले।