पंजाब सरकार की तरफ से वित्तीय सहायता हासिल करने की इच्छुक ग़ैर सरकारी संस्थाओं से आवेदनों की माँग: डा. बलजीत कौर

आवेदन भरने की आखिरी तारीख़ 21 नवंबर

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

                        पंजाब सरकार बच्चों, औरतों, दिव्यांगजनों, बुज़ुर्गों आदि की भलाई के लिए लगातार यत्न कर रही है। इसी लड़ी के अंतर्गत पंजाब सरकार की तरफ से ” प्लान स्कीम पी. एम- 6 असिस्टेंस टू एन. जी. ओज” के अधीन पंजाब में काम कर रही योग्य ग़ैर- सरकारी संस्थाओं ( रजि.) से वित्तीय साल 2022- 23 के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए 21 नवंबर तक आवेदनों की माँग की है।

                        इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास मंत्री डा. बलजीत कौर ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से बच्चों, औरतों, दिव्यांगजनों बुज़ुर्गों आदि की भलाई स्कीमों को और बेहतर ढंग के साथ लागू करने के लिए ग़ैर सरकारी संस्थाओं( एन. जी. ओज) से सहायता ली जाती है। जिसके बदले ग़ैर- सरकारी संस्थाओं को सरकार की तरफ से वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जाती है।

                        उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से लागू इस स्कीम के अधीन जो ग़ैर सरकारी संस्थाएं( एन. जी. ओज) सहायता प्राप्त करने के लिए इच्छुक हैं, वह प्लनिंग विभाग की स्कीम जो कि लिंक https//: tinyurl. com/ 493n4kvs और विभाग की वैबसाईट https//: sswcd. punjab. gov. in पर उपलब्ध है, अधीन दर्शाये प्रोजेक्टों के लिए अनुदान के लिए अप्लाई कर सकतीं हैं।

                        कैबिनेट मंत्री ने बताया कि इच्छुक संस्थाएं अपने प्रस्ताव हर पक्ष से मुकम्मल करके डायरैक्टर, सामाजिक सुरक्षा, महिला  और बाल विकास विभाग, पंजाब एस. सी. ओ. 102- 103, सैक्टर 34 ए, चंडीगढ़ के दफ़्तर में आवेदन की हार्ड कापी दस्ती या रजिस्टर्ड डाक और साफ्ट कापी ई- मेल के द्वारा भेज सकतीं हैं। वित्तीय साल 2022- 23 के लिए संस्थाएं वित्तीय सहायता प्राप्त करने सम्बन्धी 21 नवंबर 2022 तक आवेदन भेज सकतीं हैं।

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 07 November, 2022

भ्रष्टाचार में सलिंप्त एएसआई को किया बर्खास्त

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 07 नवम्बर :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह नें आज सोमवार को भ्रष्टाचार मामले में संलिप्त पाए जाने पर अपराध शाखा सेक्टर 19 में तैनात एएसआई विक्रमजीत सिंह (एसआईटी सेक्टर 05 मामलों में बतौर अनुसधानकर्ता) को विशेष शक्तियों का प्रयोग करते हुए बर्खास्त कर दिया है । संविधान के अनुच्छेद 311-2, बी औैर पंजाब पुलिस नियम 16.2 (1) के तहत यह कार्रवाई की गई है ।

जानकारी के मुताबिक दिनांक 04.11.2022 को एएसआई विक्रमजीत सिह को 17 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस की टीम नें रगें हाथो गिऱफ्तार किया था जिस पर थाना विजिलेंस सेक्टर 17 पंचकूला में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 07 के मामला दर्ज किया गया ।

पुलिस उपायुक्त नें बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा भृष्टाचार के विरुद्व जीरो टालरेंस नीति दृढ़तापूर्वक लागू करके तथा भृष्टाचार को जड से खत्म से करनें हेतु भृष्टाचार में किसी भी प्रकार की शिकायत में पाया जानें पर किसी भी कर्मचारी को बख्शा नही जायेगा सलिप्त पाया जानें पर पर सख्त कानूनी एंव विभागीय कार्रवाई की जायेगी । इसके अलावा पंचकूला पुलिस द्वारा जीरो टालरेंस नीति दृढ़तापूर्वक लागू करनें हेतु व्टसअप नम्बर 708-709-1100 की शुरुआत की गई है जिस पर कोई भी आमजन व्यकित, अगर उससे कोई कर्मचारी रिश्वत इत्यादि कि डिमांड करता है या किसी अन्य प्रकार के भृष्टाचार सबंधी सूचना आप देना चाहते है तो इसकी सूचना तुरन्त 708-709-1100 पर व्टसअप के माध्यम से (टेक्स्ट मैसेज, वायस मैसेज, फोटो, विडियोतथा लोकेशन) भेजकर सूचित करें औऱ सूचना देने वाले का नाम पूर्ण रुप से गुप्त रखा जायेगा ।

सीसीटीवी कैमरो की निगरानी में ट्रैफिक नियम तोड़नें वालें 15571 वाहन चालको के घर भेजा जुर्माना

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 07 नवम्बर :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशानुसार जिला पंचकूला में ट्रैफिक नियमों की पालना करनें जागरुकता अभियान चलाकर लोगो को ट्रैफिक नियमों की पालना हेतु जागरुक किया जा रहा है परन्तु इसके साथ एसीपी ट्रैफिक श्री राजकुमार रंगा के नेतृत्व में ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करनें वालें वाहनों पर ट्रैफिक नाकांबदी चेकिंग तथा सीसीटीवी कैमरो के द्वारा निगरानी करते हुए ट्रैफिक नियमों को अपनानें हेतु लापरवाही करनें वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है ट्रैफिक पुलिस नें पंचकूला में लगे सीसीटीवी माह जनवरी से माह अक्तूबर 2022 तक 15571 वाहन चालको द्वारा मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करनें चालान करक सीधा घर के पते पर भेजा गया ।

एसीपी ट्रैफिक राजकुमार रंगा ने बताया कि सीसीटीवी कैमरो द्वारा ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वालों कडी निगरानी की जा रही है जिस निगरानी के दौरान किसी व्यकित या वाहन द्वारा ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करता पाया जानें पर तुरन्त फोटो कैमरो द्वारा क्लिक करके वाहन चालक के घर के पते पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत जुर्माना करके घर पर भेजा जाता है इसलिए सावधान रहें किसी भी प्रकार से ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करनें से बचें और दो पहिया पर हेल्मेट तथा चार पहिया वाहन पर सीट बेल्ट का प्रयोग करें । इसके अलावा सडक पर चलते समय अवैध रास्तो गल्त रास्तो को प्रयोग करनें से बचें औऱ किसी भी प्रकार का वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग ना करें ना ही नशा इत्यादि का सेवन करके वाहन चलाएं क्योकि क्योकि इसमें आपके साथ -2 आपकी परिवार भी सुरक्षित रहेगा ।

रिहायसी क्षेत्र में चलाया विशेष साइबर जागरुकता अभियान

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 07 नवम्बर :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशानुसार, जिला पंचकूला साइबर अपराधो से बचनें हेतु साइबर जागरुकता अभियान को आगे बढाते हुए साइबर थाना प्रभारी श्री योगविन्द्र सिंह द्वारा स्कूल, कॉलेज , मार्किट तथा इत्यादि ग्रामीण क्षेत्र में लोगो को साइबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक किया जा रहा है । इस अभियान के तहत आज दिनांक 07.11.2022 को थाना साइबर टीम से उप.नि. सुखबीर सिंह द्वारा कालौनी सेक्टर 21 तथा अन्य रिहायसी क्षेत्र में जाकर लोगो को जागरुक करते हुए कहा कि किसी भी अन्जान व्यकित द्वारा प्राप्त कॉल पर निजी जानकारी सांझा ना करें क्योकि साइबर अपराधी खुद को बैंक का कर्मचारी बताकर आपसे आपके बैंक सबंधित निजी जानकारी पुछकर आपके साथ धोखाधडी को अन्जाम देते है । इस सबंध में साइबर एक्सपर्ट नें कहा कि किसी भी अन्जान व्यकित के साथ फोन पर बातचीत ना करें ना ही किसी प्रकार से निजी जानकारी सांझा करें । किसी भी प्रकार का लोभ लालच लॉटरी इत्यादि के लालच में आनें से बचें । अगर किसी प्रकार से आपके साथ आनलाईन ठगी हो जाती है तो तुरन्त राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर कॉल करें अन्यथा www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं ।

इस सबंध में साइबर थाना प्रभारी योगविन्द्र सिंह नें बताया कि पंचकूला में हर स्कूल, कॉलेज, मार्किट , पार्क तथा हर रिहायशी क्षेत्र में पुलिस साइबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक करेंगी इसके साथ ही आपके भी आज के इस डिजिटल युग में खुद को साइबर अपराधो के प्रति सावधान रहनें की आवश्यकता है अन्जानें में किसी व्यकित के बहकावें में आकर ऐसा कदम ना उठाएं जिससे बाद में पछताना पडे है इसलिए साइबर अपराधो के प्रति सावधान रहें, सुरक्षित रहें ।

पटियाला और संगरूर में रिहायशी और औद्योगिक अर्बन अस्टेट विकसित किए जाएंगे: अमन अरोड़ा

  • अधिकारियों को विकसित किए जाने वाले अर्बन अस्टेट्स के लिए भूमि अधिग्रहण/लैंड पूलिंग सम्बन्धी स्क्रीनिंग कमेटी से 15 दिनों में आवेदनों की पड़ताल करवाने के निर्देश
  • आवास निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री द्वारा पटियाला विकास अथॉरिटी के प्रगति अधीन और भविष्य के प्रोजैक्टों की समीक्षा


राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

            पंजाब के आवास निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री अमन अरोड़ा ने बताया कि पटियाला विकास अथॉरिटी (पी.डी.ए.) द्वारा नज़दीकी भविष्य में इसके अधिकार क्षेत्र में आने वाले शहरों में रिहायशी और औद्योगिक उद्देश्यों के लिए नए अर्बन अस्टेट्स विकसित किए जाएंगे।  


            पुडा भवन, एस.ए.एस. नगर (मोहाली) में पी.डी.ए. के प्रगति अधीन, भविष्य के प्रोजैक्टों और कामकाज की समीक्षा सम्बन्धी बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता करते हुए अमन अरोड़ा ने बताया कि पटियाला, संगरूर और समाना में रिहायशी और औद्योगिक अर्बन अस्टेट विकसित करने का प्रस्ताव है। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को इन प्रस्तावित अस्टेट्स के लिए भूमि अधिग्रहण/लैंड पूलिंग सम्बन्धी आवेदनों की स्क्रीनिंग कमेटी से 15 दिनों में पड़ताल करवाने के लिए कहा।  


            कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा और आवास निर्माण एवं शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव अजोए कुमार सिन्हा ने बड़ी नदी और छोटी नदी की कायाकल्प करने सम्बन्धी प्रोजैक्ट, पटियाला में एस.टी.पीज. और ई.टी.पी. के निर्माण और सिवरेज नेटवर्क बिछाने सम्बन्धी कार्यों का जायज़ा भी लिया।

            आवास निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री को अधिकारियों द्वारा पी.डी.ए. की अर्बन अस्टेट 1, 2, 3, 4 और पी.डी.ए. ओमैक्स सिटी को 24 घंटे नहरी पानी की आपूर्ति देने के प्रस्ताव संबंधी भी अवगत करवाया गया।  

     
            इसके अलावा पी.डी.ए. द्वारा शुरू किए जाने वाले प्रोजैक्टों के साथ-साथ चलाई जा रहीं नियमित गतिविधियों संबंधी भी चर्चा की गई। कैबिनेट मंत्री ने पी.डी.ए. के मुख्य प्रशासक श्री गौतम जैन को लम्बित पड़े अलग- अलग मामलों के निपटारे सम्बन्धी प्रक्रिया को और तेज करने के साथ-साथ मंज़ूरशुदा रिहायशी प्रोजैक्टों में बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने सम्बन्धी कार्य करने के निर्देश भी दिए।

डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण सिंह रोड़ी द्वारा ‘छिंझ छराहां दी’ को विरासती मेला घोषित करने के लिए पंजाब सरकार को पत्र

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

          पंजाब विधान सभा के डिप्टी स्पीकर स. जय कृष्ण सिंह रोड़ी ने ‘छिंझ छराहां दी’ को विरासती मेला घोषित करने के लिए पंजाब सरकार को पत्र लिखा है। 

          इस पत्र में स. रोड़ी ने लिखा है कि होशियारपुर जिले के गढ़शंकर के अधीन आने वाले नीम पहाड़ी क्षेत्र बीत के गाँव अचलपुर मजारी में हर साल माघ महीने के पहले रविवार से लेकर लगातार चार दिन यह छिंझ मेला लगता है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक मेले को सर्व-साझी विरासती निशानी के तौर पर संभालने की ज़रूरत है।

          स. रोड़ी ने आगे लिखा कि पंजाब सरकार पंजाब की समृद्ध विरासत को अगली पीढिय़ों तक ले जाने के लिए निरंतर प्रयासशील है। बीत क्षेत्र के लोगों द्वारा ऐतिहासिक मेले ‘छिंझ छराहां दी’ को विरासती मेला घोषित करने की लंबे समय से माँग की जा रही है। हिमाचल प्रदेश के जि़ला ऊना की हद के साथ लगते बीत इलाके का यह मेला सदियों पुराना है, जिसमें सभी वर्गों के लोग शामिल होते हैं। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रकाशित आठवीं कक्षा की पुस्तक में नामवर लेखक अमरीक सिंह दयाल का लिखा हुआ लेख ‘छिंझ छराहां दी’ पिछले दस सालों से स्कूलों में पढ़ाया जा रहा है। विभाजन से पहले लाहौर तक से दुकानें इस मेले का श्रृंगार बनती रही हैं। 

          उन्होंने कहा कि बीत का क्षेत्र पिछड़ा और पहाड़ी होने के कारण इस मेले का प्रचार-प्रसार नहीं हो सका और ना ही पिछली सरकारों ने इस मेले की ओर कोई ध्यान दिया।

स्कूल ऑफ ऐमिनेंस के लोगों के लिए 10 नवंबर तक भेज सकते हैं सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी अपने डिज़ाइन : हरजोत सिंह बैंस

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

              पंजाब सरकार द्वारा राज्य में पहले पड़ाव के अधीन स्थापित किए जा रहे ‘स्कूल ऑफ ऐमिनेंस’ के लोगों के लिए सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी 10 नवंबर, 2022 तक अपने डिज़ाइन भेज सकते हैं। यह जानकारी पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस द्वारा दी गई।


              उन्होंने बताया कि सभी स्कूलों के प्रमुखों को पत्र के द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि 11वीं और 12वीं कक्षा में फ़ाईन आटर््स, ड्रॉइंग और पेंटिंग का विषय पढऩे वाले बच्चे प्रभावशाली और अर्थपूर्ण लोगों का डिज़ाइन तैयार करके जि़ला दफ़्तर के द्वारा 10 नवंबर तक मुख्य कार्यालय में भेजें। इसलिए पाँच मुख्य बिंदु भी जारी किए गए हैं, जिसमें स्कूलों में बढिय़ा बुनियादी सुविधाएं, डिजिटल शिक्षा के लिए मल्टीमीडिया और अन्य ई-स्रोतों का प्रयोग, बढिय़ा सुसज्जित पुस्तकालय और प्रयोगशालाएं, खेल सुविधाएं और सह-अकादमिक क्रियाओं के लिए सुविधाओं का जि़क्र या प्रस्तुति हो।  


              स. बैंस ने कहा कि राज्य स्तर पर पहले तीन स्थान पर रहने वाले स्कूल ऑफ ऐमिनेंस के डिज़ाइनों को नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। पहला पुरस्कार 5100 रुपए, दूसरा पुरस्कार 3100 रुपए और तीसरा पुरस्कार 2100 रुपए निर्धारित किया गया है। इस संबंधी विभाग द्वारा गठित राज्य स्तरीय ज्यूरी अंतिम फ़ैसला लेगी।

परनीत कौर ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को लिखा पत्र

  • पंजाब से श्री हजूर साहिब के लिए सीधी उड़ानें बहाल करने का किया अनुरोध
  • श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के आने वाले प्रकाश पर्व के अनुरूप सिख संगत की यह एक महत्वपूर्ण मांग है : एमपी पटियाला

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/पटियाला :

            पूर्व विदेश राज्य मंत्री और पटियाला से सांसद परनीत कौर ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखकर पंजाब से पवित्र हजूर साहिब, नांदेड़ के लिए सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने का अनुरोध किया।

            केंद्रीय मंत्री को लिखे अपने पत्र में परनीत कौर ने लिखा, “तखत सचखंड श्री हजूर साहिब सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का एक अत्यंत सम्मानित ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है और हर साल पंजाब और दुनिया भर से लाखों तीर्थयात्री वहां नतमस्तक होने के लिए जाते हैं।”

            उन्होंने आगे उल्लेख किया कि, “कोविड -19 महामारी से पहले, जिसने दुनिया को ठप कर दिया था, पंजाब से श्री हजूर साहिब, महाराष्ट्र के नांदेड़ के लिए सीधी उड़ानें उपलब्ध थीं। लेकिन अब देश में अधिकांश उड़ानों को फिर से शुरू करने के बाद भी, सीधी उड़ान से पंजाब से श्री हजूर साहिब उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण तीर्थयात्रियों विशेष रूप से वृद्ध लोगों, रोगियों और शारीरिक रूप से विकलांग भक्तों को पवित्र गुरद्वारा साहिब में दर्शन करने और श्रद्धांजलि अर्पित करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।”

            पटियाला के सांसद ने केंद्रीय मंत्री से चंडीगढ़ हवाई अड्डे और अमृतसर हवाई अड्डे से दिन में कम से कम एक बार सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने का आग्रह किया ताकि तीर्थयात्री श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की श्रद्धेय भूमि पर श्री गुरु गोबिंद सिंह के आगामी प्रकाश पर्व को ध्यान में रखते हुए जा सकें।”

            उन्होंने इस महत्वपूर्ण मांग को तत्काल प्राथमिकता देने का अनुरोध करते हुए पत्र को समाप्त करते हुए कहा की गुरु गोबिंद सिंह जी के आगामी गुरुपर्व के लिए यात्रा की आवश्यकता को पूरा करने के लिए उड़ानों को समय पर फिर से शुरू करने का अनुरोध करती हूं, जो 29 दिसंबर को पड़ता है।”

डेंगू की रोकथाम के लिए चेंबर ऑफ़ कॉमर्स द्वारा प्रशासन को दिए गए सुझाव 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

            यमुना नगर-जगाधरी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रधान डॉ एम के सहगल ने जानकारी देते हुए बताया कि गत दिवस चैम्बर के सदस्यों द्वारा यमुनानगर जिले में डेंगू के बढ़ते प्रभाव बारे विचार विमर्श किया गया। जिसके लिए उन्होंने उप म्युनिसिपल कमिश्नर व सिविल सर्जन यमुना नगर को पत्र भेज कर प्रार्थना कि है कि डेंगू के रोकथाम के लिए जगह-जगह बोर्ड लगाए जाने चाइये, जिससे आमजन में जागरूकता बढ़े व पार्कों व खुली जगह पर अच्छे से फोगिंग भी कराई जानी चाइये तांकि जल्द ही डेंगू की रोकथाम हो।

            उन्होंने बताया क़ि प्रशासन द्वारा किये गए सार्थक प्रयासों की हम सराहना करते है परन्तु इसके ऊपर ओर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए।चैम्बर के सचिव शिवम् सलूजा ने बताया कि जगह-जगह पर जागरूकता रैली, औधोगिक व् आवासीय क्षेत्रो, बाज़ारो की और बेहतर ढंग से  सफाई कराई जानी चाहिए तांकि गंद व पानी ज्यादा समय तक एक जगह खड़ा ना रहे।

            चैम्बर के पूर्व सचिव वरिंदर मेहंदीरत्ता ने बताया क़ि ये हम सब क़ि सामूहिक जिम्मेवारी है क़ि हम सब डेंगू क़ि रोकथाम के लिए प्रयासरत रहे व अपने संस्थानों, उधोगो व क्षेत्रो में सफाई का और अधिक ध्यान रखे।पूर्व प्रधान सुभाष महाजन व चेम्बर सदस्य कपिल गुप्ता ने कहा कि अधिकारियो द्वारा जल्द ही और अधिक सार्थक प्रयास किये जाये ताकी गंभीरता से इस समस्या का सुलझाव किया जा सके।

आदर्श पब्लिक (स्मार्ट) स्कूल सेक्टर-20बी ने मनाया गुरु नानक देव जी का जन्मदिन

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 7 नवंबर  :

            आदर्श पब्लिक (स्मार्ट) स्कूल सेक्टर-20बी ने स्कूल परिसर में गुरु नानक देव जी का जन्मदिन बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया।

             छात्रों को ‘गुरु नानक देव जी’ की शिक्षाओं के बारे में बताया गया जिसका हम सभी को पालन करना चाहिए। शिक्षकों के साथ सभी छात्रों ने मूल मंत्र का पाठ किया और छात्रों, अभिभावकों और स्टाफ सदस्यों के लिए ‘लंगर’ का भी आयोजन किया गया।

Alumni meet the Homecoming cum Freshers 2022 by Department of Statistics

Koral ‘Purnoor’ Demokretic Front, Chandigarh –  November 7  : 

Department of Statistics organised the much awaited event Alumni meet the Homecoming cum Freshers 2022 with over a number of alumni members attending the event. To elaborate, the event witnessed a core part that was Panel discussion wherein the panelist namely Harbinder Singh, Tarundeep Singh Arora (Infosys) and Dr. Dimple Kondal (Public health foundation of India, Gurugram) from different three major backgrounds from that is government, private and academic fields addressed the audience in order to bridge the gap between the department and its proud graduate spanning all across the world .

The event witnessed the special guest Dr Amit Bhattacharya and renowned IAS and ISS officers. Followed by this, the core event the cultural program for welcoming freshers was being organised wherein students from M.Sc. Statistics 1 competed for various titles . Muskan Anand bagged the title of Miss fresher while Ashish Thakur, title of Mr fresher.

The award giving ceremony was followed by the Lunch and the finally concluded with DJ party wherein students and alumni members danced off their hearts Statistics, This marked the end to the Grand Homecoming cum Freshers.

केंद्र ने सभी चीनी मिलों को 60 एल.एम.टी. तक निर्यात कोटा की दी अनुमति 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 7 नवम्बर  :

            उपभोक्ता कार्य, खाद्य व सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने कहा कि देश में चीनी की मूल्‍य स्थिरता और चीनी मिलों की वित्तीय स्थिति को संतुलित करने के एक अन्य उपाय के रूप में, गन्ना उत्पादन के आरंभिक आकलनों के आधार पर, भारत सरकार ने चीनी सीजन 2022-23 के दौरान 60 एल.एम.टी. तक चीनी के निर्यात की अनुमति दी है। डी.जी.एफ.टी. पहले ही 31 अक्टूबर, 2023 तक ‘प्रतिबंधित’ श्रेणी के तहत चीनी निर्यात के समावेशन का विस्‍तार अधिसूचित कर चुका है।

            केन्‍द्र सरकार ने 30.09.2023 तक घरेलू उपभोग के लिए लगभग 275 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) चीनी, इथेनॉल उत्पादन के लिए लगभग 50 एलएमटी चीनी की उपलब्धता और लगभग 60 एलएमटी का अंत: शेष रखने को प्राथमिकता दी है। देश में चीनी मिलों द्वारा उत्पादित चीनी की शेष मात्रा की अनुमति निर्यात के लिए दी जाएगी। चूंकि चीनी सीजन 2022-23 के आरंभ से ही, गन्ना उत्पादन के शुरुआती अनुमान उपलब्ध हैं, इसलिए 60 एल एम.टी.चीनी के निर्यात की अनुमति देने का निर्णय लिया गया है।

            देश में गन्ने के उत्पादन की समय-समय पर समीक्षा की जाएगी और नवीनतम उपलब्ध आकलनों के आधार पर चीनी निर्यात की मात्रा पर पुनर्विचार किया जा सकता है।चीनी सीजन 2021-22 के दौरान, भारत ने 110 एलएमटी चीनी का निर्यात किया और विश्‍व में चीनी का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक बन गया और देश के लिए लगभग 40,000 करोड़ रुपये के बराबर की विदेशी मुद्रा अर्जित की।

            चीनी मिलों के लिए समय पर भुगतान और स्टॉक की कम वहन लागत के परिणामस्वरूप भी किसानों के गन्ना बकाया की शीघ्र निकासी हुई। 31.10.2022 तक, 1.18 लाख करोड़ रुपए से अधिक की गन्ने की रिकॉर्ड खरीद के बावजूद चीनी सीजन 2021-22 के लिए किसानों के 96 प्रतिशत से अधिक गन्ना बकाया पहले ही चुका दिया गया था।चीनी सीजन 2022-23 के लिए चीनी निर्यात नीति में, सरकार ने पिछले तीन वर्षों में चीनी मिलों के औसत उत्पादन और पिछले तीन वर्षों में देश में औसत चीनी उत्पादन के आधार पर एक वस्‍तुपरक प्रणाली के साथ देश की सभी चीनी मिलों के लिए चीनी मिलवार निर्यात कोटा की घोषणा की है।

            इसके अतिरिक्‍त, चीनी निर्यात में तेजी लाने और निर्यात कोटा के निष्पादन में चीनी मिलों को लचीलापन सुनिश्चित करने के लिए, मिलें आदेश जारी होने की तिथि के 60 दिनों के भीतर कोटा को आंशिक रूप से या पूरी तरह से सरेंडर करने का निर्णय ले सकती हैं या 60 दिनों के भीतर वे घरेलू कोटा के साथ निर्यात कोटा विनिमय कर सकती हैं। यह प्रणाली देश की लॉजिस्टिक प्रणाली पर कम बोझ सुनिश्चित करेगी क्योंकि विनिमय प्रणाली घरेलू उपभोग के लिए देश के प्रत्‍येक क्षेत्र में चीनी के निर्यात और आवाजाही के लिए दूर-दराज के स्थानों से बंदरगाहों तक चीनी के परिवहन की आवश्यकता में कमी लाएगी।

            इसके अतिरिक्‍त, विनिमय से सभी मिलों के चीनी स्टॉक का परिसमापन भी सुनिश्चित होगा क्योंकि जो मिलें निर्यात करने में सक्षम नहीं हैं, वे अपने निर्यात कोटा को मुख्य रूप से बंदरगाहों के आसपास के कारण अधिक निर्यात करने में सक्षम होने की वजह से चीनी मिलों के घरेलू कोटे के साथ विनिमय कर सकती हैं। चीनी सीजन 2022-23 के अंत में, यह उम्मीद की जाती है कि अधिकांश चीनी मिलें अपने उत्पादन को या तो घरेलू बाजार में या अंतर्राष्ट्रीय बाजार में निर्यात के माध्यम से बेच सकने और किसानों के गन्ना बकाया का समय पर भुगतान करने में सक्षम होंगी। इस प्रकार, इस नीति ने देश में चीनी मिलों के लिए समग्र रूप से एक लाभकारी स्थिति सृजित की है।चीनी निर्यात नीति घरेलू उपभोक्ताओं के हित में चीनी क्षेत्र में मूल्य स्थिरता सुनिश्चित करने पर सरकार के फोकस का एक संकेत है। चीनी के निर्यात को सीमित करने से घरेलू कीमतें नियंत्रण में रहेंगी और घरेलू बाजार में मुद्रास्फीति की कोई बड़ी प्रवृत्ति उत्‍पन्‍न नहीं होगी।

            भारतीय चीनी बाजार में पहले ही बहुत मामूली मूल्य वृद्धि देखी जा चुकी है जो किसानों के लिए गन्ने के एफआरपी में वृद्धि के अनुरूप है।देश में इथेनॉल का उत्पादन एक अन्य फोकस क्षेत्र है, जो ईंधन आयात पर निर्भरता को कम करने और हरित ऊर्जा की दिशा में बढ़ने के लिए देश के लिए एक प्राथमिकता वाला क्षेत्र है।उत्पादकों के लिए इथेनॉल की अधिक कीमतों ने पहले ही डिस्‍टि‍लरियों को इथेनॉल की ओर अधिक चीनी को डायवर्ट के लिए प्रोत्साहित किया है। इथेनॉल उत्पादन के लिए पर्याप्त गन्ना/चीनी/शीरा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चीनी निर्यात नीति एक अन्य तंत्र है। ईएसवाई 2022-23 के दौरान इथेनॉल उत्पादन की दिशा में 45-50 एलएमटी चीनी का डायवर्जन होने की उम्मीद है।

            चीनी निर्यात की अनुमति देकर, सरकार ने गन्ना किसानों और चीनी मिलों के हितों की भी रक्षा की है क्योंकि मिलें अनुकूल अंतर्राष्ट्रीय चीनी मूल्य परिदृश्य का लाभ लेने और चीनी की बेहतर कीमतों को प्राप्त करने में सक्षम होंगी जिससे कि वर्तमान चीनी सीजन 2022-23 में किसानों के गन्ना बकाया का समय पर भुगतान भी किया जा सकता है और मिलों के पास चीनी स्टॉक के इष्टतम स्तर के कारण उनकी कार्यशील पूंजी लागत में भी कमी आ सकती है।पिछले 6 वर्षों में, सरकार ने चीनी क्षेत्र में विभिन्‍न और सही समय पर कई कदम उठाए हैं जिससे कि चीनी मिलें सक्षम हो सकें और एक आत्मनिर्भर क्षेत्र बन सकें।

            चीनी सीजन 2022-23 के दौरान, चीनी मिलों को चीनी उत्पादन/विपणन के लिए कोई सब्सिडी नहीं दी गई थी और वर्तमान सीजन में भी, भारत सरकार से वित्तीय सहायता के बिना देश के चीनी क्षेत्र द्वारा अच्छा प्रदर्शन किए जाने की उम्मीद है। चीनी को इथेनॉल उत्पादन के लिए डायवर्ट करने तथा उपलब्धता के अनुरूप अधिशेष चीनी के निर्यात को सुगम बनाने के लिए, भारत सरकार ने लगभग 5 करोड़ गन्ना किसान परिवारों के साथ-साथ 5 लाख चीनी मिल श्रमिकों के हितों और इसके अतिरिक्‍त इथेनॉल डिस्टिलरी सहित चीनी क्षेत्र के पूरे इकोसिस्‍टम का भी ध्यान रखा है जिससे कि उन्हें विकास पथ पर आगे ले जाया जा सके।