महालक्ष्मी वरदान पर्व पर 18 कुंडीय महायज्ञ की तैयारियां जोरों पर : विपिन गोयल

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पवन सैनी, हिसार – 26 नवंबर :

                        अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन द्वारा पितृ भूमि अग्रोहा शक्तिपीठ में आयोजित कुलदेवी आद्य महालक्ष्मी वरदान दिवस के शुभ अवसर पर 18 कुंडिया महायज्ञ 4 से 8 दिसंबर को किया जा रहा है। दक्षिण भारत के प्रकांड विद्वान ब्राह्मण एवं आचार्य द्वारा सवा करोड़ मंत्रों की आहुति से महालक्ष्मी जी का पूजन किया जायेगा।

            कार्यक्रम संयोजक एवं प्रदेश प्रवक्ता विपिन गोयल छानीवाला ने बताया कि अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग के नेतृत्व में यह यज्ञ मानवता के कल्याण के लिए, विश्व शांति के लिए व अग्रोहा को तीर्थ स्थल बनाने के लिए किया जा रहा है। देश भर से अग्र बंधु यज्ञ में अपनी आहुति देने के लिए अग्रोहा शक्तिपीठ पहुंचेंगे। विपिन गोयल ने बताया की कार्यक्रम की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं।

            यज्ञ मंडप बनकर तैयार हो चुका है आने वाले यात्रियों के लिए खाने-पीने और रहने की व्यवस्था का उचित इंतजाम किया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे देश से 1818 महिलाओं द्वारा विशाल कलश यात्रा रामजी दास बाजोरिया के प्राचीन मंदिर से अग्रोहा शक्तिपीठ तक निकाली जाएगी।

            देशभर के संत समाज, राजनेताओं के साथ-साथ समाज के सभी आम व बड़े उद्योगपतियों को भी निमंत्रण दिया गया है और समाज से आह्वान भी किया इस महायज्ञ में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर पुण्य के भागी बनें।

श्री तिरुपति ध्वजा यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं का सम्मान करेगी लोटस फाउंडेशन

  • आयोजन की सफलता को लेकर हुई लोटस फाउंडेशन की बैठक

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पवन सैनी, हिसार – 26 नवंबर:

            श्री प्रभु भक्त संकीर्तन मंडल की ओर से रविवार को ऐतिहासिक व भव्य श्री तिरुपति ध्वजा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। ध्वजायात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में सतीश बंसल व तरुण जैन यात्रा शुभारम्भ के लिए उपस्थित रहेंगे। ध्वजा यात्रा में हिसार शहर के साथ-साथ आसपास के अनेक गांवों के श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। श्री तिरुपति धाम (चिकनवास) जाने वाली यह प्रथम ध्वजायात्रा है।

            लोटस फाउंडेशन इस कार्यक्रम में विशेष सहयोग कर रही है। ध्वजा यात्रा को लेकर लोटस फाउंडेशन की एक बैठक संगठन के अध्यक्ष रवि अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई जिसमें जानकारी दी गयी कि लोटस फाउंडेशन द्वारा ध्वजा यात्रा में शामिल सभी श्रद्धालुओं का सिरसा रोड स्थित बी.डी. कॉटन मिल पर स्वागत व जलपान कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

            इसके अलावा आयोजन को सफल बनाने के लिए फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक तरुण जैन के मार्गदर्शन में लोटस फाउंडेशन के सभी सदस्यों की जिम्मेवारियां लगाई गई।

            बैठक में विशेष रूप से फाउंडेशन के संयोजक ज्योति प्रकाश कौशिक, राहुल शर्मा राधेकृष्णा बड़ा मंदिर, सुशील सैनी, मनोज शर्मा, दीपक कुमार, रवि जमालपुरिया, भजन सिंह रावत, राजेन्द्र सैनी, अखिल गर्ग, कर्मवीर चोपड़ा, विशाल सोनी, सुंदर सिंधु, नरेश सैनी, राजकुमार प्रजापति, सुमित गर्ग, नीरज शर्मा, रवि अग्रवाल, सुनील सैनी, समीर बंसल, पंकज कुमार, दीपक बंसल, अंकित कौशिक, ललित दहिया, भगत पूनिया आदि उपस्थित थे।

रवि जाखड़ एनएसएस युवा योद्धा अवार्ड से सम्मानित

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पवन सैनी, हिसार – 26 नवंबर:

                        छाजू राम मैमोरियल जाट कॉलेज के एनएसएस स्वयंसेवक रवि जाखड़ को एनएसएस युवा योद्धा अवार्ड से सम्मानित किया गया है। एनएसएस फाउंडेशन डे के अवसर पर मुंबई स्थित कृषा फाउंडेशन द्वारा स्वर्गीय प्रोफेसर मुकेश हरिराम की स्मृति में स्वयंसेवकों से युवा योद्धा अवार्ड के लिए आवेदन मांगे गए थे। यह अवार्ड समाज में निस्वार्थ भाव से सेवा में लगे एनएसएस स्वयंसेवकों के लिए श्रेणीबद्ध किया गया था।

            जाट कॉलेज के स्वयंसेवक रवि जाखड़ को पौधारोपण, रक्तदान तथा स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए इस अवार्ड से अलंकृत किया गया। गौरतलब है रवि जाखड़ को कोरोना काल में स्वैच्छिक सेवा के कार्यों के लिए तत्कालीन उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी द्वारा भी सम्मानित किया गया था।

            महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ नीलम सिंह तथा एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ सुनील कुमार, डॉ सुमन सैनी तथा डॉ परविन्दर दलाल ने स्वयंसेवक रवि जाखड़ की उपलब्धि पर खुशी जताई।

सरसौद गांव से सुनीता बनीं सरपंच


डेमोक्रेटिक फ्रंट, पवन सैनी, हिसार – 26 नवंबर:


                        बरवाला खंड के गांव सरसौद में कल हुए सरपंच पद के लिए मतदान में सुनीता सरपंच चुनी गई। रिटर्निंग अधिकारी (पंचायत) ने सुनीता को प्रमाण पत्र सौंपा। जीत पर गांववासियों को बधाई देते हुए नवनिर्वाचित सरपंच सुनीता ने कहा कि गांव ने उन पर जो विश्वास जताया है, वे उस पर खरा उतरने का हरसंभव प्रयास करेगी।

            उन्होंने कहा कि वे गांव के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। सुनीता ने कहा कि 36 बिरादरी के आपसी भाईचारे से उनकी जीत हुई है।

राष्ट्रीय सैनी पंचायत की जिला कार्यकारिणी गठित


डेमोक्रेटिक फ्रंट, पवन सैनी, हिसार – 26 नवंबर:


            राष्ट्रीय  सैनी पंचायत (रजि.) की आवश्यक बैठक जिला अध्यक्ष राजकुमार सैनी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें राष्ट्रीय सैनी पंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रीतम सैनी एडवोकेट व संरक्षक जगदीश राय सैनी के निर्देशानुसार व राष्ट्रीय  वाईस चेयरमैन व जिला प्रभारी सुरेन्द्र सिंह सैनी की उपस्थित में राष्ट्रीय सैनी पंचायत की जिला कार्यकारिणी गठित की गई।  

            जिला प्रधान राजकुमार सैनी रिटायर्ड एएफएसओ ने बताया कि गठित की गई जिला कार्यकारिणी में ओमप्रकाश सीसवालिया व अभयराम सैनी रिटायर्ड एक्सईएन को संरक्षक, रघबीर सैनी व चेतराम सैनी को महामंत्री, बलबीर सिंह सैनी, नरेश सैनी, रोहतास बागड़ी, पूर्णचंद सैनी, प्रवीन कुमार सैन्ी बरवाला व सीताराम सैनी ऑटो मार्किट को उपाध्यक्ष, सुशील सैनी पुत्र दयानंद सैनी, मनोज कुमार सैनी पुत्र राधेश्याम बागड़ी, अमरनाथ व डॉ. सीताराम सैनी को सचिव, सुरेश बल्याण, सुशील कुमार, जवाहर लाल सैनी को सहसचिव, सुशील कुमार खोवाल व सुनील सैनी को मीडिया प्रभारी व सीताराम सैनी एलआईसी को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।

रविवार को भंडारे से शुरु होगा गीता जयंती महोत्सव

  • गीता भवन में 27 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक होंगे भजन व सत्संग
  • निकाय मंत्री, मेयर सहित अनेक गणमान्य महोत्सव में लेंगे भाग

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पवन सैनी, हिसार – 26 नवंबर:


            आध्यात्मिक गीता-ज्ञान प्रचारिणी सभा के तत्वाधान में रामपुरा मौहल्ला स्थित गीता भवन में 27 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक 73वां गीता जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। सभा की प्रधान ऊषा बक्शी ने बताया कि समारोह के पहले दिन प्रात: 11.30 बजे विशाल भंडारा चलाया जाएगा। 28 व 29 नवम्बर को सायं 4 से 7 बजे तक भजन संध्या की जाएगी।

            30 नवम्बर को प्रात: 7.30 बजे श्रीगीता महायज्ञ किया जाएगा तथा सायंकाल 4 बजे से 7 बजे तक भजन संध्या की जाएगी। सभा के महामंत्री दयानंद बंसल व कोषाध्यक्ष विनोद गोयल ने बताया कि 1 दिसम्बर को दोपहर बाद 3 बजे नगर में शोभा यात्रा निकाली जाएगी। 2 दिसम्बर को सायं 4 बजे से 7 बजे तक प्रवचन व भजन-कीर्तन होगा। 3 व 4 दिसम्बर को प्रात: 10 बजे से दोपहर 1बजे तक व सायंकाल 4 बजे से 7 बजे तक प्रवचन व भजन-कीर्तन का कार्यक्रम चलेगा।

            महोत्सव में महामंडलेश्वर स्वामी अमिता भारती, श्रीधाम वृंदावन से डॉ. स्वामी उमानंद मानसमणि प्रवचन देंगे। भजन गायक व उपदेशक त्रिभुवन बक्शी, भजन गायक सुमित मित्तल, जितेश राखा (लक्की) व राधिका शर्मा भजनों की वर्षा करेंगे।

            महोत्सव के दौरान मुख्यातिथि के रुप में निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, मेयर गौतम सरदाना के अलावा समाजसेवी संदीप बेरी दिल्ली, अशोक जिंदल, शिव कुमार मित्तल, पार्षद शालू दीवान, पूर्व पार्षद पंकज दीवान, वरिष्ठ अधिवक्ता सत्यनारायण शर्मा, समाजसेवी विजय ढल, मधुसूदन बंसल, स्नेह बंसल, गुलशन महाजन, राजेश सिंघल विशिष्ट अतिथि के रुप में भाग लेंगे।

जल्द लागू होगा चंडीगढ़ टेनेंसी एक्ट, कैबिनेट के बाद अब संसद की मंजूरी बाकी

            चंडीगढ़ की कई रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन भी लंबे समय से इस एक्ट को चंडीगढ़ में लागू किए जाने की मांग कर रही हैं। इसी वर्ष फरवरी में चंडीगढ़ प्रशासन ने चंडीगढ़ टेनेंसी एक्ट को मंजूर किया था। इस एक्ट को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है। अब इसे संसद में अंतिम मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, अजय सिंगला, चंडीगढ़ – 26 नवंबर :

            चंडीगढ़ में जल्द ही टेनेंसी एक्ट लागू हो जाएगा। इससे मकान मालिक और किराएदारों के बीच झगड़े लगभग खत्म हो जाएगें। इससे अदालतों में चल रहे मकान मालिक-किराएदार के कानूनी विवाद भी काफी हद तक खत्म हो जाएगें। संसद के शीतकालीन सत्र में ‘चंडीगढ़ टेनेंसी एक्ट’ को अंतिम मंजूरी मिल जाने की संभावना है। यह सत्र 7 से 29 दिसंबर तक चलेगा। एक्ट लागू होने पर मकान मालिक नियमित किराया वसूल पाएंगे। यह दोनों पक्षों में संतुलन बनाएगा।

            जानकारी के मुताबिक चंडीगढ़ की कुल आबादी का बड़ा हिस्सा किराएदार है। ऐसे में किराएदारों से जुड़ा यह एक्ट काफी महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है। चंडीगढ़ की कई रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन भी लंबे समय से इस एक्ट को चंडीगढ़ में लागू किए जाने की मांग कर रही हैं। इसी वर्ष फरवरी में चंडीगढ़ प्रशासन ने चंडीगढ़ टेनेंसी एक्ट को मंजूर किया था। इस एक्ट को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है। अब इसे संसद में अंतिम मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा।

            चंडीगढ़ प्रशासन का कहना है कि यह एक्ट बनाया जाना लोगों की लंबित मांगों में से एक है। इसके लागू होने से शहर में किराएदार रखने की प्रक्रिया को नियमित किया जा सकेगा। इससे किराएदार-मकान मालिक के विवादों में कमी आएगी। चंडीगढ़ में एक्ट के न होने से कई मकान मालिक घबरा कर किराएदारों को नहीं रख पाते क्योंकि उन्हें मकान पर कब्जा होने का डर बना रहता है। मकान मालिक और किराएदारों के कई केस SDM कोर्ट से लेकर जिला अदालत और हाईकोर्ट तक में पेंडिंग हैं।

            पिछले वर्ष जून में केंद्र ने नया मॉडल एक्ट बनाए जाने का प्रस्ताव पेश किया था। इसे जून, 2021 में कैबिनेट से मंजूरी मिली थी। इसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने इस मॉडल टेनेंसी एक्ट को अपनाने पर विचार किया। जिसके बाद फरवरी में चंडीगढ़ टेनेंसी एक्ट को मंजूरी के लिए केंद्र के पास भेजा था।

  • कोई किराएदार मकान मालिक की प्रॉपर्टी पर कब्जा नहीं कर सकता।
  • मकान मालिक किरायेदार को घर खाली करने के लिए परेशान कर नहीं कह सकता। इसके लिए जरूरी प्रावधान बनाए गए हैं।
  • घर खाली करवाने के लिए मालिक को पहले नोटिस देना होगा। किरायेदार जिस रेंट की प्रॉपर्टी पर वह रहता है, उसकी देखभाल की जिम्मेदारी उसकी होगी।
  • मकान मालिक और किरायेदार के विवाद का निबटारा रेंट अथॉरिटी में होगा। मकान मालिक और किरायेदार अथॉरिटी के सामने पेश होकर रेंट एग्रीमेंट करेंगे। दोनों पक्षों को एग्रीमेंट होने की तारीख से दो महीने के अंदर रेंट अथॉरिटी को सूचना देनी होगी।
  • अगर किरायेदार दो महीने तक मकान मालिक को किराया नहीं देता तो उससे घर/जगह खाली कराई जा सकती है।
  • रेंट एग्रीमेंट में लिखी समय सीमा से पहले किरायेदार को तब तक नहीं निकाला जा सकता, जब तक उसने लगातार दो महीनों तक किराया न दिया हो या वह प्रॉपर्टी का गलत इस्तेमाल कर रहा हो।
  • रेजिडेंशियल बिल्डिंग के लिए सिक्योरिटी अधिकतम 2 महीने का किराया हो सकता है, जबकि नॉन-रेजिडेंशियल जगहों के लिए अधिकतम 6 महीने का किराया।
  • यदि मकान मालिक ने रेंट एग्रीमेंट की सभी शर्तों को पूरा किया है, फिर भी किराएदार जगह खाली नहीं करता है तो मकान मालिक दो महीने के लिए किराया डबल कर सकता है।
  • इसके बाद खाली नहीं करने पर किराया दो महीने बाद चार गुना कर सकता है।
  • मकान मालिक की शर्त में जगह खाली करने से पहले नोटिस देना शामिल है।
  • मकान मालिक किराए वाले मकान या दुकान को खाली कराने के लिए नोटिस दे सकते हैं। इसके बाद एक दिन पहले लिखित में या मैसेज/मेल आदि के माध्यम से बताना होगा।

जींद में रोडवेज बस-ट्रक की टक्कर : ड्राइवर की मौत; 30 यात्री गंभीर घायल

घटना की सूचना मिलने पर जुलाना थाना पुलिस व प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और सभी घायलों को जलाना स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां चिकित्सकों ने लगभग 20 लोगों की हालत देख रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया है। इनमें बच्चे भी शामिल है। फिलहाल ट्रक चालक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। जुलाना थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।

मौके पर खड़ी रोडवेज बस और ट्रक।
मौके पर खड़ी रोडवेज बस और ट्रक

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, जींद – 26 नवंबर :

हरियाणा के जींद जिले में रोहतक रोड पर जुलाना के निकट शनिवार सुबह रोडवेज बस और ट्रक की टक्कर में ट्रक चालक की मौत हो गई। हादसे में बस में सवार 3 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों में विभिन्न स्कूल-कॉलेजों के बच्चे भी हैं। घटना की सूचना मिलने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और सभी घायलों को जुलाना के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया। डॉक्टरों ने 30 की हालत गंभीर देख रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया है। हादसे की सूचना पर पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।

शनिवार सुबह रोडवेज बस जींद से गु़डगाव की तरफ जा रही थी। जैसे ही जुलाना के निकट हवेली होटल के पास बस पहुंची तो यहां ट्रक से बस की भिड़ंत हो गई। जिससे बस में सवार 3 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। जबकि ट्रक चालक की मौत हो गई। बस में बच्चे भी शामिल थे, जो चौधरी रणबीर यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के बाद वापस जा रहे थे।

दुर्घटना के बाद मौके के हालात।

घटना की सूचना मिलने पर जुलाना थाना पुलिस व प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और सभी घायलों को जलाना स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां चिकित्सकों ने लगभग 20 लोगों की हालत देख रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया है। इनमें बच्चे भी शामिल है। फिलहाल ट्रक चालक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। जुलाना थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।

विधायक, पूर्व विधायक और बड़े अखबार चर्चित पीपेरन कॉलोनी का सच जनता को जनता को बताएं

डेमोक्रेटिक फ्रंट, करणीदान सिंह राजपूत, सूरतगढ़ :

            सूरतगढ़ शहर और पास में बन रही कॉलोनियों का सच बड़े अखबार और यहां के जनप्रतिनिधि जनता के सामने बताएं। अब फिर एक कॉलोनी पीपेरन के पास बनते हुए चर्चा में है कि यह क्षेत्र घग्घर डिप्रेशन कृत्रिम झीलों के लिए आवप्त भूमि थी। जिनकी भूमि आवाप्त की गई उनको अन्यत्र स्थानांतरण भी मिल गया था। वे लोग फिर से इस भूमि पर काबिज कैसे रहे? इस बन रही कॉलोनी की जमीन अलग-अलग खसरों में दूर थी तो एक जगह पर कैसे आई?इनका आवंटन टीसी से पुख्ता कैसे हुआ और तुरंत ही इनका बेचान व रजिस्ट्री कैसे हो गई? अनेक सवाल घूम रहे हैं?

             कुछ मीडिया कर्मियों ने हिम्मत दिखाकर कॉलोनी को आरोपों के घेरे में खड़ा कर दिया है लेकिन जो सच्च है वह सही रूप में सामने आना चाहिए।

             कॉलोनी के मालिक बनाने वाले निर्माता कॉलोनाइजरों को इसका जवाब देना चाहिए। वे जवाब दें या न दें लेकिन जो इस इलाके का प्रतिनिधित्व करते हैं,जनता के वोट लेते हैं और आने वाले चुनाव के लिए फिर से तैयारियां कर रहे हैं,उनको कॉलोनियों का सच आम जनता के सामने रखना चाहिए। यह इनकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है।

            यदि पीपेरन के पास बन रही कॉलोनी में किसी प्रकार का कोई घपला नहीं है किसी प्रकार की कोई गड़बड़ नहीं है तो स्पष्ट रूप से जनप्रतिनिधियों और बड़े अखबारों को कहना चाहिए कि सच में कोई घपला नहीं है।

            यदि जनप्रतिनिधि और बड़े अखबार कुछ भी नहीं बताते हैं चुप रहते हैं तो आम जनता को और जो प्लॉट खरीदने के इच्छुक लोग हैं उनको अपने दिमाग से भी काम लेना चाहिए कि वहां पर खरीदारी करें या न करें।

                        सूरतगढ़ के वर्तमान विधायक रामप्रताप कासनिया, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू, पूर्व विधायक अशोक नागपाल,पूर्व विधायक गंगाजल मील,पिछले चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे हनुमान मील, सूरतगढ़ के डूंगरराम गेदर जो राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त है और राजस्थान शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष हैं यह खोजबीन करके और कम से कम नवंबर महीने के अंत तक सच बताएं कि पीपेरन के पास वाली कॉलोनी का और अन्य कॉलोनियों का सच क्या है? इनमें घपला है या नहीं है? यह सच्च 30 नवंबर तक जरूर बताना चाहिए। केवल 5 दिन ही शेष हैं।

                         बड़े अखबारों में राजस्थान पत्रिका दैनिक भास्कर और इलाके का बड़ा अखबार सीमा संदेश इनको भी खोजबीन करके और सच्चाई जनता के सामने रखनी चाहिए। 

  •             सबसे बड़ी बात है कि कॉलोनी निर्माताओं की ओर से हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी। उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सूरतगढ़ के पत्रकारों को आमंत्रित किया गया था।
  • कॉलोनी की चर्चा काफी समय से क्षेत्र में गूंज रही थी लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित बड़े अखबारों और किसी भी अन्य अखबार ने कोई भी प्रश्न नहीं किया? कोई भी जानकारी प्राप्त करने की कोशिश नहीं की ऐसा क्यों हुआ? यह पत्रकार ही जानते हैं। 
  • अब जो भी हुआ है इसकी एकदम सही रिपोर्ट जनप्रतिनिधियों को और बड़े अखबारों को जनता के सामने रखनी चाहिए। 
  • कॉलोनियों का सच क्या है?  ऐसा तो नहीं है कि लोग पहले पैसा लगाएं और बाद में पछताते रहें। दिन रात टेंशन में रहें। इसलिए सच्च सामने लाना बहुत जरूरी है। सच्च आने के बाद प्लाट खरीदने न खरीदने का निर्णय करें,जो सही होगा। 
  • यह सच भी बताना जरूरी है कि पीपेरन के पास बन रही कॉलोनी में कोलोनाईजर पार्टनर कौन-कौन है और किन-किन का कितना कितना हिस्सा है

सूरतगढ़ की कॉलोनियों के घोटाले : एक बार पैसा वापस लेना ही समझदारी होगी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, करणीदान सिंह राजपूत, सूरतगढ़ :

            सूरतगढ़ की कॉलोनियों के घोटाले उजागर हो रहे हैं और जब भी जांचें हुई तो निश्चित रूप से लोगों की बड़ी बड़ी रकमें डूबेंगी जिनका वापस मिलना बेहद मुश्किल होगा। कॉलोनियों में बिना सोचे समझे वे लोग लाखों रूपये लगा रहे हैं जिनके पास बिना मेहनत के लाखों रूपये पैदा हो रहे हैं या अचानक से लाखों रूपये हाथ लगे हों। वे संपत्ति बनाने के बड़े दिखावे के लिए रकम बिना पूरी जानकारी के लगा देते हैं।

            अभी केवल लाखों रूपये की पहली किस्त दी है या भूखंड की पूरी कीमत दे चुके हैं तथा भूखंड लिया नहीं या कॉलोनी का निर्माण शुरू नहीं हो पाया, या निर्माणाधीन है तो अनुबंध खत्म कर अपनी रकम वापस ले लेनी चाहिए। अपनी रकम को वापस अपने हाथों में या अपने खाते में लेने में देरी करना मूर्खता होगी। 

            ये कॉलोनाइजर बड़े पैसे वाले,राजनीतिक, व्यवसायी, चिकित्सक, कारखाने वाले,स्टोर मालिक, मॉल वाले भी हो सकते हैं जिनके प्रभाव में लोग जल्दी आते हैं। लोग सोचते हैं कि यह मेरी पार्टी का है, मेरा मिलने वाला है, मेरे मोहल्ले मेरे शहर का है। यह मेरे से ठगी नहीं करेगा। आप की ऐसी सोच एक पल में फुर्र हो जाए तब क्या करेंगे?

            कॉलोनाइजर से जब दी गई रकम वापस मांगेंगे तब बहुत बहाने लगाएंगे, बहुत उदाहरण देंगे, मीठा बोलेंगे लेकिन रकम देने की हां नहीं करेंगे। वे सस्ता कह कर उलझाए रखेंगे ताकि लाखों रूपये वापस नहीं लौटाने पड़ें। यहां कड़ाई का रूख अपनाए रखते हुए रकम वापस ही लेनी है ताकि आपकी रकम जैसे भी हो बच जाए। 

            कॉलोनाइजर,ठग,भ्रष्टाचारी आदि मीठे बोल कर ही फंसाते हैं फुसलाते हैं बहकाते हैं। इसलिए यह याद रखें कि रकम अपने पास ही जमा रखने के लिए कॉलोनाइजर के पास हजारों मीठे शब्द होंगे। वह बार बार कहेगा’एक बार और सोच लो,’रकम पड़ी है’। आप बिना रकम लौट आए तो उसके आदमी दूत आने लगेंगे और फुसलाते रहेंगे। आप समझेंगे कि यह तो मेरा ही खास है, उसकी सलाह  भी सही लगेगी लेकिन असल में वह कॉलोनाइजर का खास होगा। ऐसे  बिचौलिए लोग बाद में कहते हैं कि किसी के दिल में तो बैठ कर देखा नहीं जा सकता,कॉलोनाइजर लगता तो भला था। आपकी रकम थी। हमारे से ज्यादा तो आपको सोचना चाहिए था।

            “खबर पॉलिटिक्स” की धमाकेदार हलचल और उथलपुथल करने वाली खबरों में पत्रकार राजेंद्र जैन (पटावरी) ने 22 जून 2022 को एक कॉलोनी का जमीनी सच्च तथ्यों प्रमाणों सहित उजागर किया और अपना आशियाना का सपना लेने वालों को सचेत किया। राजेंद्र जैन ने 

सूरतगढ़ की बसंत बिहार आनंद बिहार कॉलोनियों का मामला एक बार फिर दो पंक्तियों में रख दिया कि यह जिन्न भी बोतल से बाहर आने को है। ये कॉलोनियां अपने शुरू होने से लेकर अब तक विवाद से घिरी हैं। आरोप है की जोहड़ पायतन पर कोई भी निर्माण नहीं हो सकता। जोहड़ तालाब के मूल स्वरूप को बदला नहीं जा सकता। 

            इन दोनों कॉलोनियों पर ब्लास्ट की आवाज साप्ताहिक में बड़े बड़े खुलासे हो चुके हैं। ब्लास्ट की आवाज में तीन और कॉलोनियों की गड़बड़ियां भी जनता के सामने रखी। राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर और पास में बन रही है ये कॉलोनियां। 

            इससे पहले सूर्योदय नगरी लाईन पार क्षेत्र की कॉलोनी की गड़बड़ी को भी उजागर किया। ब्लास्ट की आवाज का संपादन प्रकाशन महेंद्र सिंह जाटव करते हैं जिसके हर अंक में राजनीति पर या घोटालों पर धमाके होते हैं।

            सवाल घूम फिर कर वहीं आता है कि जिन लोगों के पास अचानक से पैसा बढ रहा है वे लोग बिना सोचे समझें भूखंडों पर कॉलोनियों में लाखों लगा रहे हैं। डूबे तो उनके कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन जिनके जीवन भर की कमाई है और जो दिनरात व्यवसाय कर पैसे जोड़े हैं, उनके फर्क पड़ेगा। क्या करना है यह तो पैसा लगाने वाले जानें। लेकिन एक बार पैसा वापस लेना ही समझदारी है।