गुरुनानक गर्ल्स कॉलेज में गीता अभिप्रेरणा सप्ताह मनाया गया 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 25

            गुरूनानक गर्ल्स कॉलेज, संतपुरा यमुनानगर में जी .आई. ई. ओ. गीता ( ग्लोबल इंस्प्रेशन एण्ड इन्लाइंटमेन्ट आर्गनाइजेशन) व गुरूनानक गर्ल्स कॉलेज यमुनानगर के संयुक्त तत्वावधान में अत्यंत धूमधाम से दो दिवसीय  ‘गीता अभिप्रेरणा सप्ताह ‘ मनाया गया ।जिसके अंतर्गत महाविद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें  प्रतिभागियों ने अपनी कला के माध्यम से महाभारत के क्षणों को उकेरने का सफल प्रयास किया।

            पहले  दिन रंगोली ,पोस्टर मेकिंग व कोलाज मेकिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।जिसमें रंगोली कलाकृति प्रतियोगिता में भविका ,सोनाली व सलोनी ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया ।निर्णायक मंडल की भूमिका सी टी विभाग की प्रो.दीवी पाठक व फाइन आर्ट विभाग की प्रो. तरनजीत कौर ने निभाई ।इसी प्रकार पेंटिंग कलाकृति प्रतियोगिता में रितिका ,मुस्कान व नंदिनी ने क्रमश: प्रथम ,द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। जिसका निर्णय इतिहास विभाग की प्रो. मनीषा राणा व फाइन आर्ट विभाग की प्रो. तरनजीत कौर ने किया।

            कोलाज मेकिंग प्रतियोगिता में अंजलि ,बी ए जनरल ने प्रथम व हिस्ट्री आनर्स की अंजलि ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया ।जिसमें निर्णायक मंडल की भूमिका होम साइंस विभाग की ङाॅ वंदना सिंह व ङाॅ . निरूपमा सैनी ने निभाई।गीता अभिप्रेरणा सप्ताह के दूसरे दिन महाविद्यालय में श्रीमद्भागवत गीता पर आधारित श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता  तथा भारतीय संस्कृति , गीता – महाभारत के महत्त्व ,प्रासंगिकता व पात्रों पर आधारित निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।

            श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता में डाॅ. अमिता रेङ्ङू व ङाॅ. अनुभा जैन ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। ङाॅ अमिता ने गीता जयंती के महत्व से अवगत करते हुए बताया कि यह जयंती नवंबर- दिसंबर  महीने में लगभग दस दिन तक मनाईं जाती है तो वहीं डॉ अनुभा जैन ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि – ” गीता मानव जीवन की सभी समस्याओं के हल और मानव प्रबन्धन का सबसे उत्तम मार्गदर्शक है।”

            इस प्रतियोगिता में खुशी ,दिव्या ,प्रियंका व रचना ने क्रमश: प्रथम ,द्वितीय , तृतीय व सांत्वना स्थान प्राप्त किया ।जबकि निबंध लेखन प्रतियोगिता हिन्दी विभागाध्यक्ष ङाॅ. गीतू खन्ना के मार्गदर्शन में संपन्न हुई ।जिसमें प्रतिभागियों का मनोबल बढाते हुए ङा गीतू ने कहा कि- ” गीता हमें धर्म के साथ -साथ कर्म का संदेश भी देती है ।हमें इसके महत्व को आत्मसात कर कर्म के मार्ग पर चलना चाहिए। “


            इस प्रतियोगिता का निर्णय हिन्दी विभाग की ङाॅ. गीतू खन्ना ,ङाॅ. शक्ति व ङाॅ.लक्ष्मी  ने किया ।प्रतियोगिता में साक्षी ,भावना व संजना ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया ।इस अवसर पर महाविद्यालय की निदेशिका ङाॅ. वरिन्द्र गांधी ने कहा कि – ” पूरे विश्व में हरियाणा को वीर भूमि के नाम से जाना जाता है ।  कुरूक्षेत्र भारतीय सभ्यता और संस्कृति की जन्मस्थली और आध्यात्मिक चिन्तन का प्राचीनतम केन्द्र है। इसी धरा पर भगवान श्रीकृष्ण के मुखारविन्द से श्रीमद्भगवद् गीता के स्वर गूंजे थे, जो आज भी मानवता का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।”महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्या ङाॅ. हरविंद्र कौर ने सभी का मनोबल बढाते हुए कहा कि- “सभी छात्र इसी प्रकार अपनी श्रेष्ठ कला का प्रदर्शन करते हुए अपने काॅलेज के साथ अपने जिले का नाम भी रौशन करें।