PoK पर कार्रवाई को सेना तैयार : उत्तरी सेना के कमांडर बोले – सरकार के आदेश का इंतजार

                        जनरल द्विवेदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 82 विदेशियों समेत आतंकवादी सक्रिय हैं। जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या लगभग है, जिनमें 82 आतंकवादी और 53 स्थानीय शामिल हैं, लेकिन केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की सभी योजनाओं को विफल करने के प्रयास जारी हैं? जनरल द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में पुंछ लिंक अप दिवस के अवसर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा कि उपलब्ध आंकड़े बताते हैं कि राजौरी-पुंछ बेल्ट समेत जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में 300 आतंकवादी सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि उनमें से 150 से अधिक अज्ञात सूचीबद्ध हैं जिन्हें आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने का जिम्मा सौंपा गया है?

army ready to act on pok the commander of the northern army said

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/कश्मीर :

            भारतीय सेना ने दावा किया है कि वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को वापस लेने के लिए सरकार के किसी भी आदेश पर अमल को तैयार है। भारतीय सेना की नॉर्दर्न कमांड के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने दावा किया कि पाकिस्तान द्वारा सक्रिय किए गए लॉन्च पैड पर करीब 160 आतंकी मौजूद हैं।

            जम्मू के पुंछ में मीडिया से बात करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने कहा कि रक्षा मंत्री ने पहले ही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर अपना बयान दिया है। उन्होंने इसी का जिक्र करते हुए कहा, ”भारतीय सेना, सरकार के किसी भी आदेश को पूरा करने के लिए तैयार है।” 

           बता दें कि 3 नवंबर को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान भीड़ में से लोगों ने कहा- PoK भी अब भारत में चाहिए। इस पर रक्षा मंत्री ने कहा…धैर्य रखिए, धैर्य रखिए। राजनाथ हिमाचल के वीर जवानों को लेकर बात कर रहे थे। इस दौरान रैली में मौजूद लोगों ने PoK चाहिए के नारे लगा दिए।

धारा 370 हटाने के बाद कश्मीर घाटी में बदलाव’ 

            उत्तरी कमान के प्रमुख ने कहा, “धारा 370 हटाने के बाद कश्मीर घाटी में काफी ज्यादा बदलाव देखने को मिल रहा है।” उन्होंने कहा, “प्रदेश में शांति है, डेवलपमेंट है और आतंकवाद में गिरावट काफी हद तक हुई है।” कश्मीर में आतंकियों द्वारा लगातार बेगुनाहों को निशाना बनाए जाने पर लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने कहा कि आतंकवाद को काफी हद तक कम किया गया है। उन्होंने दावा किया कि बौखलाए आतंकियों की तरफ से कभी पिस्टल, कभी हथियारों से इस तरह के प्रयास किए जाते हैं और निहत्थे लोगो को टारगेट किया जाता है। लेकिन, आतंकी अपने मंसूबों में कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे।

           द्विवेदी ने बताया कि लॉन्चपैड पर लगभग 160 आतंकवादी बैठे हैं जिनमें पीर पंजाल के उत्तर में 130 और पीर पंजाल के दक्षिण में 30 आतंकी मौजूद हैं। पूरे भीतरी इलाकों में कुल 82 पाकिस्तानी आतंकवादी और 53 स्थानीय आतंकवादी बैठे हैं। इसके अलावा पाकिस्तान लगातार ड्रग्स भेजने की कोशिश कर रहा है। हाल ही में ही हमने करोड़ों रुपए की ड्रग्स पकड़ी है। यहां तक कि हम जो आतंकी बॉर्डर पर मार रहे हैं उनको भी यह लोग कहते हैं कि आप स्मगलर मार रहे हो। इसका मतलब साफ है कि पाकिस्तान ड्रग्स बेचने के प्रयास आए दिन कर रहा है।

35 पर्सेंट युवा 20 साल की उम्र से कम आतंकी


           द्विवेदी ने कहा कि 35 पर्सेंट युवा 20 साल की उम्र से कम आतंकी हैं। 55 प्रतिशत जो युवा हैं, वो 20-30 साल के बीच में आतंकी बन रहे हैं। ऐसे में हमें कोशिश करनी है कि युवाओं को एजुकेटेड बनाएं, उनकी परवरिश अच्छे से करें और सेना भी हर प्रयास कर रही है ताकि युवा रेडिकलाइज ना हो सकें।

           PoK यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का वह हिस्सा है जो पाकिस्तान के साथ लगता है। 1947 में बंटवारे के बाद पाकिस्तान ने कबीलाई विद्रोहियों की मदद से जम्मू-कश्मीर के इस हिस्से पर कब्जा कर लिया था।

           भारतीय फौज इस हिस्से को वापस लेने के लिए लड़ रही थी, मगर उसी समय भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू कश्मीर के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) चले गए। UN ने दखल देकर दोनों देशों के बीच युद्ध विराम करवा दिया और ‘जो जहां था, वहीं काबिज हो गया।’

           उसी समय से दोनों देशों की फौजें इंटरनेशनल सरहद की जगह लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के दोनों तरफ डटी हैं। LoC दोनों मुल्कों के बीच खींची गई 840 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है। javascript:void(0)