रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं : डॉ. बलकार सिंह

डॉ बलकार पूनिया व उनकी धर्मपत्नी अमरजीत कौर चलाए हुए हैं अभियान

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंटहिसार – 21 नवंबर :

             समाज मे बदलाव लाने के लिए अच्छे कार्य की शुरुआत घर से ही करनी पड़ती है और यदि  परिवार पुन्य के कार्य मे सम्मिलित हो तो वो एक कारवां बन जाता है। हिसार के गांव किरोड़ी वासी दंपति डॉ बलकार सिंह, व उनकी  धर्मपत्नी अमरजीत कौर द्वारा 13 साल  पहले एक  मुहिम रक्तदान-  महादान की शुरुआत की गयी थी कि परिवार में किसी भी शुभ अवसर हो उस पर रक्तदान जरूर करेंगे। इसी मुहिम को पुनिया परिवार के सभी सदस्य मिलन फाउंडेशन संस्था के साथ  निरंतर जारी रखे हुए है। इसी कड़ी मे आज सोमवार को परिवार के सदस्य  प्रदीप कुमार ने अपने बेटे खुशमित के  पहले जन्मदिन पर आकर समान्य हस्पताल मे रक्तदान किया।

            ज्ञात रहे प्रदीप पुनिया ने अपने विवाह के दिन सुबह रक्तदान के बाद ही बारात लेकर सुसराल गया था, यही नही डॉ बलकार सिंह व अमरजीत कौर अपने बच्चो के जन्मदिन पर 21 बार रक्तदान कर चुके है, और  परिवार विशेष अवसर पर रक्तदान करते है। आज दोनों दंपति की मुहिम से 100 से अधिक लोग विशेष अवसरों पर नियमित रक्तदान करते है। क्योकि रक्तदान को सबसे बड़ा पुन्य इसीलिए माना जाता है, क्योकि समय पर रक्त मिलने से किसी की मां की किसी के पिता की, किसी की बेटी व बेटे की जान बचाई जा सकती है।

प्रदीप पुनिया ने रक्तदान के बाद बताया की उनकी बहुत खुशी की अनुभूति हो रही है, क्योकि प्रदीप के बड़े भाई  दीपक पुनिया भी अपने बेटे के जन्मदिन पर रक्तदान करते है। 

            डॉ बलकार सिंह ने बताया की उनके अलावा उनके छोटे भाई कुलदीप सिंह व उनकी   धर्मपत्नी सुमन भी बच्चों के जन्मदिन पर रक्तदान कर रहे है। बड़े भाई का लड़का कार्तिक पुनिया   भी इसी मुहिम मे जुड़कर रक्तदान के महाकुभ मे अपनी आहुति दे रहा है। बड़े भाई जयबीर सिंह इस मुहिम को अपनी माता जी  लक्ष्मी देवी का आशीर्वाद मानते है। 

            डॉ बलकार सिंह ने बताया की समाज को खूबसूरत बनाने के लिए हमे अच्छी सकारात्मक सोच के साथ समाज कल्याण के कार्य भी करने चाहिए। डॉक्टर बलकार सिंह पुनिया ने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। हमें अपने विशेष अवसर पर रक्तदान अवश्य करना चाहिए।