अशांति के माहौल में निवेश न आने से पंजाब कर्ज में डूब जाएगा : अमित विज
- इससे राज्य 20 साल और पिछड़ेगा
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चण्डीगढ़ :
पंजाब प्रदेश कॉंग्रेस के कोषाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अमित विज ने मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार द्वारा राज्य के पेंशनरों की पेंशन बहाल करने का स्वागत किया है। उन्होंने कहा इससे राज्य के कर्मचारियों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कॉंग्रेस पार्टी देश मे पेंशन मामले में पहल कर चुकी है।
भाजपा सरकार के फैसले को नजरअन्दाज करते हुए राजस्थान और छतीसगढ की कॉंग्रेस सरकारों ने पेंशन लागू कर दी,दूसरी और हिमाचल में कॉंग्रेस ने इसे अपना पहला चुनावी वायदा बनाया है,सरकार बनते ही वहाँ भी लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा एक तरफ सरकार हज़ारों करोड़ों का कर्ज उठा कर राज्य चला रही हैं। मान सरकार अब तक 39200 हज़ार करोड़ का कर्जा उठा चुकी है,जिसमें से आधे से अधिक राज्य के कर्ज के ब्याज में चला गया। उन्होंने कहा राज्य के कर्मचारियों को पेंशन मिलती रहे इसके लिए सरकार को संसाधन जुटाने की तरफ ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा जब तक राज्य में शांति नहीं होगी और कानून वयवस्था ठीक नहीं होगी तब तक राज्य में इन्वेस्टमेंट नहीं आएगी और राज्य कर्ज में डूबता चला जाएगा । उन्होंने कहा 9 माह में राज्य में राजनीतिक हत्याओं की लंबी लिस्ट है। राज्य में 2 हाकी खिलाड़ियों की हत्या से शुरू हुआ क्रम अभी तक नहीं थम रहा,अति सुरक्षित पुलिस भवन पर बम फैंकने,सिद्धू मूसेवाला,सूरी सहित हाल की फरीदकोट हत्याकांड से अराजकता का माहौल हैं। राज्य में इससे न विकास होगा न ही कोई इन्वेस्टमेंट आएगी। उन्होंने कहा स्थिति पर काबू न पाया गया तो राज्य 20 साल पीछे चला जाएगा।
उन्होंने कहा जब तक माइनिंग माफिया पर काबु न पाकर उससे नियमित आय सरकारी खजाने में नहीं आती तब तक न विकास होंगे न ही आम आदमी के जनता से वायदे पूरे होंगे। उन्होंने कहा न तो सरकार भू माफिया पर नियंत्रण कर पाई न ही शराब माफिया को काबू किया।
उन्होंने कहा उक्त संसाधनो पर यदि आम आदमी सरकार जो ईमानदार होने का दावा करती है ईमानदारी से काम करती तो सरकार को कर्ज लेने की नौबत न आती। उन्होंने कहा सरकार के 9 माह होने को हैं,लेकिन हालात बद से बदतर हो रहे हैं। राज्य के लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अलगाववादी लोगों की तूती बोल रही हैं। उन्होंने कहा वर्तमान भगवंत सरकार से लोगों को बड़ी उम्मीद थी जनता ने कॉंग्रेस और अकाली दल को नकार कर आम आदमी को सता सौंपी थी कि ये उनका भला करेंगे लेकिन अब जनता अपने आप को ठगा मेहसूस कर रही है।