अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2022 मनाया जाएगा

            हरियाणा में 19 नवंबर से 6 दिसंबर तक अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2022 मनाया जाएगा। अंतरराष्‍ट्रीय गीता महोत्‍सव-2022 अंतरराष्‍ट्रीय गीता महोत्‍सव की तैयारी तेज हो गई हैं। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 में हाइटेक तकनीक से राज्यस्तरीय प्रदर्शनी लगेंगी। पुरुषोत्तमपुरा बाग श्रीकृष्ण-अर्जुन रथ के साथ लगेगा भव्य और विशाल प्रदर्शनी पंडाल। बड़े स्तर के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। सरस मेला 19 नवंबर से शुरु होगा, जबकि मुख्य कार्यक्रम 29 नवंबर से शुरू होंगे।

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कुरुक्षेत्र/चंडीगढ़ :

            धर्मनगरी में 19 नवंबर से शुरू हो रहे अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव को लेकर प्रशासनिक तौर पर तैयारियां पूरी कर ली गई है। बुधवार को भी तैयारियों को अंतिम रूप देने को लेकर प्रशासनिक अधिकारी दिन भर दौड़ते रहे। जहां शिल्प व सरस मेले में आने वाले करीब 1200 शिल्पकारों को स्टॉल देने के लिए ड्रॉ निकाला गया तो वहीं ब्रह्मसरोवर का कायाकल्प कर दिया गया है।

            उल्लेखनीय है कि आसपास के क्षेत्र को भी सुसज्जित किया जा चुका है। पूरे क्षेत्र को रंग-बिरंगी लाइटों से सुसज्जित किया गया है। व्यवस्था को मुकम्मल करवाने को लेकर दिन भर एडीसी अखिल पिलानी कमान संभाले रहे तो वहीं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सीईओ चंद्रकांत कटारिया व अन्य अधिकारियों ने भी ब्रह्मसरोवर व आसपास के एरिया का मुआयना करते हुए तैयारियों का जायजा लिया। वहीं संबंधित अधिकारियों से लेकर ठेकेदारों को भी दिशा-निर्देश दिए गए।

            ब्रह्मसरोवर के मीडिया सेंटर में मुख्यमंत्री ने कहा कि गीता का संदेश हजारों साल बाद आज भी प्रासंगिक है। सरस मेले से हरियाणा की सांस्कृतिक महक और पहचान विदेशों तक पहुंचेगी। सरस मेले में 650 स्टॉल लगाए गए हैं। दूसरे राज्यों से आए हुए आर्ट व क्राफ्ट देखने को मिलेंगे। सीएम ने कहा कि हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव देखने के लिए यहां पहुंचते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 देशों के पर्यटक सरस मेले में आएंगे।

            मुख्यमंत्री ने कहा कि दस जिलों से गीता जयंती में आने वाले यात्रियों को किराए में 50% छूट दी जा रही है। उन्होंने गीता जयंती के अंतरराष्ट्रीय स्वरूप पर पिछली सरकारों द्वारा ध्यान न देने पर कहा कि जब जागे तब सवेरा। उन्होंने कहा की गीता जयंती का अगला कार्यक्रम ऑस्ट्रेलिया में प्रस्तावित है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 29 नवंबर को गीता जयंती के मुख्य कार्यक्रमों में भाग लेगीं।

            इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल पिहोवा के गांव मांड़ी में उदासी अखाड़ा के संस्थापक बाबाा श्री चंद जी महाराज के 528 वें प्रकाशोत्सव में पहुंचे। यहां पर मुख्यमंत्री ने श्री गुरूग्रंथ साहिब के समक्ष माथा ठेका और संतों का आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव मांडी में गुरुद्वारा साहिब के पास ज़मीन उपलब्ध करवाने के बाद 20 बैड का अस्पताल सरकार बना कर देगी। अस्पताल बनने के बाद संचालन संस्था द्वारा किया जाएगा।

            शाम को मुख्यमंत्री ने ज्योतिसर में लाइट एंड साउंड शो का उद्घाटन किया। इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे हैं। आज के कार्यक्रमों के साथ ही गीता जयंती महोत्सव की शुरुआत हो गई है।