चंडीगढ़ कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को दी श्रद्धांजलि
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
चंडीगढ़ कांग्रेस के कार्यकर्ता आज सेक्टर 35 स्थित कांग्रेस भवन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी 105वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्रित हुए। श्रद्धाजंलि समारोह की अध्यक्षता चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एच. एस. लक्की ने की।
इस अवसर पर बोलते हुए कांग्रेस नेता पवन शर्मा ने कहा कि इंदिरा गांधी द्वारा देश की सेवा में किए गए कार्यों को याद किया और कहा कि देश को खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बनाने के लिए देश हमेशा उनका आभारी रहेगा। उन्होंने एम.एस. स्वामीनाथन के नेतृत्व में भारत के प्रमुख कृषि विज्ञानिकों की एक टीम को मार्ग दर्शन दे कर ‘हरित क्रांति’ का मार्ग प्रशस्त किया। भारत को एक महाशक्ति बनाने के उनके सपने को पूरा करने के लिए उनकी प्रेरणा से भारत ने मई 1974 में पोखरण में अपना पहला परमाणु विस्फोट किया। दर्शन दयाल जिन्दल ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि उन्हें 1975 में एक स्वतंत्र देश “सिक्किम” के भारत में शांतिपूर्ण विलय का श्रेय दिया जाता है. एक अभूतपूर्व कूटनीतिक पहल के द्वारा उन्होने सिक्किम को उस समकालीन भारत के 22वें राज्य के रूप में शामिल कर उन्होने चीन, जो तब तक सिक्किम पर अपना अधिकार जता रहा था, की बोलती बन्द कर दी। इससे पहले उन्होंने अमरीका, चीन और युरोपीय देशों के भारी विरोध के सामना करते हुए पाकिस्तान को दो देशों में बांटकर अदम्य साहस और दूरदर्शिता का परिचय दिया था।
राजीव मोदगिल ने 1967 में लद्दाख में नाथू-ला दर्रे में चीनी सेना के हमले का प्रतिकार करने में उनके अविस्मरणीय साहस की भी सराहना की, जिसमें चीनी सेना को भारतीय सेना द्वारा जबरदस्त जवाबी हमले के कारण कब्जा की गई भूमि को खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ा था. इसके अलावा, बैंकों के राष्ट्रीयकरण और शाही परिवारों के प्रिवी पर्स के उन्मूलन में इंदिरा गांधी की भूमिका की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई।
अंत में, कांग्रेसी कार्यकत्ताओं और नेताओं ने भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के लोकप्रिय नेता राहुल गांधी को अभी हाल में ही जारी धमकी पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की गई। बैठक में केंद्र और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार से इस धमकी देने और इसके पीछे किसी बड़ी साजिश की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव में धमकी दिए जाने की साजिश की उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषियों को दंडित करने की अपील भी की गई।
इस अवसर पर बोलने वालों में ज़ाहिद परवेज खान, विजय राणा, सुरजीत ढिल्लों, सतीश कैंथ, विनोद शर्मा, आशीष गजनवी, अनवर-उल-हक, धर्मवीर, अच्छे लाल गौड़, परवीन नारंग, दीपा दुबे, बीरेन्द्र राए, संजीव गाबा और भजन कौर आदि शामिल हैं.