Sunday, December 22
  • कैबिनेट मंत्री ने गांव ढोलनवाल आंगनवाड़ी केंद्र में आयोजित ‘उडारियां बाल विकास मेले’ में की शिरकत
  • होशियारपुर में सखी वन स्टाप सैंटर का किया उद्घाटन, ओल्ड एज होम, चिल्ड्रन होम, स्पैशल होम का भी किया दौरा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/होशियारपुर :

            सामाजिक सुरक्षा और महिला व बाल विकास मंत्री पंजाब डा. बलजीत कौर ने कहा कि विभाग की ओर से बच्चों व महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत ही गंभीरता से कार्य किए और इस ओर कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।

उन्होंने कहा कि विभाग जहां आंगनवाड़ी सैंटरों के माध्यम से बच्चों के पूर्ण विकास को लेकर दृढ़ता से कार्य कर रहा है वहीं वन स्टाप सैंटर के माध्यम से महिलाओं को भी सशक्त बनाया जा रहा है। वे आज होशियारपुर दौरे के दौरान अलग-अलग कार्यक्रमों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान लोक निर्माण विभाग के रैस्ट हाउस में उन्हें जिला प्रशासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। इस मौके पर उनके साथ डायरेक्टर सामाजिक सुरक्षा और महिला व बाल विकास श्रीमती माधवी कटारिया, डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस, एस.पी(मुख्यालय) श्रीमती मंजीत कौर, आम आदमी पार्टी की जिला प्रधान श्रीमती कर्मजोत कौर, कैबिनेट मंत्री ब्रम शंकर जिंपा की धर्मपत्नी श्रीमती विभा शर्मा, मेयर सुरिंदर कुमार, सीनियर डिप्टी मेयर श्रीमती प्रवीन सैनी भी मौजूद थे।

            होशियारपुर दौरे के दौरान कैबिनेट मंत्री ने जहां गांव ढोलनवाल के आंगनवाड़ी सैंटर में ‘उडारियां बाल विकास मेले’ का उद्घाटन कर मुख्य मेहमान के तौर पर शिरकत की वहीं सिविल अस्पताल परिसर में बने सखी वन स्टाप सैंटर की नई बनी ईमारत का भी उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने राम कालोनी कैंप स्थित ओल्ड एज होम, चिल्ड्रन होम, स्पैशल होम का भी दौरा कर वहां बुजुर्गों व बच्चों से मुलाकात कर उनकी जरुरतों को पहल के आधार पर पूरा करने का भरोसा दिलाया। ‘उडारियां बाल विकास मेले’ के दौरान उन्होंने संबोधित करते हुए आम लोगों को विभाग की ओर से चलाई जा रही स्कीमों का लाभ आंगनवाड़ी सैंटरों के माध्यम से लेने के लिए कहा। उन्होंने महिलाओं को इस अभियान में योगदान डालने के लिए आगे आने के लिए कहा। 

           उन्होंने कहा कि इन मेलों का उद्देश्य आंगनवाड़ी सैंटरों के बच्चों को हर फ्रंट पर आगे लाकर उनका सर्वपक्षीय विकास करना है। उन्होंने बच्चों को पौष्टिक खाने संबंधी लगाई गई प्रदर्शनी व सैल्फ हैल्प ग्रुपों की ओर से लगाए गए स्टाल भी देखे। इस दौरान आंगनवाड़ी सैंटरों के बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

            कैबिनेट मंत्री डा. बलजीत कौर ने सिविल अस्पताल होशियारपुर में 48.63 लाख रुपए की लागत से बने सखी वन स्टाप सैंटर के उद्घाटन करने के दौरान कहा कि विभाग महिलाओं के खिलाफ शारीरिक व मानसिक हिंसा को रोकने के लिए वचनबद्ध है और सखी वन स्टाफ सैंटर के माध्यम से जो महिलाएं किसी भी तरह की शारीरिक या मानसिक हिंसा से पीडि़त है, वे यहां आर नि:शुल्क कानूनी सेवाएं, पुलिस संबंधी सहायता, रिहायश संबंधी सहायता व स्वास्थ्य संबंधी सहायता ले सकती हैं। उन्होंने बताया कि होशियारपुर में सखी वन स्टाप सैंटर की ओर से अब तक 670 केसों का निपटारा किया जा चुका है, जिनमें 342 घरेलू हिंसा से संबंधित है। इसके अलावा इन केसों में करीब 280 केसों में नि:शुल्क मैडिकल सेवाएं व 71 केसों में नि:शुल्क कानूनी सेवाएं प्रदान की गई है। उन्होंने वन स्टाप सैंटर के कर्मचारियों को अधिक से अधिक मेहनत से काम करने की हिदायत दी और महिलाओं को इस सैंटर का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया।

            सामाजिक सुरक्षा और महिला व बाल विकास श्रीमती माधवी कटारिया ने ‘उडारिया बाल मेले’ संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि यह मेले पूरे प्रदेश में 20 नवंबर तक आयोजित किए जा रहे हैं। इस प्रोग्राम के अंतर्गत हर दिन एक नए विषय पर जागरुकता सैमीनार अलग-अलग आंगनवाड़ी सैंटरों में गांव स्तर पर करवाए जा रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने विभाग की ओर से चलाई जा रही स्कीमों को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए लाभार्थियों व बच्चों के माता-पिता से सुझाव भी मांगे। सखी वन स्टाप सैंटर के उद्घाटन के दौरान उन्होंने सैंटर को आम महिलाओं तक पहुंच बनाने पर जोर दिया ताकि कम पढ़ी लिखी महिलाएं अधिक से अधिक इस सैंटर का लाभ ले सकें और इन सैंटरों की पहुंच केवल पढ़ी लिखी महिलाओं तक न सीमित रहे।

                 इस मौके पर चेयरमैन नगर सुधार ट्रस्ट हरमीत सिंह औलख, एस.डी.एम. प्रीतइंदर सिंह बैंस, जिला प्रोग्राम अधिकारी अमरजीत सिंह भुल्लर, जिला सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता अधिकारी रजिंदर सिंह, सिविल सर्जन डा. प्रीत मोहिंदर सिंह, सहायक सिविल सर्जन डा. पवन कुमार, एस.एम.ओ डा. स्वाति, जिला बाल विकास अधिकारी डा. हरप्रीत कौर, राजेश्वर दयाल बब्बी, पार्षद जसपाल सिंह चेची, सतवंत सिंह सियान व अन्य गणमान्य भी मौजूद थे।