- समितियों का मुख्य उद्देश्य विभागों की कार्य प्रणाली में सुधार लाकर प्रशासनिक तंत्र को और अधिक मजबूत और प्रभावी बनाना है-उपायुक्त
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 17 नवंबर :
उपायुक्त महावीर कौशिक की अध्यक्ष्ता में आज लघु सचिवालय के सभागार में जिला एवं उपमंडल स्तरीय विजिलेंस कमेटी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने कमेटी को प्राप्त शिकायतों पर की गई कार्रवाही की रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर अंदर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
उपायुक्त ने बताया कि जिला स्तरीय विजिलेंस कमेटी का गठन अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्ष्ता में किया गया है। जबकि उपमंडल स्तरीय विजिलेंस कमेटी पंचकूला और कालका का गठन संबंधित एसडीएम की अध्यक्षता में किया गया हैं।
उन्होंने बताया कि इन समितियों का मुख्य उद्देश्य भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कार्य प्रणाली और प्रक्रिया में सुधार के उपायों को अपनाकर विभागों के विभिन्न कार्यों और गतिविधियों की जांच करके प्रशासनिक तंत्र को और अधिक मजबूत और प्रभावी बनाना है। उन्होंने जिला स्तरीय कमेटी को 15 दिन में कम से कम एक बार और उपमंडल स्तरीय विजिलेंस कमेटी को सप्ताह में कम से कम एक बार अपने अधीनस्त कार्यालयों और क्षेत्रों में औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
उन्होंने निरीक्षण के दौरान उक्त समितियां को उचित प्रक्रिया को अपनाने और सरकार के सभी प्रासंगिक कानूनों, नियमों, विनियमों और निर्देशों की अक्षरशः पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने ये भी निर्देश दिये कि समितियंा अपने अपने क्षेत्रों में चल रहे निर्माण कार्यों जैसे सड़क निर्माण, भवन निर्माण आदि के सैंपल गुणवत्ता की जांच के लिये लैंब में भेजे और यदि गुणवत्ता से समझौता पाया जाता है तो संबंधित के विरूद्ध कार्रवाही करने की सिफारिश करते हुये उन्हें रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि समिति के अध्यक्ष के पास गुणवत्ता जांच हेतू नमूने भेजने के लिये प्रयोगशाला के चयन करने का अधिकार होगा।
इस अवसर पर एसडीएम कालका रूचि सिंह बेदी, नगराधीश गौरव चैहान, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता गौरव जैन, जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता विकास लाठर, सिंचाई एवं जलसंसाधन विभाग के कार्यकारी अभियंता अनुराग गोयल, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कार्यकारी अभियंता एनके पायल सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।