गुजरात चुनाव का रण काफी रोचक होता जा रहा है। आम आदमी पार्टी के सूरत (पूर्व) से उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने बुधवार को अपना नामांकन वापस ले लिया है। इससे पहले आप ने भाजपा पर जरीवाला को अगवा करने और जबरन नामांकन वापसी का दबाव बनाने का आरोप लगाया था। इधर खुद के अपहरण की खबरों के बीच जरीवाला कुछ देर पहले रिटर्निंग ऑफिसर के दफ्तर पहुंचे और अपना नामांकन वापस ले लिया। एएनआई ने उनका वीडियो भी जारी किया है। इसमें उन्हें (नीली शर्ट) नामांकन वापस लेने के बाद रिटर्निंग ऑफिस से बाहर आते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान उनके आसपास भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी भी नजर आए।
सारीका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरत/चंडीगढ़ :
आम आदमी पार्टी(आआपा) नेता मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने सूरत(पूर्व) से हमारे उम्मीदवार कंचल जरीवाला को अगवा कर लिया गया था। उन्हें आखिरी बार कल आरओ ऑफिस में देखा गया था।
सिसोदिया ने मीडिया के सामने कहा कि भाजपा आप उम्मीदवार का नामांकन खारिज करवाने की कोशिश कर रही है। सिसोदिया ने बताया, 500 से ज्यादा पुलिस वाले जबरन कंचन जरीवाला को रिटर्निंग ऑफिसर के दफ्तर लेकर पहुंचे और उन पर नामांकन वापस लेने का दाबव बनाया गया। सिसोदिया ने कहा, जो कुछ हो रहा है वह चुनाव आयोग पर सवाल खड़े करता है। उन्होंने कहा, मैंने चुनाव आयुक्त से मिलने का समय मांगा है।
सिसोदिया ने मीडिया के सामने कहा कि भाजपा आआपा उम्मीदवार का नामांकन खारिज करवाने की कोशिश कर रही है। सिसोदिया ने बताया, 500 से ज्यादा पुलिस वाले जबरन कंचन जरीवाला को रिटर्निंग ऑफिसर के दफ्तर लेकर पहुंचे और उन पर नामांकन वापस लेने का दाबव बनाया गया। सिसोदिया ने कहा, जो कुछ हो रहा है वह चुनाव आयोग पर सवाल खड़े करता है। उन्होंने कहा, मैंने चुनाव आयुक्त से मिलने का समय मांगा है।
आआपा सूरत प्रत्याशी के नामांकन वापसी के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, गुंडों और पुलिस के दम पर उम्मीदवारों को अगवा करके उनका नामांकन वापिस करवाया जा रहा है। इस किस्म की सरेआम गुंडागर्दी भारत में कभी नहीं देखी गयी। फिर चुनाव का क्या मतलब रह गया? फिर तो जनतंत्र खत्म है।
इस बीच मनीष सिसोदिया चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंच गए हैं। जानकारी के मुताबिक, कार्रवाई की मांग को लेकर वह धरने पर बैठ गए हैं। सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, कैंडिडेट का अपहरण हो गया। गनप्वाइंट पर उसका नामांकन वापस कराया। चुनाव आयोग के लिए इससे बड़ी एमेरजेंसी क्या हो सकती है? इसीलिए तुरंत एक्शन की प्रार्थना लेकर हम लोग केंद्रीय चुनाव आयोग के दरवाज़े पर आए हैं।
इस बीच आम आदमी पार्टी पर टिकट बेचने के आरोपों को सिसोदिया ने खारिज किया। उन्होंने कहा, आप में टिकट नहीं बेचे जाते। किसी ने टिकट के लिए पैसे दिए और पैसे भी लिए गए, लेकिन टिकट नहीं बिका। इससे ही स्पष्ट है कि आप में टिकट नहीं बेचा जाता। उन्होंने कहा, मैं इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं।