प्राईमरी हैल्थ केयर में पंजाब सरकार की बड़ी उपलब्धि
- मरीजों को स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं मुहैया करवाने में एस.ए.एस. नगर जि़ला अग्रणी
- क्लीनिकों पर रोज़ाना आने वाले मरीज़ों का संख्या आठ हज़ार से पार
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
पंजाब सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में शुरू की गई अनूठी पहल ‘आम आदमी क्लीनिकों’ पर बीते चार महीनों के दौरान पाँच लाख से अधिक लोगों ने पहुँच की। यह जानकारी देते हुए पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने बताया कि राज्य भर में आम आदमी क्लीनिकों को आम लोगों द्वारा भरपूर समर्थन मिला है और क्लीनिकों पर रोज़ाना आने वाले मरीज़ों की संख्या आठ हज़ार से पार हो गई है।
जौड़ामाजरा ने बताया कि पंजाब के निवासी मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा शुरू की गई मुफ़्त गुणात्मक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ उठा रही है। उन्होंने बताया कि हरेक जि़ले के आम लोग अपने स्वास्थ्य के ईलाज के लिए आम आदमी क्लीनिकों तक आसानी से पहुँच कर इनका प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 5,35,487 आम लोग क्लीनिकों पर अपने स्वास्थ्य का ईलाज और 69,870 लोग अलग-अलग लैबॉरेटरी टैस्ट करवा चुके हैं। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में एस.ए.एस. नगर जिलों में आगे है और आंकड़ों के अनुसार 14 नवंबर तक एस.ए.एस. नगर में 80,406 मरीज़ों का ईलाज किया जा चुका है और 11,045 लैबॉरेटरी टैस्ट किए जा चुके हैं, जबकि जि़ला लुधियाना में 65,861 मरीज़ों के ईलाज और 5,603 क्लीनिकल टैस्टों के साथ दूसरे स्थान पर है। इसी तरह जि़ला बठिंडा ने 44,223 मरीज़ों और 5,922 क्लीनिकल टैस्टों के साथ तीसरे स्थान पर है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ऐसे क्लीनिकों का नेटवर्क स्थापित करने और मुफ़्त मानक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए पंजाब सरकार की लोगों प्रति वचनबद्धता के अनुसार, अब तक 100 क्लीनिक (65 शहरी क्षेत्रों में और 35 ग्रामीण क्षेत्रों में) लोगों को समर्पित किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही ऐसे और क्लीनिक राज्य भर में स्थापित किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की यह अहम पहल राज्य की समूची स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को पुनर्जीवित कर रही है और लोगों को उनके घरों के नज़दीक मानक स्वास्थ्य सेवाएं मुफ़्त मिल रही हैं।
जौड़ामाजरा ने आगे बताया कि आम आदमी पार्टी की सरकार के इस प्रयास से स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में क्रांति आई है। उन्होंने बताया कि इन क्लीनिकों के द्वारा 90 प्रतिशत मरीजों को ईलाज की सुविधा मिल रही है, जिस कारण सरकारी अस्पतालों में आम ओ.पी.डी मरीजों की संख्या घट गई है। उन्होंने बताया कि इन क्लीनिकों के द्वारा लोगों को 98 किस्मों की दवाएँ और 41 अलग-अलग डायग्नौस्टिक टैस्ट मुफ़्त किये जा रहे हैं।