हकृवि में वित्त एवम् प्रशासनिक मामलों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार :
चौधरी चरण सिहं हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक कार्यालय द्वारा हरियाणा सरकार के हरियाणा लोक प्रशिक्षण संस्थान (हिपा)विभाग एवं मानव संसाधन निदेशालय के सहयोग से उपाधिक्षकों, सहायकों एवं लिपिकों के लिए वित्त एवम् प्रशासनिक मामलों पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज मुख्यातिथि थे जबकि हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी के पूर्व चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
प्रो. काम्बोज ने अपने संबोधन में कहा कि मानव संसाधन का समुचित प्रबंधन जरूरी है। इसके लिए उनके कौशल विकास करने के लिए इस प्रकार के प्रशिक्षण महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। प्रतिभागी अपने रोज के वित्त और प्रशासनिक कार्यों में आने वाली समस्याओं को बिना संदेह के वक्ताओं के समक्ष रखें और समाधान की प्रक्रिया को समझ कर जाएं। उन्होंने आयोजकों को भी कार्यक्रम के दौरान एक प्रश्नावली सभी प्रतिभागियों को देने का आह्वान किया ताकि इसका मूल्यांकन किया जा सके कि प्रतिभागयों ने इस कार्यक्रम से कितना लाभ उठाया और इस तरह के आगामी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में और सुधार किया जा सके। उन्होंने कहा कि समय-समय पर इन कार्यक्रमों का आयोजन होता रहना चाहिए ताकि समय के साथ बदलते समीकरणों के अनुसार विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, कर्मचारी अपने को ढाल सके व सभी नवीनतम नियमों की जानकारी से जागरूक रह सके। उन्होंने इस प्रशिक्षण के लिए वित्त नियंत्रक नवीन जैन और उनकी टीम की प्रशंसा की।
वित्त नियंत्रक एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के कोर्स निदेशक नवीन जैन ने बताया कि इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के 30-30 के 10 ग्रुपों में आयोजित किया जा रहा है जो जनवरी 2023 के अंत तक चलेगा व विश्वविद्यालय के करीब 300 कर्मचारियों के लिए उनके दैनिक कार्यों को सुचारू रूप से अधिक दक्षता के साथ निपटाने में लाभदायक होगा। प्रधानाचार्य हिपा, डी.एन.एस. चहल ने अपने विभाग की गतिविधियों की जानकारी दी।
मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. मंजु महता ने सब प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा, रजिस्ट्रार डॉ. सुरेन्द्र महता और विश्वविद्यालय के सभी डीन, डायरेक्टर, अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। मंच का संचालन डॉ. जयंती टोकस ने किया।