Sunday, December 22

गुरु नानक देव जी के शब्दों से साध-संगत को किया निहाल

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार :  


                        निकटवर्ती गांव बीड़ बबरान स्थित गोबिंदगढ़ गुरुद्वारा साहिब में प्रथम पातशाही श्री गुरु नानक देव जी महाराज के 553वें प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा साहिब में रखे श्री अखण्ड पाठ साहिब का विधिवत रूप से भोग हुआ व श्री गुरुद्वारा साहिब के हैड ग्रंथी देसराज सिंह ने उपस्थित संगतों के बीच सरबत की भलाई के लिए विधिवत रूप से अरदास की। रागी जत्था ने फरमाया कि हर वर्ष हम उनके प्रकाशोत्सव को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।

            अनेक धर्म के कार्य करके नगर कीर्तनों का आयोजन करते हैं। ऐसे महान गुरु नानक देव जी महाराज के बताए मार्ग पर चलते हुए हमें भलाई के कार्य करने चाहिए। इसके अलावा शब्द-कीर्तन में शबदों का गायन किया। रागी जत्थे ने उपस्थित साध संगतों को अपनी मधुर वाणी से श्री गुरु गं्रथ साहिब में वर्णित वाणी से जोड़ते हुए निहाल किया। जब चारों ओर अत्याचार और हिंसा का वातावरण था। ऐसे समय में गुरु नानक देव जी ने सभी को शांति और सद्भाव बनाए रखने की शिक्षा दी।

            नानक देव जी ने समाज से ऊंच-नीच का भेद खत्म किया और सभी के साथ समान व्यवहार करने की बात कही।

                        कार्यक्रम में प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार कर्मजीत सिंह, सचिव देवेंद्र सिंह ने सभी साध संगतों को गुरु पर्व की बधाई दी व आए सेवादारों को गुरु का सिरोपा भेंट किया। सरबत की भलाई की अरदास के उपरांत गुरु का अटूट लंगर लगाया गया। इस मौके पर प्रधान कर्मजीत सिंह, कुलवंत सिंह भुल्लर, मंजीत सिंह भुल्लर, संदीप सिंह, गुरबक्श सिंह हरपरिंन्द्र सिंह, जोगेंद्र सिंह भुल्लर, गुलजार सिंह, सरदुल सिंह, प्रकट सिंह, रत्न सिंह, दवेन्द्र सिंह,रेयान दीप सिंह, स्वर्ण सिंह,एक्स प्रधान , जुगराज सिंह, निर्मल सिंह,जसवंत सिंह,के अलावाजसवंत सिंह भुल्लर, गुरू साहिब सिंह, गुरमीत कौर, प्रकाश कौर, कुलवंत कौर,बलविंद्र कौर, जसवंत कौर, कुलदीप कौर इत्यादि उपस्थित रहे।